यदि आपके पास कोई इनोवेटिव आइडिया है और आपके पास प्रोटोटाइप डेवलप करने के लिए फंड की कमी आड़े आ रही है तो अब परेशान होने की जरूरत नहीं है. सेंट्रल गवर्नमेंट के माइक्रो स्मॉल एंड मीडियम इंटरप्राइजेज एमएसएमई की डिजाइन इनोवेटिव स्कीम उनको फंड देगी. इस स्कीम के अंतर्गत डिजाइन डेवलपमेंट में लगे यूजी और पीजी लास्ट ईयर के स्टूडेंट्स को फंड मिलेगा.

कानपुर (ब्यूरो) स्टूडेंट्स के लिए फंड लिमिट 1.5 लाख रुपए है। वहीं एमएसएमई के लिए यह लिमिट 15 से 40 लाख है। इन फंड को एक साल के लिए प्रोटोटाइप डेवलपमेंट में लगाया जाता है। इस फंड को पाने के लिए ओपन-एंडेड योजना के तहत द्धह्लह्लश्चह्य://द्बठ्ठठ्ठश1ड्डह्लद्ब1द्ग.द्वह्यद्वद्ग.द्दश1.द्बठ्ठ/ पर इनोवेटिव आईडिया और प्रपोजल भेजना होगा।

10 दिन का अवेयरनेस प्रोग्राम
आईआईटी के स्टार्टअप इंक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर (एसआईआईसी) ने कानपुर और एनसीआर में टेक्नोलॉजी प्रोटोटाइप को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 10 दिन का अवेयरनेस प्रोग्राम चलाया। प्रोग्राम में 250 से ज्यादा एमएसएमई प्रतिभागी शामिल हुए। फाइनेंशियल ईयर 2020-2022 में इस योजना के तहत, एमएसएमई मंत्रालय ने पांच उद्यमों की पहचान की और उन्हें मान्यता दी है।


इनको मिला फंड
- कानपुर फ्लावरसाइक्लिंग प्राइवेट लिमिटेड (फूल कंपनी)
- जलकॉनसर्व टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड
- प्राइमरी हेल्थटेक प्राइवेट लिमिटेड
- कलटेक वेव प्राइवेट लिमिटेड
- बायोक्राफ्ट इनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड

Posted By: Inextlive