ईरानी गैंग आमतौर पर उन्हीं जगहों पर ठगी की वारदातों को अंजाम देता है जहां सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे होते हैं। इसके लिए इस गैंग के सदस्य बाकायदा उस जगह की पहले से रेकी भी करते हैं। यही कारण है कि वारदात के बाद इस गैंग के सदस्यों को पकडऩा इतना आसान नहीं होता है।


लखनऊ (ब्यूरो)। अगर आप बाजार में खरीदारी करने जा रहे हैं या फिर मार्निंग वाक पर निकले हैं तो जरा सावधान हो जाएं। त्योहार का सीजन नजदीक आते ही राजधानी में एक बार फिर दिल्ली का ईरानी गैंग सक्रिय हो गया है। बीते शुक्रवार को इस गैंग ने हुसैनगंज में एक बुजुर्ग महिला से टप्पेबाजी की है। बीते कुछ दिनों के दौरान इस गैंग ने राजधानी में ठगी की कई वारदातों को अंजाम दिया है।छह माह बाद शहर के गैंग एक्टिवईरानी गैंग पहले भी शहर में ठगी की कई वारदातों को अंजाम दे चुका है। करीब एक साल पहले चौक पुलिस ने इस गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद इस गैंग की शहर के सक्रियता कम हो गई थी। हालांकि बीते छह माह के दौरान ठगी की गई वारदातों में इस गैंग का नाम सामने आया है।


इस तरह देते हैं वारदात को अंजाम

डेट- 8 अक्टूबरपहले डांटा फिर उतरवाए जेवर

करीब एक साल पहले 8 अक्टूबर को आलमबाग के चंदर नगर सब्जी मंडी के पास सुबह करीब नौ बजे दो युवकों ने खुद को पुलिसकर्मी बताकर स्कूटी से जा रहे ऑर्चिड अपार्टमेंट निवासी हरजीत सिंह मल्होत्रा को रोका और उन्हें फटकार लगाते हुए चेन, अंगूठी उतारकर जेब में रखने को कहा। ठगों ने ज्वेलरी लेकर कागज की पुडिय़ा में लपेट दिया। घर जाकर उन्होंने पुडिय़ा खोली तो उससे जेवर गायब थे।डेट- 7 जुलाईमहिला को थमा दी कागज की पुडिय़ाचिनहट के कंचनपुर निवासी विनोद सिंह पुलिस विभाग में हेड कांस्टेबल हैं। 7 जुलाई को सुबह उनकी पत्नी सुमन घर से पितांबरा विहार के शिव मंदिर गई थीं। वापस लौटते समय दो बाइक सवार टप्पेबाजों ने उन्हें पुलिसकर्मी बताकर रोक लिया। टप्पेबाजों ने उनसे कहा किए कुछ दूरी पर किसी की हत्या हुई है। आप अपने गहने इस पुडिय़ा में रख दें। महिला को कागज की एक पुडिय़ा थमा दी और वहां से फरार हो गए।डेट- 7 जुलाईपुडिय़ा में मिले पत्थर और कंकड़7 जुलाई को सआदतगंज निवासी गिरीश चंद्र साहू की पत्नी पूजा साहू आलमनगर के सरीपुरा केतन विहार स्थित मायके गई थीं। वह बेटे की दवा लेने मेडिकल स्टोर जा रही थीं बाइक सवार दो युवकों ने रोका। खाकी वर्दी में अपना कार्ड दिखाते हुए खुद को पुलिस कर्मी बताया और लूट व हत्या का भय दिखाकर टप्पेबाजों ने उनकी चेन, लॉकेट, अंगूठी और बाली उतरवाई। घर पहुंचकर पूजा ने पुडिय़ा खोली तो उसमें कंकड़-पत्थर मिले।डेट- 23 जूनहत्या का झांसा देकर बनाया शिकार
23 जून का आलमनगर फ्लाई ओवर ब्रिज के नीचे मायके आई शबीना को हत्या का झांसा देकर व पुलिसकर्मी बन टप्पेबाजों ने जेवरात उड़ा लिए थे। पहले भी हत्या का झांसा लेकर यह गैंग कई महिलाओं के जेवर लेकर गायब हो चुका है।क्राइम ब्रांच का बता कर लेते है अर्दब मेंआमतौर पर इस गैंग के सदस्य खुद को क्राइम ब्रांच का बताते हैं। कुछ दिन पूर्व आशियाना में रजनीखंड सेक्टर आठ में घर से कुछ दूर पर फूल तोड़ रही महिला को खुद को क्राइम ब्रांच का दारोगा बताकर टप्पेबाजों ने लूट और हत्या का भय दिखाया। इसके बाद जेवर ले उड़े।मार्निंग वॉकर्स भी निशाने परईरानी गैंग के निशाने पर मार्निंग वॉकर्स भी रहते हैं। यह गैंग सन्नाटे वाली जगहों पर लोगों को रोककर वारदात को अंजाम देता है। हुसैनगंज सीएफ अपार्टमेंट निवासी सेवानिवृत्त शिक्षिका मुन्नी गुप्ता शुक्रवार सुबह मार्निंग वॉक पर गई थी।घर के पास ही दो युवकों ने खुद को क्राइम ब्रांच का पुलिस अधिकारी बताते हुए रोक लिया। उनके जेवर उतरवाए और पुडिय़ा में लपेट कर दे दिए। घर में जब उन्होंने पुडिय़ा खोली तो उसमें कंकड़ निकले।सीसीटीवी से बचते हैं टप्पेबाज
ईरानी गैंग आमतौर पर उन्हीं जगहों पर ठगी की वारदातों को अंजाम देता है, जहां सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे होते हैं। इसके लिए इस गैंग के सदस्य बाकायदा उस जगह की पहले से रेकी भी करते हैं। यही कारण है कि वारदात के बाद इस गैंग के सदस्यों को पकडऩा इतना आसान नहीं होता है।ईरानी गैैंग की खबर का कोटनकली पुलिस बनकर ठगी करने वाला गैैैंग एक्टिव है। लोगों से अपील की जा रही है कि कोई भी पुलिस कर्मी चेकिंग के नाम पर ज्वेलरी नहीं उतरवाता है। ऐसे लोगों मिलते है तो उनकी फोटो खींच कर शिकायत तत्काल स्थानीय थाना में करें।, ताकि गैैंग को पकडऩे में मदद मिल सके।-अपर्णा रजत कौशिक, डीसीपी सेंट्रल

Posted By: Inextlive