कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रान को एक ओर डब्ल्यूएचओ ने वेरिएंट ऑफ कंसर्न बताया है। वहीं दूसरी ओर राजधानी में कोरोना केसेस में कमी क्या आई हर ओर लापरवाही का आलम फैल गया है। अप्रैल-मई में सेकंड वेव के आतंक को लोगों ने भूला दिया है। मॉल्स मार्केट स्कूल अस्पताल रेलवे व बस स्टैंड समेत अन्य जगहों पर लोगों की जबरदस्त भीड़ उमड़ रही है। लोगों द्वारा न तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है और न ही मास्क लगाया जा रहा है जबकि एक्सपर्ट लगातार चेता रहे हैं कि कोरोना अभी गया नहीं है।


लखनऊ (ब्यूरो) । राजधानी के सिविल, बलरामपुर अस्पताल व केजीएमयू समेत अन्य अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं खोल दी गई हैं। सभी जगहों पर लोग न तो सोशल डिस्टेंस का पालन कर रहे हैं और न ही मास्क लगा रहे हैं। सिविल अस्पताल में इमरजेंसी गेट पर थर्मल स्कैनिंग, रजिस्टर और गार्ड तैनात रहता था, लेकिन अब यह व्यवस्था यहां से गायब हो गई है। इमरजेंसी में मरीजों से अधिक इंटर्न की भीड़ रहती है। ऐसे में कोरोना फैलने का खतरा बना हुआ है। वहीं केजीएमयू में थर्मल स्कैनिंग होती दिखी, लेकिन अंदर मरीज बिना मास्क और भीड़ में बैठे नजर आये। ऐेसे में लापरवाही जारी रही तो जल्द ही ओपीडी सेवाएं भी बंद करने की नौबत आ सकती है।

मार्केट में भी नियमों की उड़ रही धज्जियां
मार्केट में भी कोरोना नियमों की खुले आम धज्जियां उड़ रही हैं। सहालग का समय चलने के कारण राजधानी की विभिन्न मार्केट में खरीदारों की भीड़ दिनभर बनी रहती है। आलम यह है कि अमीनाबाद में सोशल डिस्टेंसिंग के नियम तार-तार हो गये हैं। आधे से अधिक लोगों के चेहरों से मास्क गायब है जबकि जो मास्क लगाये गये हैं उनमें भी अधिकतर मास्क गलत पहने हुए हैं। दुकानदार भी अब मास्क और सेनेटाइजेशन पर ज्यादा ध्यान नहीं दे रहे हैं जबकि एक्सपर्ट चेतावनी दे चुके हैं कि कोरोना सार्वजनिक जगहों पर ज्यादा तेजी से फैलता है।

Posted By: Inextlive