मांगों को लेकर डिप्लोमा फार्मेसिस्ट एसोसिएशन उत्तर प्रदेश द्वारा दो घंटे का कार्यबहिष्कार जारी है। शनिवार को सुबह 8 बजे से 10 बजे तक विभिन्न सरकारी अस्पतालों के फार्मासिस्ट हड़ताल पर रहे। इस दौरान काउंटर पर दवा लेने से इंजेक्शन लगवाने तक में मरीजों को काफी जद्दोजहद करनी पड़ी। एसोसिएशन के मुताबिक अगर सरकार मांगें नहीं मानती है तो 20 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को विवश होंगे।


लखनऊ (ब्यूरो)। शनिवार को सिविल, लोकबंधु, बलरामपुर, रानी लक्ष्मीबाई अस्पातल समेत अन्य सरकारी अस्पतालों में फार्मेसिस्टों की हड़ताल के कारण औषधि वितरण, इंजेक्शन आदि कार्य दो घंटे तक बाधित रहा। ओपीडी में आए मरीजों को सर्वाधिक दिक्कतें हुईं। लंबे इंतजार के बाद मरीज बिना इलाज के ही लौट गए। हालांकि शनिवार होने के कारण अस्पतालों में भीड़ कम थी लेकिन वार्डों में भर्ती मरीजों के तीमारदारों की संख्या पहले की तरह ही बनी रही।अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे
एसोसिएशन के नेता सुनील यादव ने कहा कि शासन की उदासीनता के कारण आंदोलन का रास्ता चुनना पड़ा। 16 दिसंबर तक प्रदेशस्तर पर दो घंटे कार्य बहिष्कार किया जाएगा और 17 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी। वहीं 20 दिसंबर से पोस्टमार्टम व इमरजेंसी सेवाएं भी बंद कर दी जाएंगी। उन्होंने सीएम एवं स्वास्थ्य मंत्री से अपील की कि फार्मेसिस्टों की समस्याओं को संज्ञान में लेकर संबंधित अधिकारियों को तत्काल शासनादेश निर्गत करने के लिए निर्देश दिए जाएं।

Posted By: Inextlive