सेमिनार में बोलते हुए चीफ गेस्ट आईएफएस पीयूष वर्मा ने बताया कि 16 से 18 वर्ष की उम्र में जोश और ऊर्जा बहुत होती है। आपके सामने आकर बातें शेयर करना बहुत अच्छा लग रहा है। आप सभी यंग एज के लोग है। इसलिए खुद की हेल्थ को सबसे आगे रखना चाहिए।


लखनऊ (ब्यूरो)। करियर में पहले से ही गोल तय करना बेहद जरूरी है। पर सबसे पहले खुद की हेल्थ पर काम करना चाहिए। क्योंकि आप हेल्दी रहेंगे तो आसानी से मेहनत कर सकेंगे। अपने गोल को हासिल करने के लिए इसलिए प्रोकैस्टिनेशन व निगेटिव थॉट्स से आपको दूरी बनानी होगी और पॉजिटिव एटिट्यूड के साथ आगे बढ़ते रहना होगा। तभी आपको सक्सेस मिलेगी। ये महत्वपूर्ण टिप्स मंगलवार को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट और अमृता विश्व विद्यापीठम की ओर से दो दिवसीय करियर पाथवेज 2023 के दूसरे दिन एक्सपर्ट्स ने स्टूडेंट्स को दिए। इस दौरान स्टूडेंट्स के सवालों के जवाब भी दिए गए।खुद की हेल्थ को रखें आगे


सेमिनार में बोलते हुए चीफ गेस्ट आईएफएस पीयूष वर्मा ने बताया कि 16 से 18 वर्ष की उम्र में जोश और ऊर्जा बहुत होती है। आपके सामने आकर बातें शेयर करना बहुत अच्छा लग रहा है। आप सभी यंग एज के लोग है। इसलिए खुद की हेल्थ को सबसे आगे रखना चाहिए। अकसर देखने में आता है कि स्टूडेंट पढ़ाई में तो होशियार है, लेकिन एग्जाम या कॉलेज में जाने के दौरान उसे बीमारी घेर लेती है। कई बार खबर आती है कि स्कूल में टॉप करने वाले स्टूडेंट्स कॉम्प्टीटिव एग्जाम की तैयारी करने के दौरान सुसाइड कर लेते हैं। कई कारणों के चलते वे बीमार हो जाते हैं, जिससे उनकी परफॉर्मेंस गड़बड़ हो जाती है। ऐसे में सुबह योगा, एक्सरसाइज व मेडिटेशन आदि भी जरूर करना चाहिए। जिससे आपकी बॉडी और माइंड, दोनों हेल्दी रहते हैं। साथ ही हेल्दी और बैलेंस डायट लें ताकि बॉडी को जरूरी पोषण मिलता रहे।एंग्जायटी और टेंशन से रहें दूरआईएफएस पीयूष वर्मा ने आगे बताया कि बच्चे कई बार स्टडी, एग्जाम और कम्प्टीशन को लेकर टेंशन में आ जाते हैं। इतना ही नहीं, रैंक या पसंद का कॉलेज नहीं मिलने आदि के बारे में सोचकर भी टेंशन बढ़ जाती है। जिससे स्टूडेंट्स में एंग्जायटी बढ़ जाती है। इसे मैनेज न किया जाये तो आगे चलकर यह डिप्रेशन में बदल जाता है। इसलिए अपने टीचर्स या एक्सपर्ट से एंग्जायटी मैनेजमेंट के बारे में बात करें और विस्तार से जानें कि कैसे इससे बचा जा सकता है।डायरी लिखना शुरू करें

सेमिनार में बच्चों को इंपार्टेंट टिप्स देते हुए आईएफएस पीयूष वर्मा ने बताया कि अपने गोल को अचीव करने के लिए डायरी लिखना शुरू करना चाहिए। जिसमें आप रोजाना लिखें कि आपने क्या टारगेट सेट किया था और पूरे दिन में आपने क्या-क्या अचीव किया और क्या-क्या रह गया। इस डायरी को सोने से पहले पढ़ें और खुद से एनालिसिस करें कि आपकी कमी और कमजोरी कहां-कहां हो रही है। उसे दूर करने का काम करें, क्योंकि आपसे बेहतर खुद को कोई दूसरा इसे नहीं समझ सकता। आपको पता होता है कि आपकी ताकत और कमजोरी क्या-क्या है। उसे दूर करने का काम करना चाहिए। इसके अलावा आपको जो काम करना पसंद हो जैसे स्वीमिंग, साइकिलिंग, पेंटिंग, सिंगिंग आदि उसे भी पढ़ाई के साथ करते रहें। यह स्ट्रेस बूस्टर्स की तरह काम करते है, क्योंकि जब आप अपनी पसंद की चीजें करते हैं तो माइंड रिलैक्स्ड रहता है। जिससे हमें शांति भी मिलती है।अच्छे नागरिक भी बनेंआईएफएस पीयूष वर्मा ने आगे बताया कि आप सभी को एक अच्छा नागरिक भी बनना चाहिए, क्योंकि आप सभी देश का भविष्य भी है। इसलिए साफ-सफाई का ध्यान रखें, टै्रफिक नियमों का पालन करें, दूसरों से अच्छा व्यवहार करें आदि को अपने जीवन में उतारना चाहिए।व्यवहार में बदलाव लाना जरूरी

