आसान नहीं होगा ड्राइविंग लाइसेंस हासिल करना
- 100 आवेदन आ रहे दो पहिया के लिए रोजाना
- 120 आवेदन आ रहे चार पहिया के लिए रोजाना - 250 से अधिक आवेदन आ रहे दो पहिया और चार पहिया को - 95 प्रतिशत लोग दो पहिया और चार पहिया के लिए एक साथ कर रहे आवेदन - 20 वर्षो के लिए जारी होना वाले लाइसेंस की कम हो सकती है अवधि - टेस्ट हो लेकर होने वाले घालमेल पर लगेगी लगाम - ड्राइविंग लाइसेंस की अवधि में भी बदलाव की तैयारी - 20 वर्षो के लिए बनने वाले लाइसेंस की घटाई जा सकती है उम्रLUCKNOW: प्रदेश में ड्राइविंग लाइसेंस को लेकर चल रही बंदर बांट को रोकने के लिए परिवहन विभाग कई तरह के बदलाव करने की तैयारी में है। ऐसे में जहां लाइसेंस हासिल करना आसान नहीं होगा, वहीं सिर्फ उन लोगों को ही लाइसेंस इशू होगा जो वास्तव में इसके हकदार हैं। इसके लिए सीसीटीवी की निगरानी में रिटर्न के साथ वाहन चलाकर भी दिखाना होगा। ऐसे में कोई भी व्यक्ति बिना ड्राइविंग की जानकारी के इसके लिए आवेदन नहीं कर सकेगा। इसको लेकर केंद्रीय परिवहन मंत्रालय और उत्तर प्रदेश परिवहन मंत्रालय के बीच कई मैराथन बैठकें हो चुकी हैं। इस दौरान केंद्र ने फर्जी लाइसेंस जारी होने की प्रक्रिया को रोकने के लिए फुल प्रूफ स्कीम की डिमांड की थी।
रेवड़ी की तरह बांटे जा रहे हैं लाइसेंस विभागीय अधिकारियों के अनुसार मोटर व्हीकल एक्ट में बदलाव किया गया है। अभी उस पर अध्ययन चल रहा है। बदलावों को देखा जा रहा है। फिलहाल अभी नये मोटर व्हीकल एक्ट को लागू नहीं किया गया है। इस पर चर्चा चल रही है, लेकिन ड्राइविंग लाइसेंस पर लगाम लगाने को कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। देश के कई प्रदेशों में ड्राइविंग लाइसेंस रेवड़ी की तरह बांटे जा रहे हैं। दलालों की मिली भगत के चलते ऐसे लोगों के भी लाइसेंस बन रहे हैं जिन्हें ड्राइविंग नहीं आती है। आलम यह है कि दो पहिया लाइसेंस का आवेदन करने वाले 95 प्रतिशत आवेदक एलएमवी (लाइट मोटर व्हीकल) के लाइसेंस के लिए आवेदन कर देते हैं। दोबारा नहीं आना चाहते आरटीओ ऑफिसआरटीओ ऑफिस में होने वाली भाग दौड़ से बचने के लिए लोग बिना चार पहिया वाहन चलाए ही एलएमवी का लाइसेंस लेना चाहते हैं। आरटीओ ऑफिस में दो पहिया और चार पहिया वाहन का लाइसेंस बनवाने वालों की तुलना में दो पहिया के साथ चार पहिया लाइसेंस बनवाने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसी के चलते प्रदेश में दुर्घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।
कोट लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया में अभी कई बदलाव हो सकते हैं। सीसीटीवी की निगरानी में टेस्ट के साथ ही लाइसेंस की अवधि में भी बदलाव किया जाएगा। 20 साल के लिए जारी होने वाले लाइसेंस की अवधि को कम किया जा सकता है। अनिल मिश्रा डीटीसी जोन परिवहन विभाग