नहीं रहे पूर्व नगर प्रमुख डॉ. दाऊजी गुप्ता
- 81 साल की उम्र में निधन
रुष्टयहृह्रङ्ख : तीन बार लखनऊ के नगर प्रमुख और एक बार एमएलसी रहे स्वतंत्रता सेनानी, लोकतंत्र सेनानी व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डा.दाऊजी गुप्ता का रविवार को निधन हो गया। वह 81 साल के थे। उनका अंतिम संस्कार सोमवार को भैंसाकुंड नॉन कोविड श्मशान घाट पर किया जाएगा। 17 अप्रैल को हुए थे पॉजिटिव26 नवंबर 1940 में जन्मे डा.गुप्ता ने कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज तीन अप्रैल को लगवाई थी। लंदन में रह रहे उनके पुत्र डा.पद्मेश गुप्ता ने बताया कि 17 अप्रैल को पिता कोरोना पाजिटिव हो गए थे। 18 अप्रैल को उन्होंने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से खुद के कोरोना पाजिटिव होने की सूचना दी थी। चार दिन पहले ही उनकी कोविड जांच रिपोर्ट निगेटिव आई थी। 30 अप्रैल को उनकी हालत बिगड़ी और शुगर लेवल बढ़ गया था। रविवार को उन्हें केजीएमयू ले जाया गया जहां करीब पौने तीन बजे उनका निधन हो गया। उनके परिवारिक मित्र पत्रकार प्रदीप कपूर ने बताया कि पाजिटिव होने से रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद दाऊजी काफी कमजोर हो गए थे।
डॉ.दाऊजी गुप्ता पर एक नजर - जन्म 26 नवंबर 1940, निधन दो मई 2021 - जन्म स्थान-गणेशगंज, लखनऊ --25 जून 1975, इमरजेंसी में जेल गए गए- 1971, 1973, 1989 से 1992 तक तीन बार लखनऊ के नगर प्रमुख रहे
-1971 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने विश्व मेयर संगठन का उपाध्यक्ष मनोनीत किया था। -1997 से 2003 के बीच वह उत्तर प्रदेश के लेजिसलेटिव काउंसिल के पैनल चैयरमैन रहे। -1989 में तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने लखनऊ सीट से सांसद का टिकट दिया था। -1967 से 1995 के बीच वह प्रदेश कांग्रेस कमेटी व नेशनल कांग्रेस कमेटी के सदस्य रहे। -1969 में वह युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहे। - संसदीय प्रतिनिधि मंडल के साथ उन्होंने अमेरिका, कनाडा, फ्रांस, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड व आस्ट्रेलिया समेत कई देशों की यात्रा की। -दो बार राष्ट्रपति पुरस्कार के साथ ही 2015 में उन्हें तमिलनाडु, सरकार की ओर से प्रेस्टीजियस अवार्ड दिया गया। -न्यूयार्क विवि व मेरीलैंड विवि यूएसए के पूर्व अतिथि प्रोफेसर भी रहे। - ¨हदी, अंग्रेजी समेत संस्कृत, पाली, उर्दू, परशियन, अरबिक, तेलगू, तमिल, बंगला, जापनीज व फ्रेंच भाषाओं के ज्ञाता रहे। -एक दर्जन किताबों को लिखने और भाषाओं के ज्ञान के लिए उन्हें साहित्य अकादमी, अवार्ड के साथ ही कई राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय अवार्ड मिले। -न्यूयार्क में विश्व ¨हदी समिति की ओर से प्रकाशित पत्रिका के 25 साल कर मुख्य संपादक रहे।-लखनऊ के नेशनल डिग्री कॉलेज, बाल विद्या मंदिर, बाल संग्रहालय,र¨वद्रालय,मोतीलाल नेहरू होम्योपैथी अस्पताल के अध्यक्ष भी रहे थे।
- इमरजेंसी में लखनऊ जेल में बिताए 11 महीने - ¨हदी अंग्रेजी समेत 12 भाषाओं के जानकार दाऊजी ने जेल बंदी के दौराने जमात-ए- इस्लामिक के गफार नदवी से अरबी भाषा सीखी। आपातकाल की स्थिति 75 कारावास की कविताएं और कारागार की कृतियां दो पुस्तकों को भी जेल में लिख डाला। ------ निधन पर दुख जताया अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन के प्रदेश अध्यक्ष नटवर गोयल ने महासम्मेलन के कार्यकारी अध्यक्ष डा। दाऊजी गुप्ता के निधन पर शोक जताया है और उनके निधन को अपूर्णीय क्षति बताया है। महानगर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व पूर्व पार्षद मुकेश सिंह चौहान ने भी पूर्व नगर प्रमुख प्रमुख डा.दाऊजी गुप्ता के निधन पर दुख जताया है।