नेशनल शुगर इंस्टीट्यूट का 87वां स्थापना दिवस ट्यूजडे को मनाया गया. मुख्य अतिथि सीएसजेएम यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक और विशिष्ट अतिथि सीएसए यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति डा. सुशील सोलोमन ने आठ प्रगतिशील गन्ना किसानों व 12 रिटायर्ड अफसर और टीचर्स को सम्मानित किया. सीएसजेएमयू के कुलपति ने एनएसआई के एक्सपर्ट से एक साथ रिसर्च वर्क करने की बात कही. उन्होंने कहा कि आर्टिफीशियल इंटेजीजेंस मशीन लर्निंग जैसी नई तकनीक के प्रयोग से चीनी व एथेनाल उत्पादन में भी इजाफा होगा. दोनों संस्थानों के स्टूडेंट्स साथ मिलकर रिसर्च करना चाहिए.

कानपुर (ब्यूरो) उन्होंने यूनिवर्सिटी के सहयोग से एनएसआई में आर्ट गैलरी व संग्रहालय स्थापित करने का सुझाव दिया। एनएसआई के निदेशक प्रो। नरेंद्र मोहन ने बताया कि आज देश 358 लाख टन चीनी का उत्पादन कर रहा है। 112 लाख टन का निर्यात हो रहा है और 35 लाख टन चीनी से एथेनाल तैयार किया जा रहा है। नई एथेनाल इकाइयों की स्थापना व न्यूनतम मूल्य निर्धारण से उत्पादन क्षमता बढ़ी है। पेट्रोल में 10 प्रतिशत एथेनाल मिश्रण का लक्ष्य पूरा हुआ है। डा। सुशील सोलोमन ने कहा कि मिल मालिक और किसान एक सिक्के के दो पहलू हैं। खेती और कारखाने की उत्पादकता बढ़ाने के लिए दोनों को साथ मिलकर चलना होगा।

इन किसानों को किया सम्मानित
हरदोई से आए किसान संजय शुक्ला, अरङ्क्षवद कुमार, शाहजहांपुर से विमल कुमार पाल, सुखङ्क्षवदर ङ्क्षसह, सीतापुर से हिमांशु नाथ ङ्क्षसह, अब्दुल हादी खां, बलरामपुर से अखिल यादव व अजीत ङ्क्षसह

इन टीचर्स को मिला सम्मान
पूर्व टीचर्स में डा। आशुतोष बाजपेई, डीएस मिश्रा, डा। जाहर ङ्क्षसह, जितेंद्र ङ्क्षसह, जेपी श्रीवास्तव, एलपी तिवारी, पुष्पेंद्र कुमार जैन, डा। पी सान्याल, आरपी शुक्ला, एससी वर्मा, शैलेंद्र कुमार गुप्ता व मूलचंद

Posted By: Inextlive