लखनऊ यूनिवर्सिटी के जो स्टूडेंट्स कोरोना की दूसरी लहर के दौरान एग्जाम नहीं दे सके थे उन्हें प्रमोट किया जाएगा। ऐसे स्टूडेंट्स की संख्या करीब 500 बताई जा रही है। बुधवार को एक प्रेस वार्ता के दौरान वीसी प्रो। आलोक कुमार राय ने यह जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि अगर दोबारा एग्जाम कराया जाता तो उसमें समय लगता और बाकी कई स्टूडेंट्स भी इसमें शामिल होने की मांग करते।


लखनऊ (ब्यूरो)। वीसी ने बताया कि बीते दिनों हुई परीक्षा समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया है। इन सभी स्टूडेंट्स को मिड टर्म और सेकंड सेमेस्टर के सब्जेक्ट के नंबरों के आधार पर औसत अंक दिए जाएंगे। वीसी ने कहा कि इन स्टूडेंट्स में सभी अलग-अलग विषयों, अलग-अलग सेमेस्टर के हैं, इसलिए सभी के लिए अलग-अलग एग्जाम करना बेहद लंबा और खर्चीला होता, इसलिए स्टूडेंट्स के हित में यह निर्णय लिया गया है। लॉ डिपोर्टमेंट से शुरू होंगे सेमेस्टर एग्जाम
लखनऊ यूनिवर्सिटी के सेमेस्टर एग्जाम दिसंबर में शुरू होंगे। सबसे पहले लॉ सब्जेक्ट के एग्जाम होंगे, हालांकि इनमें फस्र्ट सेमेस्टर के एग्जाम नहीं नहीं होंगे। एलयू सेकंड इयर के स्टूडेंट्स का एग्जाम कराएगा। वहीं एकेडमिक सेशन 2021-22 के स्टूडेंट्स का एग्जाम फरवरी में कराने की तैयारी है। इस सवाल पर कि चुनाव से पहले फस्र्ट सेमेस्टर के एग्जाम होंगे या नहीं। वीसी ने कहा कि चुनावों से एलयू का कोई लेनादेना नहीं है। न तो कैंपस में बूथ बनते हैं, न यहां के शिक्षकों की ड्यूटी लगती है इसलिए फस्र्ट सेमेस्टर के एग्जाम फरवरी में कराने की कोशिश हो रही है।

Posted By: Inextlive