बच्चों से जुड़ी हर बीमारी का इलाज पीजीआई में एक ही छत के नीचे मिलेगा. इसके लिए पीजीआई में एडवांस पीडियाट्रिक सेंटर की स्थापना की जाएगी. करीब 500 करोड़ की लागत से यह परियोजना पूरी होगी. यह घोषणा सीएम योगी द्वारा की गई. वे शनिवार को पीजीआई में इमरजेंसी मेडिसिन और एडवांस किडनी ट्रांसप्लांट सेंट समेत सात अन्य सुविधाओं के लोकार्पण करने पहुंचे थे।

लखनऊ (ब्यूरो)। पीजीआई निदेशक प्रो। आरके धीमन के मुताबिक एडवांस पीडियाट्रिक सेंटर में बच्चों की बीमारी से संबंधित करीब 24 डिपार्टमेंट होंगे। इसमें पीडियाट्रिक्स में न्यूरो, आर्थो, यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, कार्डियोलॉजी, गेस्ट्रोइंट्रोलॉजी, इंडोक्राइनोलॉजी समेत अन्य सभी स्पेशलाइज्ड डिपार्टमेंट होंगे।


किडनी का हïोगा इलाज
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया कि कोविड प्रबंधन में सरकार ने अहम भूमिका निभायी है। इसमें पीजीआई का महत्वपूर्ण रोल है। इस दौरान सीएम ने इमरजेंसी मेडिसिन और एडवांस किडनी ट्रांसप्लांट सेंटर समेत सात सेवाओं का लोकार्पण किया। इससे ब्रेन स्ट्रोक, दिल का दौरा पडऩे व शरीर के किसी भी अंग में रक्तस्राव के अलावा किडनी व दूसरी गंभीर बीमारियों का इलाज किया जाएगा। इस मौके पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, राज्य मंत्री संदीप सिंह, सांसद कौशल किशोर, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा सीएमएस डॉ। गौरव अग्रवाल आदि मौजूद रहे।


एक लाख मरीजों को लाभ
पीजीआई के सीएमएस डॉ। गौरव अग्रवाल ने बताया कि यहां चल रही 30 बेड की इमरजेंसी के मुकाबले नए इमरजेंसी मेडिसिन में सात गुना यानि 210 बेड हो गए हैं। मरीजों की भर्ती जल्द शुरू होगी। एक लाख मरीजों को हर तरह का इलाज मिलेगा। पीजीआई में देश का सबसे बड़ा 348 बेड का एडवांस किडनी ट्रांसप्लांट सेंटर हो गया है। नेफ्रोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ। नारायण प्रसाद के मुताबिक यहां चार गुना किडनी ट्रांसप्लांट हो सकेंगे। हफ्ते में 12 से 15 ट्रांसप्लांट, 110 डायलिसिस स्टेशन में रोज 200 से ज्यादा डायलिसिस, 97 बेड और आईसीयू में आठ से 11 बेड हो गए हैं।

इन सेवाओं लोकार्पण
- इमरजेंसी मेडिसिन
- एडवांस किडनी ट्रांसप्लांट सेंटर
- एडवांस ब्रोंकोस्कॉपी
- तीन माड्यूलर ऑपरेशन थियेटर
- शोध छात्रों के लिए 100 आवास
- 80 नर्स आवास
- पीआरए गेस्ट हाउस
- दो विद्युत उपकेंद्र

Posted By: Inextlive