डेढ़ साल में स्नैचिंग टप्पेबाजी समेत चोरी के 500 से अधिक मामले सामने आए हैं जिनमें इन गैंगों का प्रमुख रोल है। इन गैंगों के कई सदस्यों को गिरफ्तार भी किया गया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द इन गैंगों पर शिकंजा कसा जाएगा।


लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में ऐसे कई गैंग सक्रिय हैं, जो आपको ठगी और लूटपाट का शिकार बना सकते हैं। खासकर तब जब आप अकेले सफर कर रहे हों या फिर आपके घर पर ताला जड़ा हुआ होता है। पिछले दिनों ऐसे कई मामले भी सामने आए हैं, जिसे लेकर एक बार फिर लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस अलर्ट हो गई है। अब ऐसे गैंगों पर शिकंजा कसने की तैयारी चल रही हैसैकड़ों मामले आए सामनेडेढ़ साल में स्नैचिंग, टप्पेबाजी समेत चोरी के 500 से अधिक मामले सामने आए हैं, जिनमें इन गैंगों का प्रमुख रोल है। इन गैंगों के कई सदस्यों को गिरफ्तार भी किया गया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द इन गैंगों पर शिकंजा कसा जाएगा।आखिर कैसे लगेगी लगाम


डीसीपी अपर्णा रजत कौशिक ने बताया कि सक्रिय गैैंगों पर लगाम लगाने के लिए कुछ चिंहित इलाकों में सादी वर्दी में पुलिस को तैनात किया जा रहा है। पुरानी घटनाओं की रोड मैपिंग भी की जा रही है। सीसीटीवी की मदद से इन गैंगों के सदस्यों का हुलिया देखा जा रहा है। सोशल मीडिया पर ऐसे लोगों की तस्वीरें डालकर लोगों को सावधान किया जा रहा है।फैक्ट फाइल- 500 से अधिक मामले आए सामने- 50 से ज्यादा सदस्य अलग-अलग गैंग से गिरफ्तार

- 01 दर्जन से ज्यादा गैंग सक्रियये मुख्य गैंग सक्रियदेवरानी-जेठानी गैंगमध्य प्रदेश के इस गैंग की महिलाएं अस्पतालों और मंदिरों के आसपास आटो या ई-रिक्शा में बैठकर उल्टी या चक्कर आने का बहाना करती हैं और साथ में बैठी सवारियों को गुमराह कर टप्पेबाजी की घटनाओं को अंजाम देती हैं। यह गैंग हर 10 से 15 दिन में अपनी लोकेशन बदलता है।हसीना गैंगइस गैंग में अधिकतर महिलाएं हैं जो उन घरों या दुकानों को निशाना बनाती हैं जहां ताला लगा होता है। वारदात को अंजाम महिलाएं देती हैं और पुरुष सदस्य बैकअप के रूप में उनकी मदद करते हैं। रेकी का काम भी गैंग की महिलाएं ही करती हैं और लोग इन पर शक भी नहीं करते हैं।घुमंतू गैंगजगह-जगह घूम-घूम कर अपराध करने वाला यह गैंग नव विकसित एरिया में झुग्गियां बनाकर या किराए पर कमरा लेकर रहता है। इसके सदस्य ऑटो, ठेला, ई-रिक्शा आदि चलाकर दिन में रेकी करते हैं और रात में वारदात को अंजाम देते हैं। राजस्थान के भरतपुर का यह गैंग हथियार के रूप में लोहे के राड का इस्तेमाल करते हैं।ईरानी गैंग

यह गैंग राजधानी समेत कई जिलों में फैला है। आमतौर पर यह गैंग अकेली बुजुर्ग महिलाओं को देखकर खुद को पुलिसकर्मी बताता है और आगे पुलिस चेकिंग या फिर हत्या का डर दिखाकर उनसे गहने उतरवाकर टप्पेबाजी कर लेता है।बच्चा चोरी गैंगइस गैंग में महिलाएं और पुरुष शामिल होते हैं, यह गिरोह ज्यादातर रेलवे स्टेशनों पर मासूम बच्चों की रेकी कर चोरी करते हैं। उसके बाद उन्हें चोरी कर लेते हैं और बाद में मुंह मांगी कीमत पर बेचते हैं।इन बातों का रखें ख्याल- बस, ऑटो में सफर करते समय किसी की बातों में न आएं- अगर कोई खुद को पुलिस बताकर सूनसान जगह ले जा रहा है तो बचें- किसी के कहने पर अपनी ज्वेलरी उतारकर न दें- कुछ भी संदिग्ध लगने पर मामले की सूचना पुलिस को दें

Posted By: Inextlive