पढ़ाई में यूटयूब का मैटर बन रहा मददगार
एग्जाम की डेट जारी हाने के बाद स्टूडेंट्स की टेंशन बढ़ गई है, ऐसे में उनके पास इतना समय भी नहीं है कि वे किसी टयूटर के पास जाकर क्लास ले सकें, वहीं कोर्स भी अभी अधुरा है, ऐसे में स्टूडेंट्स की टेंशन बढ़ गई है। स्टूडेंट्स ने कोर्स को रिवाइज करने के साथ सोशल मीडिया के यूटयूब पर क्लास लेना शुरू कर दिया है। छात्रों को अगर मैथ या किसी अन्य सब्जेक्टस में समस्या होती है तो वे सोशल मीडिया पर उसका हल देखने में जुट जाते हैं, दयालबाग मेें रहने वाले हितेश सिंह क्लास 12 वीें के छात्र हैं, छात्र का कहना है कि कम समय में सरल तरीके से प्रश्नों को सॉल्व करना बताया जाता है जो आसानी से समझ में आता है।


ऑनलाइन स्टडी से कम समय में तैयारी

बोर्ड परीक्षा के स्टूडेंट्स अब ऑफलाइन के साथ ही ऑनलाइन भी स्टडी कर रहे हैं। ऑफलाइन में जो उन्हें समझ में नहीं आता है, उसे वो ऑनलाइन स्टडी से अच्छी तरह समझ लेते हैं। शिक्षकों का मानना है कि यू ट््यूब या अन्य ऑनलाइन माध्यमों से स्टडी करना कोई गलत नहीं है, पर पैटर्न के हिसाब से किताबों से ही पढ़ाई ही बेहतर विकल्प है। एग्जाम के लिए कम समय में अच्छे नंबर लाने के तरीका है।


टाइम टेबल बना कर रहे स्टडी
एग्जाम को लेकर जब स्टूडेंट्स से बात की तो उन्होंने बताया कि एक महीना परीक्षा का रह गया है। इस दौरान हम लोगों ने स्टडी का टाइम टेबल बना लिया है। स्कूल से आने के बाद थोड़ा रेस्ट कर पढ़ाई में जुट जाते हैं। सिलेबस कम्पलीट न होने के कारण थोड़ी दिक्कत हो रही है। स्टूडेंट्स का कहना है कि वे टीचर्स से भी समय लेकर क्लास में पढ़ाए गए कोर्स को रिवाइज कर रहे हैं।


एनसीईआरटी बुक्स कर रहे यूज
आरबीएस इंटर कॉलेज के शिक्षक अजय सक्सैना का कहना है कि छात्रों के लिए एनसीईआरटी किताबें बहुत उपयोगी हैं। खासतौर पर तब जब कोई स्टूडेंट्स बोर्ड परीक्षा दे रहा हो। यूट््यूब से जानकारी ले सकते हैं, पर कई बार स्टूडेंट्स एक टॉपिक को समझते हुए अन्य चीजों को भी देखने लगता है। इससे वह भटक भी जाता है।


दीक्षा पोर्टल से कर सकते हैं तैयारी
स्टूडेंट्स के लिए परिषद की ओर से दीक्षा पोर्टल है, जिसके माध्यम से वे आसानी से तैयारी कर सकते हैं। टीचर्स के अनुसार एनसीईआरटी बुक्स के सिलेबस के साथ ही चैप्टर के बॉक्स और प्वाइंटर से भी परीक्षा में प्रश्न पूछे जाने लगे हैं। ऐसे में छात्रों को बुक्स की पूरी स्टडी करनी चाहिए। बोर्ड की ओर से भी इस संबंध में लेटर जारी हुआ है।




स्कूल में सिलेबस कंप्लीट न होने के कारण टेंशन हो रही है। सेल्फ स्टडी या गूगल से तैयारी कर रहे हैं। साथ ही कोचिंग में अभी कोर्स कराया जा रहा और रिवीजन भी चल रहा है।
सोमेश, छात्र


बोर्ड एग्जाम में एक महीना ही रह गया है। स्कूल में सिलेबस पूरा न होने के कारण पढ़ाई का बहुत प्रेशर है। हम अपनी कोचिंग और सेल्फ स्टडी के माध्यम से बोर्ड की तैयारी कर रहे हैं।
पवन, छात्र


22 फरवरी से हमारी परीक्षा होनी है। इसको लेकर काफी टेंशन हो रही है। अभी तक स्कूल में कोर्स कंप्लीट नहीं हुआ है। इससे ऑनलाइन स्टडी भी कर रहे हैं।
मनोज, छात्र

एग्जाम के अब कुछ दिन ही रह गए हैं। स्कूल में भी कोर्स पूरा न होने की वजह से काफी प्रॉब्लम हो रही है। इस दौरान खुद ही स्टडी करनी पड़ रही है। साथ ही कोचिंग का सहारा ले रहे हंै।
ब्रजभूषण, छात्र


कॉलेज में वैसे तो अधिकांश विषयों का कोर्स कंप्लीट हो चुका है। जिन विषयों में कोर्स कंप्लीट नहीं हुआ है, उसे करवाया जा रहा है। इसके अलावा रिवीजन भी कराया जा रहा है। उन्हें हर तरह से गाइड किया जा रहा है। टीचर्स से भी कहा गया है कि वह कोर्स कंप्लीट कराएं और रिवीजन भी करवाएं।
दिनेश कुमार, डीआईओएस