- कानपुर सहित यूपी, उत्तराखण्ड के शहरों के लिए चुने गए 10 कंसलटेंट

-अगले महीने कानपुर के लिए कंसलटेंट हो जाएगा फाइनल

-स्मार्ट सिटी की दो दिन की वर्कशॉप से लौटे नगर निगम ऑफिसर

KANPUR: 100 स्मार्ट सिटी में से चुने गए कानपुर सहित यूपी और उत्तराखंड के शहरों के लिए 10 कंसलटेंट स्मार्ट प्लान बनाएंगें। इसको लेकर 25 व 26 अगस्त को लखनऊ में वर्कशॉप भी हुई। नगर निगम ऑफिसर्स के मुताबिक ये सभी 10 कंसलटेंट चुने जा चुके है। 25 सितंबर तक कानपुर का स्मार्ट प्लान तैयार करने वाले कंसलटेंट का चुनाव भी हो जाएगा। जो स्मार्ट सिटी के राह में आ रही समस्याओं और उनको हल करने का प्लान तैयार करेगा। इस प्लान के मुताबिक प्रथम चरण की 20 स्मार्ट सिटी के नाम फाइनल होंगे।

गौरतलब है कि पहले कानपुर सहित यूपी के 13 शहरों को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए चुना गया था। इस लिस्ट में कानपुर 6ठवें नम्बर पर है। हालांकि गुरूवार को जारी किए गए 98 स्मार्ट सिटी की लिस्ट में यूपी के 12 शहर घोषित किए गए हैं 13वां शहर राज्य सरकार के निर्णय पर छोड़ दिया गया है। इस लिस्ट में कानपुर के स्थान में कोई फर्क नहीं किया गया है। ये कानपुराइट्स के लिए राहत भरी खबर है। पर पहले चरण में ली जाने 20 स्मार्ट सिटी के लिए जद्दोजहद अभी भी चल रही है। हालांकि दूसरे व तीसरे चरण के लिए 40-40 शहरों को भी केन्द्र सरकार हर साल 100-100 करोड़ रुपए देगी, पर नगर निगम ऑफिसर पहले चरण में कानपुर के चयन की कोशिशों में लगे हुए। इसी कड़ी में बीते मंगलवार व बुधवार को लखनऊ में आयोजित स्मार्ट सिटी की वर्कशॉप में शामिल हुए। वर्कशॉप में भाग लेने नगर निगम ऑफिसर पंकज भूषण ने बताया कि यूपी व उत्तराखण्ड के लिए केन्द्र सरकार ने 10 कंसलटेंट चुने हैं। पर कानपुर के लिए कौन कंसलटेंट होगा? इसका फैसला अगले महीने के आखिर तक हो जाने की उम्मीद है। कंसलटेंट स्मार्ट सिटी के लिए प्लान बनाएगा। इसमें खासतौर पर ट्रांसपोर्ट, बिजली-पानी, हेल्थ, एजूकेशन आदि से जुड़ी समस्याएं और उनके निदान को शामिल किया जाएगा। किस तरह स्मार्ट सिटी के मानकों के मुताबिक शहर में 2 मीटर चौड़े फुटपाथ, एक स्थान से दूसरे स्थान तक आने जाने में 45 मिनट से ज्यादा समय न लगने, रिहायशी इलाकों में 800 मीटर की दूरी पर मेट्रो, बस की सुविधा,95 रिहायशी एरिया में 400 मीटर दूरी पर स्कूल, पार्क, रिक्रिएशन पार्क की सुविधा होगी आदि का प्लान बनाएगा। वहीं स्मार्ट सिटी के लिए 24 घंटे बिजली, 100 फीसदी मीटर युक्त बिजली कनेक्शन, हर व्यक्ति को कम से कम 135 लीटर पानी के लिए जरूरी कदमों की प्लान में जानकारी देगा। हेल्थ व एजूकेशन को लेकर भी मौजूदा समय में समस्याएं और स्मार्ट सिटी के मानक के मुताबिक डिस्पेंसरी, छोटे, बड़े हॉस्पिटल, डायोग्नोस्टिक सेंटर, एजूकेशनल इंस्टीट्यूट्स, प्राइमरी व सेकेंड्री स्कूल, इंजीनियरिंग कालेज, मेडिकल कालेज, प्रोफेशनल कालेज आदि का खाका भी कंसलटेंट तैयार करेगा।

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स्मार्ट सिटी की राह में चुनौतियां

- सीवेज प्राब्लम, पब्लिक ट्रांसपोर्ट की कमी और उनकी अराजकता, ड्रिकिंग वॉटर क्राइसिस, पॉल्यूटेड वॉटर सप्लाई, खस्ताहाल पॉवर सप्लाई सिस्टम, रोस्टरिंग, खस्ताहाल सड़कें, आरओबी व फ्लाईओवर की कमी, ट्रैफिक जाम, पॉल्यूशन, गार्बेज कलेक्शन, शिक्षा संस्थान व अस्पतालों की कमी आदि

यूपी, उत्तराखंड के लिए कंसलटेंट

1- प्राइसवाटरहाउस कूपर्स, रूद्राभिषेक इंटरप्राइजेज, सीपीजी कंसलटेंट्स

2- आईसीएफ कंसल्टिंग इंडिया, आईसीएफ कंसल्टिंग सर्विसेज, टोटल सिनर्जी

3- मार्स प्लानिंग, वॉल्श राबर्ट्स, टॉड्स एंड यूपिको

4- आर्वी एसोसिएट्स, मार्स टेलीकॉम

5- इंजीनियरिंग इंडिया, जेपीेस एसोसिएट्स

6- एनके बिल्डकॉन प्रा.लि।

7- सॉफ्टटेक इंजीनियर्स, डिजाइन प्वाइंट

8-डाटा व‌र्ल्ड, इनोवेस्ट, कैरीटॉस

9-इंटरनेशनल सिटी, अरबन मैनेजमेंट सेंटर

10- डॉर्स होल्डिंग, डॉर्स कंसल्ट, एआर कदियाली

Posted By: Inextlive