सेशन में मेमोरी ट्रेनर एंड मोटिवेशनल स्पीकर डॉ। तुषार चेतवानी ने बताया कि हम लोग अकसर चीजें याद करना भूल जाते हैं। जबकि याद रखने के लिए एकाग्रता होना बेहद जरूरी है। क्योंकि हम ब्रेन को जैसा गाइड करते हैं वो वैसे ही काम करता है। इसी तरह स्टूडेंट्स क्लास में फिजिकली तो होते हैं, लेकिन मेंटली कहीं और होते हैं। उनके मन में कुछ और ही बातें चल रही होती हैं। जिसकी वजह से टॉपिक सही से समझ में नहीं आते और याद नहीं होते। ऐसे में अपने व्यवहार में बदलाव लाना चाहिए। इसके लिए आपको अपने ब्रेन को खुद का गुलाम बनाना होगा। क्योंकि जो आप सोचते हो ब्रेन उसी के अनुसार काम करने लगता है। अगर आप निगेटिव सोचेंगे, तो वैसा ही होगा इसलिए लाइफ में पॉजिटिव अप्रोच होना बेहद जरूरी है। अपने माइंड को अपना गुलाम बनाये।गोल को लिखें और रोजाना देखें
स्टूडेंट्स को फ्यूचर में सक्सेस मंत्रा देते हुए डॉ। तुषार चेतवानी ने बताया कि अपनी लाइफ में गोल जरूर बनायें। खासतौर पर निश्चित और समयबद्ध गोल का निर्धारण जरूर करें। इतना ही नहीं अपने गोल को लिखें और रोजाना इसे देखते रहे और उसी अनुसार काम करें। क्योंकि जब आप ऐसा करते है तो सक्सेस के चांसेज कई गुना बढ़ जाते हैं। यह बात हार्वर्ड की एक स्टडी भी कहती है। उनकी स्टडी के अनुसार, 84 पर्सेंट ऐसे लोग मिले जिनका कोई तय गोल नहीं था। जबकि 13 पर्सेंट लोगों के गोल तो तय थे, लेकिन उसे लिखा नहीं था। वहीं, महज 3 पर्सेंट ऐसे लोग मिले, जिन्होंने गोल तय करने के साथ उसे लिखा हुआ था। स्टडी के अनुसार जिन लोगों ने अपने तय गोल को लिखा हुआ था, उनके सक्सेस होने का रेट अन्य के मुकाबले तीन गुना अधिक था। इसलिए अपना गोल तय करें और उसे नोट जरूर करें। ताकि आपको मोटिवेशन मिलता रहे।सक्सेस स्टोरी के बारे में बतायासेशन के दौरान स्टूडेंट्स को गोल सेट करने और लिखने के महत्व के बारे में बताते हुए उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि ब्रूस ली जब मशहूर नहीं थे, तब उन्होंने खुद को एक लेटर लिखा था। जिसमें उन्होंने अपने गोल के बारे में लिखा था। जिसे वो रोज पढ़ते थे और उस दिशा में लगातार मेहनत करते थे। जिसके चलते वो आगे चलकर पूरी दुनिया में मशहूर हो गये। इसी तरह सचिन तेंदुलकर भी खुद को हर मैच के दौरान शिखर पर होने के बारे में सोचते थे और उसी सोच के चलते वह शिखर पर पहुंचे। इसलिए दिमाग में अपने गोल के प्रति चेतन्य रहना बेहद जरूरी है। क्योंकि शुरू करने से अधिक महत्वपूर्ण उस काम को फिनिश करना होता है। इसलिए मन में ठान लीजिए और सफलता आपके कदम चूमेगी।कॉलेज और कोर्स के बारे में समझेंडॉ। तुषार ने स्टूडेंट्स को इंपार्टेंट टिप देते हुए बताया कि जब भी कोई कॉलेज सेलेक्ट करें उसके बारे में पूरी जानकारी जुटा लें। जैसे कॉलेज की एनआईआरएफ रैंकिंग, कोर्स की रैंकिंग, नैक ग्रेडिंग को कम्पेयर करें। इसके अलावा फाइव पी यानि प्रोडक्ट, पेपर, पीएचडी, पेटेंट और प्लेसमेंट के बारे में जानकारी जरूर जुटानी चाहिए। ताकि आगे चलकर आपको पछताना न पड़े।