इंदौर की तर्ज पर राजधानी को स्मार्ट बनाने की दिशा में दो कदम उठाने की तैयारी की गई है पहला कदम वेंडिंग जोन से जुड़ा हुआ है जबकि दूसरा अंडरग्राउंड बिंस से। खास बात यह है कि दोनों कदमों को इंप्लीमेंट करने के लिए सारी तैयारियां भी पूरी कर ली गई हैैं। कुल मिलाकर जल्द ही राजधानी की जनता को उक्त दोनों कदमों का लाभ मिलेगा।

लखनऊ (ब्यूरो)। इस कदम के अंतर्गत सबसे पहले वेंडिंग जोन में कलर कांसेप्ट लागू किया जाएगा। इसका मतलब यह है कि हर जोन के हिसाब से वेंडिंग जोन को कलरिंग की जाएगी। उदाहरण के लिए जैसे जोन एक में आने वाले वेंडिंग जोन को लाल या औरेंज रंग से कलरिंग की जाएगी और दूसरे जोन के वेंडिंग जोन को दूसरे कलर से। कुल मिलाकर प्रयास यही है कि कलरिंग के माध्यम से लोग जान सकें कि यह वेंडिंग जोन है।


पेंटिंग इत्यादि भी
हाल में ही जोन चार स्थित एक वेंडिंग जोन को मॉडल वेंडिंग जोन के रूप में विकसित किया गया है। इसी की तर्ज पर सभी वेंडिंग जोन को मॉडल के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके अंतर्गत वेंडिंग जोन में स्वच्छता संबंधी पेंटिंग इत्यादि कराई जाएगी। वहीं वेंडिंग जोन को स्वच्छ रखने के लिए प्रॉपर डस्टबिन भी रखे जाएंगे, जिससे वेंडिंग जोन से निकलने वाला वेस्ट रोड पर न नजर आए।


पानी के इंतजाम
पहली बार वेंडिंग जोन में पानी इत्यादि के भी इंतजाम किए जा रहे हैैं। इसकी वजह यह है कि वेंडर्स की ओर से पेयजल संबंधी समस्या दर्ज कराई गई है, जिसे ध्यान में रखते हुए पेयजल के इंतजाम भी किए जाएंगे। इसके साथ ही प्रॉपर लाइटिंग की भी व्यवस्था कराई जाएगी। जिससे रात के वक्त वेंडिंग जोन में अंधेरा न रहे।

38 अंडरग्राउंड बिंस भी लगेंगे
इस कदम को उठाने की प्रमुख वजह यही है कि प्रमुख मार्गों को वेस्ट फ्री किया जा सके। इसके लिए सभी प्रमुख प्वाइंट्स पर अंडरग्राउंड बिंस लगाने की तैयारी की गई है। खास बात यह है कि अंडरग्राउंड बिंस मंगा भी लिए गए हैैं और जल्द ही इन सभी को अलग-अलग स्थानों पर लगा दिया जाएगा।


15वें वित्त से बजट
अंडरग्राउंड बिंस को लगाने के लिए 15वें वित्त से बजट की व्यवस्था की जा चुकी है। जिससे इस कार्य में बजट संबंधी कोई समस्या सामने नहीं आएगी। पहले चरण में प्रमुख मार्केट्स में बिंस को लगाया जाएगा। बिंस लगाए जाने के बाद इनकी मॉनीटरिंग भी की जाएगी। जिससे बिंस में वेस्ट न नजर आए। इसके लिए बकायदा कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी।


पहले भी हुआ था ट्रायल
करीब दो साल पहले ईकोग्रीन कंपनी की ओर से भी हजरतगंज, भूतनाथ समेत चार प्वाइंट पर अंडरग्राउंड बिंस लगवाए गए थे। इसकी पूरी जिम्मेदारी कंपनी की थी। गुजरते वक्त के साथ ये बिंस शोपीस बनकर रह गए। वर्तमान समय में तो लगभग उक्त व्यवस्था पूरी तरह से समाप्त हो चुकी है। एक वजह यह भी थी कि अंडरग्राउंड बिंस में मलबा इत्यादि डालने का काम शुरू कर दिया गया था, जिसकी वजह से ही बिंस खराब हो गए। ऐसे में अब जो बिंस लग रहे हैैं, उनमें यह जरुर ध्यान देना होगा कि बिंस में सिर्फ गीला और सूखा वेस्ट ही फेंका जाए। अगर मलबा इत्यादि फेंका गया तो इनकी हालत भी पहले जैसे हो सकती है।


16 लगाने की तैयारी
पहले चरण में 16 बिंस लगाए जाने की तैयारी की जा चुकी है। इसके लिए जगह भी निर्धारित कर ली गई है। आलमबाग में सबसे पहले इन्हें लगाया जाएगा। इसके बाद राजधानी के अन्य स्थानों में भी इन्हें लगाया जाएगा। जिससे ओपन वेस्ट नजर नहीं आएगा।


सभी वेंडिंग प्वाइंट्स को मॉडल जोन के रूप में विकसित किया जाएगा। जोन चार में एक वेंडिंग प्वाइंट को मॉडल के रूप में डेवलप किया गया है। इसके साथ ही ओपन वेस्ट की समस्या को समाप्त करने के लिए 38 अंडरग्राउंड बिंस भी लगाए जाएंगे। इसके लिए बजट की व्यवस्था हो चुकी है।

संयुक्ता भाटिया, मेयर

Posted By: Inextlive