प्रदेश सरकार नौनिहालों की शिक्षा को लेकर काफी संजीदा दिख रही है. कायाकल्प के तहत हाईटेक स्कूल बनाए जा रहे हैं. वहीं सिस्टम की लाचारी कहें या विभागीय लापरवाही कुछ स्कूलों में बच्चों को मूलभूत सुविधाएं तक मुहैया नहीं हो पा रही हैं. हाल यह है कि जो स्कूल दूसरों के लिए आदर्श बनाए गए हैं वही बदहाल हैं. कल्याणपुर के कटरी शंकरपुर सराय प्राथमिक विद्यालय मॉडल स्कूल है. यहां न तो बिजली है और न ही बच्चों को किताबें मिली है. अंधेरे कमरे और बिना किताबों के बच्चे क्या पढ़ रहे होंगे भगवान ही मालिक है. शुक्रवार को कमिश्नर डॉ. राजशेखर के निरीक्षण में ये खामियां मिलीं.

कानपुर (ब्यूरो) कमिश्नर ने एडी बेसिक को आदेश देकर यह जांचने को कहा कि इस स्कूल में किताबें मिलने में चार महीने की देरी क्यों हुई है। उन्होंने एडी बेसिक को सभी जिलों के साथ जांच करने और अगले 24 घंटों में रिपोर्ट देने के लिए कहा है।

पैरेंट्स से फोन पर की बात
स्कूल में 148 बच्चों का एडमिशन है लेकिन कमिश्नर के निरीक्षण के दौरान यहां 110 बच्चे उपस्थिति थे। कमिश्नर ने स्कूल न आने वाले बच्चों के पैरेंट्स से बात की। स्कूल में हेड मास्टर और तीन टीचर मौजूद थे। उन्होंने अभिभावक शिक्षक बैठक के रजिस्टर भी चेक किए। जानकारी मिली कि चार महीने से बैठक नहीं की गई जबकि यह हर महीने होनी चािहए। यह भी जानकारी मिली कि यहां सिर्फ 10 से 15 पैरेंट्स ही पीटीएम में भाग लेते हैं।

15 दिन से केबल क्षतिग्रस्त
निरीक्षण के दौरान स्कूल में बिजली गुल थी। प्रधानाध्यापक से पूछा तो उन्होंने बताया कि पिछले 15 दिनों से बिजली आपूर्ति नहीं हो रही है। क्योंकि पोल से स्कूल तक बिजली आपूर्ति केबल क्षतिग्रस्त है। उन्होंने एबीएसए और प्रधान को इसकी मरम्मत और अगले 24 घंटों में बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कहा। उन्होंने बच्चों से बातचीत कर एक पौधा भेंट कर प्रेरित किया। सभी बच्चों ने पौधे को लगाने और उसे संरक्षित करने का संकल्प लिया।

Posted By: Inextlive