- कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए खुल गए राजधानी के मंदिर

LUCKNOW:

कोरोना संक्रमण के चलते बंद चल रहे मंदिर सोमवार को कोविड गाइडलाइन के अनुरूप खुले तो श्रद्धालु भगवान के दर्शन के लिए मंदिरों की ओर चल पडे़। बारिश के बावजूद भक्त सुबह सात बजे की आरती में शामिल हुए और उन्होंने भगवान के जयकारे लगाकर कोरोना संक्रमण खत्म करने की मनोकामना की। राजधानी के सभी मंदिर शाम सात बजे तक दर्शन के लिए खुले रहे।

बारी-बारी से आए श्रद्धालु

महंत देव्या गिरि ने बताया कि एक बार में पांच भक्तों को प्रवेश की अनुमति दी गई थी। बारी-बारी से श्रद्धालुओं ने मंदिर में आकर दर्शन किए। घसियारी मंडी स्थित काली बाड़ी मंदिर में भी सुबह सात से 11 और शाम को पांच बजे से 6:30 बजे तक दर्शन के लिए बंगाली समाज के लोग लाइन में खड़े रहे। हनुमान सेतु मंदिर भी सुबह सात से शाम सात बजे तक खुला रहा। मंदिर के व्यवस्थापक चंद्रकांत द्विवेदी ने बताया कि कोरोना संक्रमण के प्रोटोकाल के पालन के साथ मंदिर में दर्शन की सुविधा दी गई।

बारिश के कारण भीड़ कम

अलीगंज के नए हनुमान मंदिर के कार्यकारी अध्यक्ष अनिल कुमार तिवारी ने बताया कि मंदिर सुबह सात से शाम सात बजे तक खोला गया और बारिश के चलते श्रद्धालुओं की संख्या कम रही। पुराने हनुमान मंदिर के महंत गोपाल दास ने बताया कि मंदिर में पांच-पांच भक्तों ने दर्शन किए। बीरबल साहनी मार्ग स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर के पुजारी पवन मिश्रा व पक्कापुल स्थित दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर के पुजारी श्रीराम ने बताया कि मंदिर खुला, लेकिन श्रद्धालुओं की संख्या कम रही। प्राचीन नीब करौरी मंदिर के पुजारी आशीष पांडेय ने बताया कि नियमों के तहत मंदिर खोला गया और श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।

Posted By: Inextlive