अपनों से ही परेशान है पुलिस
आशिक मिजाजी बनी परेशानी का सबब
पुलिस फोर्स में आशिक मिजाजी का नया टे्रंड परेशानी का सबब बन गया है। बात है अगस्त महीने की जब तत्कालीन एसओ अलीगंज मो। तौफीक खान ने थाने में तैनात एक लेडी कॉन्सटेबल के हाथ में 'आई लव यू लिख दिया। अपने एसओ की हरकत से सदमें में आई पीडि़ता ने डीआईजी से शिकायत कर दी। मामले की जांच में आरोपों की पुष्टि होने पर एसओ खान को सस्पेंड करते हुए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई। इसी तरह एक अन्य घटना में आरआई 1 कुलभूषण ओझा ने ड्यूटी मुंशी के पद पर तैनात लेडी कॉन्सटेबल से छेड़खानी कर दी। पीडि़ता ने एसएसपी और आईजी से शिकायत की। आईपीएस सोनिया सिंह की अध्यक्षता में बनी चार सदस्यीय कमेटी ने आरोपों को सही पाया और आरोपी आरआई को सस्पेंड कर दिया गया। उनके खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई।लगता है डरराजधानी के एक थाने में तैनात लेडी कॉन्सटेबल ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि जब उन्होंने पुलिस डिपार्टमेंट में नौकरी ज्वाइन की थी तो उन्हें लगा था कि वे अब सुरक्षित हैं। पर, डिपार्टमेंटल शोहदों की वजह से अब उन्हें ड्यूटी के दौरान डर लगने लगा है। एक अन्य लेडी कॉन्सटेबल ने बताया कि हाल के दोनों मामले सामने आने के बाद उसके पिता उसे लगातार महिला थाने या फिर पुलिस ऑफिस में ड्यूटी लगवाने के लिये कह रहे हैं। लेडी कॉन्सटेबल्स में घर कर रही यह धारणा डिपार्टमेंट के साथ ही समाज के लिये भी चिंता की बात है।
क्रिमिनल्स से करीबी है वजहएसएसपी जे। रविन्दर गौड़ कहते हैं कि ड्यूटी के दौरान कुछ पुलिसकर्मी क्रिमिनल्स से करीबी बढ़ा लेते हैं। लगातार साथ उठने-बैठने से उनका माइंड सेट भी क्रिमिनल्स की ही तरह हो जाता है। इसी का नतीजा है कि क्राइम और क्रिमिनल्स पर नकेल कसने का काम ताक पर रख कुछ पुलिसकर्मी मर्डर, लूट व डकैती करने से गुरेज नहीं करते। एसएसपी गौड कहते हैं हालांकि छेड़खानी की शिकायतें पहले भी सामने आई हैं। पर, अब बदलते समाज में इसकी शिकार हुई लड़कियां शिकायत करने के लिये सामने आ रही हैं, और उस पर कार्रवाई भी हो रही है।लुभाता है अंडरवल्र्ड का ग्लैमरमहंगी एसयूवी का काफिला, चारों ओर से घेरे हुए दर्जनों बॉडीगार्ड, इफरात रुपयाअडरवल्र्ड का यही ग्लैमर क्रिमिनल मेंटेलिटी के खाकीधारियों को अपनी ओर खींचता है। पूर्वांचल के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के खास सिपाहसलार माने जाने वाले टाईगर हैदर और संजय बर्खास्त सिपाही हैं। बाजारखाला में कुछ साल पहले हुए डबल मर्डर में बर्खास्त कॉन्सटेबल अजय सिंह का नाम सामने आया था।
सामाजिक पतन है कारणसाइकोलॉजिस्ट आशुतोष श्रीवास्तव पुलिसकर्मियों के क्राइम की घटनाओं में शामिल होने को सामाजिक पतन से जोड़ते हैं। वे कहते हैं कि हाल के दिनों में सामाजिक मूल्य और परंपराओं में गिरावट आती जा रही है। चूंकि पुलिस भी इसी समाज का हिस्सा है, इसलिए उनके भी चरित्र में अगर यह गिरावट दिख रही है तो किसी को हैरानी नहीं होनी चाहिये।खाकी पर आरोप -एसओ अलीगंज मो। तौफीक खान ने मातहत लेडी कॉन्सटेबल से छेड़खानी की, सस्पेंड व एफआईआर दर्ज-आरआई कुलभूषण ओझा ने ड्यूटी मुंशी पद पर तैनात लेडी कॉन्सटेबल से छेड़खानी की, सस्पेंड व एफआईआर दर्ज-अलीगंज में गुटखा व्यवसायी ओमनारायण के घर से क्राइम ब्रांच कर्मियों ने 10 लाख रुपये लूटे-चिनहट में अनाज व्यापारी से क्राइम ब्रांच कर्मियों ने 15 हजार रुपये लूटे-तालकटोरा खोआ मंडी में व्यापारियों को कार्रवाई की धमकी देकर लूटपाट की कोशिश-बीजेपी नेता मालती शर्मा मर्डर केस में कॉन्सटेबल राजकुमार राय पर आरोप-आलमबाग में कॉन्सटेबल रवि कुमार दीक्षित को मर्डर के आरोप में अरेस्ट किया गया-मीट व्यवसायी सचिन के मर्डर में कॉन्सटेबल सुनील सिंह पर लगा आरोप-सरोजनीनगर में सोना लूटकांड में एक दारोगा समेत पांच पुलिसकर्मियों के नाम सामने आये, बर्खास्त