47 हजार उपभोक्ताओं को मिलेगी अमृत जल संजीवनी
- जलकल की ओर से तैयार की जा रही कार्य योजना
- अमृत योजना के तहत दिए जाएंगे पेयजल कनेक्शन abhishekmishra@inext.co.in LUCKNOW: लंबे समय से पेयजल कनेक्शन का इंतजार कर रहे लोगों के लिए राहत भरी खबर सामने आई है। जलकल की ओर से सभी लोगों को पेयजल कनेक्शन देने के लिए कार्य योजना तैयार की गई है। यह कदम अमृत सिटी योजना के तहत उठाया जाना है। इसके साथ ही अवैध कनेक्शनों को भी दुरुस्त करने संबंधी तैयारी शुरू कर दी गई है। 47 हजार लक्ष्य जानकारी के अनुसार, जलकल की ओर से अमृत सिटी योजना के तहत करीब 47 हजार उपभोक्ताओं को पेयजल कनेक्शन दिए जाने का लक्ष्य रखा गया है। महकमे की ओर से जल्द ही इस दिशा में अपने कदम आगे बढ़ाए जाएंगे। 3 हजार अवैध कनेक्शनशहर में करीब ढाई से तीन हजार अवैध पेयजल कनेक्शन हैं। इन कनेक्शनों को भी दुरुस्त करने को लेकर कवायद हो रही है। जानकारी के अनुसार, इन सभी अवैध कनेक्शनों को वैध किया जाएगा। हां, इतना जरूर है कि इन सभी कनेक्शनधारियों पर जुर्माना आदि भी लगाया जाएगा।
हर वार्ड में होगा सर्वेजलकल की ओर से जल्द ही हर वार्ड में सर्वे शुरू कराया जाएगा। सर्वे के दौरान पहले तो ऐसे लोगों की अलग से लिस्ट बनाई जाएगी, जिन्होंने अभी तक पेयजल कनेक्शन नहीं लिया है। इसके साथ ही ऐसे लोगों की भी लिस्ट बनवाई जाएगी, जो अवैध कनेक्शन के दायरे में आते हैं।
लिस्ट के आधार पर कार्रवाई दोनों तरह की लिस्ट बनने के बाद जलकल की ओर से कार्रवाई संबंधी कदम उठाया जाएगा। एक तरफ तो लोगों को पेयजल के कनेक्शन दिए जाएंगे, वहीं दूसरी तरफ अवैध कनेक्शनधारियों पर कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी। इसके लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। फैक्ट फाइल - 3 लाख 74 हजार कुल जलकल उपभोक्ता -47 हजार नए पेयजल कनेक्शन दिए जाएंगे -2500-3 हजार वर्तमान समय में अवैध कनेक्शन जलकर वसूली पर भी फोकस महकमे के अधिकारियों की ओर से जलकर वसूली पर भी फोकस किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, महकमे की ओर से बड़े जलकल बकाएदारों की लिस्ट बनवाई जा रही है। इसके बाद वार्डवार अभियान चलाकर जलकर बकाएदारों पर शिकंजा कसा जाएगा। पूरा प्रयास किया जाएगा कि जलकर वसूली का टारगेट हासिल किया जा सके। वर्जनयह बात सही है कि हमारी ओर से अमृत सिटी योजना के तहत करीब 47 हजार पेयजल कनेक्शन दिए जाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके साथ ही वार्डवार अभियान चलाकर अवैध कनेक्शनधारियों को भी चिन्हित किया जाएगा।
एसके वर्मा, महाप्रबंधक, जलकल