160 सिटी बसें पहले चलती थी राजधानी में 25 हजार मुसाफिर तब रोज करते थे सफर 80 के करीब बसें चल रही हैं इस समय 4.5 हजार मुसाफिर ही अब रोज कर रहे सफर 4 हजार से अधिक ऑटो हैं सफर में 20 हजार से अधिक ई-रिक्शा शहर में - सिटी बसों की जगह लोग ऑटो ई-रिक्शा और रिक्शा में सफर को दे रहे वरीय

160 सिटी बसें पहले चलती थी राजधानी में

25 हजार मुसाफिर तब रोज करते थे सफर

80 के करीब बसें चल रही हैं इस समय

4.5 हजार मुसाफिर ही अब रोज कर रहे सफर

4 हजार से अधिक ऑटो हैं सफर में

20 हजार से अधिक ई-रिक्शा शहर में

- सिटी बसों की जगह लोग ऑटो, ई-रिक्शा और रिक्शा में सफर को दे रहे वरीयता

- पहले की तुलना में 20 फीसद पैसेंजर्स भी नहीं मिल रहे हैं सिटी बसों को

LUCKNOW: एक जून से राजधानी में सिटी बसों का संचालन फिर से शुरू हो चुका है लेकिन लखनवाइट्स सिटी बसों की जगह ऑटो, ई-रिक्शा और रिक्शा में ज्यादा सफर कर रहे हैं। उनका कहना है कि सिटी बसों की तुलना में इनमें सफर करना अधिक सुरक्षित है। यह हाल तब है जब सिटी बसों में यात्रियों की सुरक्षा के लिए काफी इंतजाम किए गए हैं।

सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन रखनी है

सिटी बसों का किराया ऑटो, ई-रिक्शा और रिक्शा से कम है, इसके बाद भी लोग सिटी बसों ने दूरी बनाए हुए हैं। लोगों का कहना है कि सिटी बसों में सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन रखना मुश्किल है। यही कारण है कि वे ऑटो, ई-रिक्शा और रिक्शा को ही सफर के लिए बेहतर मान रहे हैं।

5 हजार सवारियां भी नहीं मिल रहीं

सामान्य दिनों यहां की सड़कों पर 180 सिटी बसों का संचालन किया जाता था और रोज इनमें 25 हजार पैसेंजर्स सफर करते थे। इस समय तकरीबन 80 सिटी बसें चल रही हैं और इनमें रोज 5 हजार लोग भी सफर नहीं कर रहे हैं।

आधे रास्ते से लौटती हैं बसें

पैसेंजर्स कम होने से कई बार बसें आधे रास्ते से लौट रही हैं। लंबी दूरी की बसों में भी सिर्फ 2-4 यात्री ही मिल रहे हैं। पहले जिन चौराहों पर सिटी बस पकड़ने के लिए लोगों की भीड़ जुटी रहती थी, वहां अब भीड़ तो रहती है लेकिन वह ऑटो और ई-रिक्शा में ही सफर करती है। सिटी बसें यहां कुछ देर खड़ी रहने के बाद खाली ही चली जाती हैं।

बाक्स

ऑटो वाले का नंबर नोट करते हैं

वहीं ऑटो संचालकों का कहना है कि जब से ऑटो का फिर से संचालन शुरू हुआ है, तब से ही इसमें काफी भीड़ हो रही है। लोग ऑटो और ई-रिक्शा संचालकों के नंबर सेफ कर उन्हें अपनी सुविधानुसार ऑफिस आने और ले जाने के लिए भी बुला रहे हैं। बहुत से लोगों ने तो पूरे माह की बुकिंग करा ली है। लोग ऑटो, ई-रिक्शा, रिक्शा को सिटी बसों से सेफ मान रहे हैं।

कोट

बसों में सुरक्षा के व्यापक कदम उठाए गए हैं। बिना मास्क वाले पैसेंजर्स को चढ़ने नहीं दिया जा रहा है। ड्राइवर्स और कंडक्टर्स को मास्क और सेनेटाइजर दिए जा रहे हैं।

आरके मंडल, एमडी

सिटी बस प्रबंधन

बाक्स

सिटी बसों में किस दिन कितनों ने किया सफर

डेट संख्या

12 जून 4500

11 जून 3500

10 जून 4000

9 जून 4000

8 जून 4500

Posted By: Inextlive