ड्रोन कैमरे से भी क्या कर लेंगे जनाब
- शहरवासियों को जाम से निजात दिलाने के लिए ट्रैफिक विभाग को मिला द्रोण कैमरा
- तीन किमी की रेंज तक का ट्रैफिक हाल बताएगा, पुलिस को करेगा अलर्ट - ट्रैफिक पुलिस के साथ पूरा शहर जानता है कहां, कब और क्यों लगता है जामKANPUR। कानपुराइट्स को जाम से निजात दिलाने के लिए बीते सालों में कितने ही प्रयास किए जा चुके हैं लेकिन हालात जस के तस हैं। अब ट्रैफिक विभाग ने 10 लाख रुपए का एक ड्रोन कैमरा खरीदा है जो एक ही जगह से तीन किलोमीटर की रेंज तक ट्रैफिक का हाल बता देगा। जिससे ट्रैफिक जवानों का फौरन वहां भेजकर स्थिति कंट्रोल की जा सके। लेकिन, इस कदम के बारे में आम शहरवासियों का कहना है कि ड्रोन कैमरा लगाकर भी क्या होगा। ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को वसूली और अन्य कामों से फुर्सत मिलेगी तब कुछ होगा ना। पुलिस और प्रशासन के साथ पूरा कानपुर अच्छी तरह जानता है कि जाम कहां, कब और क्यों लगता है। अगर दोनों अपना काम पूरी इच्छाशक्ति औ ईमानदारी से करें तो जाम से वैसे ही मुक्ति मिल जाएगी।
इसी वीक होगा ट्रॉयलएसपी ट्रैफिक सर्वानंद यादव ने बताया कि शहर के जाम को नियंत्रित करने के लिए एक बड़ा व दो छोटे द्रोण कैमरे शासन से मांगे गए थे। जिसमें एक बड़ा कैमरा यहां आ चुका है। जिसका ट्रायल भी इसी सप्ताह किया जाएगा। इस ड्रोन कैमरे से ट्रैफिक विभाग एक प्वाइंट से तीन किलो मीटर तक के यातायात की लोकेशन ले सकेगा। उन्होंने बताया की दो छोटे ड्रोन कैमरे अभी आना बाकी है।
ये शहर के जाम प्वाइंट - सीओडी रेलवे क्रॉसिंग - नंदलाल, चावला मार्केट चौराहा - झकरकटी पुल से अफीम कोठी - जरीब चौकी - घंटाघर चौराहा - मूलगंज चौराहा - बड़ा चौराहा - किदवई नगर साउथ एक्स मॉल - कल्याणपुर रेलवे क्रॉसिंग - कोकाकोला चौराहा - पांच नंबर गुमटी - नयागंज किराना बजार - नरेन्द्र सेतु पुल से हैलट गेट तक - आरटीओ रोड ------------------------------ ये हैं जाम के मुख्य कारण -सड़कों पर अतिक्रमण - जगह-जगह चली खुदाई - ट्रैफिक पुलिस की कमी - सिपाहियों का ड्यूटी से गायब रहना -ड्यूटी छोड़कर वसूली में व्यस्त रहना - ट्रैफिक रूल्स वॉयलेशन - सिविक सेंस की कमी - टैम्पो और ऑटो चालकों की अराजकता - प्रॉपर पार्किंग की व्यवस्था न होना - नो एंट्री में वाहनों का प्रवेश