पीएमएस के बारे में बतायासेमिनार के दौरान किसी भी चीजों को याद करने के लिए डॉ। तुषार ने स्टूडेंट्स को इंप्रूवमेंट लाने के लिए पर्सनल मीनिंग सिस्टम (पीएमएस) के बारे में बताते हुए डेमो दिया। यहां पर लॉ ऑफ इमेजिनेशन का यूज करते हुए देश की राजधानी, करेंसी, प्लेस, बीमारी आदि और कई शब्दों के अर्थों को समझाया गया। मैथड समझाने के बाद स्टूडेंट्स से सवाल भी पूछे गये, जिसका उन्होंने पूरे जोश और उत्साह के साथ जवाब भी दिया। इसके अलावा स्टूडेंट्स को दूसरों से समझदार, लेकिन जल्द समझदार के साथ चेंज द हैबिट, चेंज द रिजल्ट का फार्मूला भी दिया गया।लैंप लाइटिंग से शुरुआतचीफ गेस्ट आईएफएस पीयूष वर्मा, दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के रीजनल एडिटर धर्मेंद्र सिंह और मेमोरी ट्रेनर एंड मोटिवेशनल स्पीकर डॉ। तुषार चेतवानी ने लैंप लाइटिंग के साथ मां सरस्वती के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर करियर पाथवेज सेमिनार का शुभारंभ किया। इस दौरान एंकरिंग शिवम शुक्ला की रही। आखिरी दिन दो सेशंस का आयोजन किया गया।अमृता विश्व विद्यापीठम के बारे में बताया गयासेशन में आये सभी स्टूडेंट्स को अमृता विश्व विद्यापीठम के बारे में विस्तार से बताया गया। इस संस्थान के देश में आठ कैंपस हैं। जिनमें 100 से ज्यादा डिपार्टमेंट और 182 प्रोग्राम यूजी, पीजी और पीएचडी में संचालित किए जाते हैं। संस्थान में इंजीनियरिंग, मेडिकल साइंसेज, साइंस और ह्यूमैनिटीज समेत कई स्ट्रीम में कोर्स संचालित किए जा रहे हैं। इसके अलावा 11 हजार से ज्यादा जर्नल, 100 पेटेंट, 350 प्रोजेक्ट और 500 पीएचडी की डिग्री जारी की जा चुकी हैं। वहीं, संस्थान में 300 से ज्यादा लैब्स और 90 पर्सेंट स्टूडेंट के प्लेसमेंट का रिकार्ड है। अधिक जानकारी आप संस्थान की वेबसाइट पर लॉगइन या वहां दिए नंबरों पर कॉल कर हासिल कर सकते हैं।करियर को लेकर क्लीयर हुए डाउट्सकरियर पाथवेज 2023 सेमिनार का टॉपिक फ्यूचर प्रूफिंग करियर्स टेक्नोलॉजी, स्किल एंड बियांड था। दो दिवसीय इस सेमिनार में स्टूडेंट्स के करियर से संबंधित सभी डाउट्स क्लीयर किए जा रहे हैं। साथ ही इंडस्ट्री एक्सपर्ट द्वारा करियर के बेस्ट ऑप्शन भी बताये गये। फ्यूचर में होने वाले बदलाव और चुनौतियों के बारे में भी विस्तार से बताया गया। वहीं, कई रोचक फंडे भी बताये गये जिसे अपनी लाइफ में लाते हुए स्टूडेंट्स अपने करियर को नई दिशा दे सकते हैं। यानि अपने फ्यूचर को शेप देने के लिए यह सेमिनार हर स्टूडेंट के लिए बेहद इंपॉर्टेंट है।ये बने लकी विनरसेमिनार के दौरान लकी ड्रा का आयोजन किया गया। जिसमें पहले सेशन में सेंट जोसेफ के स्वास्तिक त्रिपाठी व तनिष्क गुप्ता और अवध कॉलिजिएट की राधिका त्रिपाठी विनर बनीं। वहीं, दूसरे सेशन में बाल निकुंज के कृष्णा सोनी व आयुष पांडे और इरम के नबील खान लकी विनर बने। इसके अलावा सेशन में आये टीचर्स को भी सम्मानित किया गया।रजिस्ट्रेशन में दिखा जोशसेशन शुरू होने से पहले सभी स्टूडेंट्स का रजिस्ट्रेशन भी कराया गया। जिसमें सभी स्टूडेंट्स का जोश देखते ही बन रहा था। स्टूडेंट्स लाइन लगाकर अपनी डिटेल्स भरते हुए नजर आये। क्योंकि इसी रजिस्ट्रेशन के आधार पर लकी ड्रॉ का भी आयोजन किया जाना था।ये स्कूल हुए शामिलफर्स्ट सेशन: सेंट जोसेफ स्कूल-राजाजीपुरम, अवध कॉलेजिएट-रामगढ़ ब्रांच, जागरण पब्लिक स्कूल - गोमती नगरसेकंड सेशन: बाल निकुंज इंटर कॉलेज, इरम कॉन्वेंट स्कूल, सेंट्रल पब्लिक स्कूल

Posted By: Inextlive