दूर होगा स्टूडेंट का हर मर्ज जॉब नहीं बनेगी सिरदर्द
- छात्रों की कमजोरियों को जानने के लिए एकेटीयू रखेगा उनका पूरा रिकॉर्ड
- कमजोर पहलुओं को मजबूत करने की योजना, जॉब के लिए प्लेसमेंट सेल LUCKNOW: कमजोर इंग्लिश हो, इंटरव्यू की प्रॉब्लम हो या फिर जॉब की टेंशन डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एकेटीयू) ने अब अपने छात्रों की इन परेशानियों को दूर करने के लिए परफेक्ट प्लान बनाया है। इसके तहत एकेटीयू नए सेशन से स्टूडेंट का रिपोर्ट कार्ड तैयार करेगा। जिसमें उसकी कमजोरियों, क्लास में अटेंडेंस के अलावा ईमेल, मोबाइल नंबर जैसी जरूरी जानकारियां भी होंगी। छात्रों की कमजोर कडि़यों को ध्यान में रखकर उन्हें मजबूत करने की कोशिश की जाएगी और प्लेसमेंट सेल के जरिए उन्हें जॉब भी दिलवाई जाएगी। इससे एकेटीयू से संबद्ध कॉलेजों में पढ़ने वाले करीब पांच लाख छात्रों को फायदा पहुंचेगा। सेंट्रल प्लसेमेंट सेल से जुड़ेंगे सभी कॉलेजयूनिवर्सिटी ने अपने सभी एफिलिएटेड इंजीनियरिंग व मैनेजमेंट कॉलेजों को ऑर्डर जारी कर दिए हैं। कॉलेज अपने स्टूडेंट्स की पूरी डिटेल यूनिवर्सिटी को खुद उपलब्ध कराएंगे। एकेटीयू में पिछले छह मंथ से प्लेसमेंट सेल बनाने का काम तेजी से चल रहा हैं। इससे सभी कॉलेजों को जोड़ा जाएगा। जिससे कोर्स पूरा करने के बाद स्टूडेंट्स को बड़ी कंपनियों में नौकरियां दिलाई जा सकें। प्लेसमेंट सेल में ही सभी स्टूडेंट्स के रिकॉर्ड सुरक्षित रखे जा सकेंगे। नए सेशन से प्लेसमेंट सेल प्रारंभ हो जाएगी। इस पर एकेटीयू इसलिए जोर दे रही है क्योंकि बीते दिनों रोजगार मेले में अधिकांश छात्रों को नौकरी केवल इसलिए नहीं मिल पाई थी, क्योंकि उनका बॉयोडाटा सही नहीं था।
इस तरह काम करेगी प्लेसमेंट सेल प्लेसमेंट सेल से सभी कॉलेज के छात्र जुड़ेंगे छात्रों का बॉयोडाटा भी यहां तैयार किया जाएगा स्टूडेंट की योग्यता के हिसाब से कंपनी चुनी जाएगी चयनित कंपनी में स्टूडेंट का इंटरव्यू कराया जाएगा जॉब के लिए स्टूडेंट्स को भटकना नहीं पड़ेगा रिकॉर्ड रखने के ये होंगे फायदे - पूरा रिकॉर्ड, जिसमें अटेंडेंस और मार्क्स भी शामिल होंगे - स्टूडेंट्स के कमजोर पहलू पता चल पाएंगे - छात्रों की कमजोरियों पर काम करेंगे शिक्षक - छात्रों की पढ़ाई का स्तर और ऊंचा उठेगा - इंग्लिश और इंटरव्यू की समस्या को दूर किया जाएगा - जॉब के लिए अच्छी तरह तैयार होंगे स्टूडेंट्स कॉलेजों में स्टूडेंट्स को पढ़ाने के स्तर को बढ़ाने के लिए यह योजना शुरू की गई हैं। नए सेशन से इसे पूरी तरह से लागू कर दिया जाएगा। इसी के साथ कई और महत्वपूर्ण बदलाव भी किए जाएंगे। डॉ। विनय पाठक, वाइस चांसलर, एकेटीयू