Lucknow News: संजय गांधी पीजीआई में जल्द जांच के नाम पर कर्मचारियों द्वारा उगाही की जा रही है। जहां जल्द सीटी स्कैन कराने के नाम पर एक कर्मचारी ने पहले पांच रुपये मांगे। तीमारदार द्वारा सौ रुपये देते समय उसकी रिकार्डिंग कर ली गई। जिसके बाद तीमारदार ने निदेशक को रिकार्डिंग सौंपते हुए शिकायत की।


लखनऊ (ब्यूरो)। संजय गांधी पीजीआई में जल्द जांच के नाम पर कर्मचारियों द्वारा उगाही की जा रही है। जहां जल्द सीटी स्कैन कराने के नाम पर एक कर्मचारी ने पहले पांच रुपये मांगे। तीमारदार द्वारा सौ रुपये देते समय उसकी रिकार्डिंग कर ली गई। जिसके बाद तीमारदार ने निदेशक को रिकार्डिंग सौंपते हुए शिकायत की। जिसके बाद आरोपी कर्मचारी को बर्खास्त कर दिया। वहीं, तीमारदार की तहरीर पर पीजीआई कोतवाली ने आरोपी कर्मचारी हिमांशु गौतम के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया।जल्द जांच के नाम पर मांगे पैसे


प्रतापगढ़ जिले के परसरामपुर निवासी राहुल शर्मा के मुताबिक, पिता राजेंद्र कुमार शर्मा का इंडोक्राइन विभाग में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। 27 अप्रैल को डॉक्टर ने पिता का सीटी स्कैन कराने को कहा। जिसके बाद वह जांच के लिए पैसा जमा करने के बाद एफ ब्लॉक में सिटी स्कैन कराने गये। पर वहां बहुत भीड़ थी। तभी वहां मौजूद अटेंडेंट हिमांशु गौतम ने जल्दी सिटी कराने के एवज में राहुल से 500 रुपये मांगे। उन्होंने इतने रुपये देने में असमर्थता जाहिर की। फिर हिमांशु ने 100 रुपये लेकर सिटी करा दिया। इसी दौरान तीमारदार ने रुपये देते कर्मचारी का वीडियो बना लिया।ब्लड के लिए मांगे पांच हजार रुपये

राहुल के मुताबिक, कर्मचारी द्वारा पांच हजार रुपये में प्रति यूनिट खून दिलाने की बात कही। इसके बाद हिमांशु ने खून उपलब्ध कराने के लिए कई बार कॉल की। इसकी भी राहुल ने रिकार्डिंग कर ली। जिसके बाद वीडियो और रिकार्डिंग पीजीआई निदेशक डॉ। आरके धीमन को भेज उनसे शिकायत की गई। निदेशक ने तत्काल सीएमएस व रेडियोडायग्नोसिस विभाग के डॉक्टरों को बुलाकर आरोपी कर्मचारी की पहचान करायी। उसे तुरंत आउट सोर्सिंग कंपनी को सूचना देकर हटा दिया गया। राहुल की तहरीर पर पीजीआई कोतवाली ने मुकदमा दर्ज कर लिया। पीजीआई इंस्पेक्टर बृजेश चंद्र तिवारी का कहना है कि आरोपी को जेल भेज दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।

Posted By: Inextlive