भारत सरकार द्वारा देशभर में कराए गए स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2022 में राजधानी लखनऊ ने देश के बड़े बड़े शहरों को पछाड़ते हुए नंबर वन रैैंक हासिल की है। लखनऊ ने नेशनल क्लीन एयर सिटी कैटेगरी में बड़े आबादी वाले शहरों सहित ओवरऑल देश भर में सर्वोत्तम रैंकिंग प्राप्त करते हुए नंबर एक स्थान हासिल किया है।

लखनऊ (ब्यूरो)। इस पर मेयर संयुक्ता भाटिया को उड़ीसा के भुवनेश्वर शहर में शनिवार को सम्मानित करते हुए 1.5 करोड़ रुपये का पुरस्कार प्रदान किया गया। यह पुरस्कार उड़ीसा के राज्यपाल गणेशी लाल, केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्री भूपेंद्र यादव, केंद्रीय पर्यावरण एवं वन राज्यमंत्री अश्वनी कुमार चौबे, डायरेक्टर जनरल पर्यावरण भारत सरकार चंद्र प्रकाश गोयल ने प्रदान किया।

पांच सालों से हो रहे थे प्रयास
मेयर संयुक्ता भाटिया ने बताया कि लखनऊ में पर्यावरण की सेहत सुधारने के लिए पिछले पांच साल से प्रयास किए जा रहे थे। लालबाग स्थित नगर निगम मुख्यालय के सामने कृत्रिम फेफड़ों को लगवाया गया था ताकि वायु की गुणवत्ता को जांचा जा सके। इसके साथ ही नौ रोड स्वीपिंग मशीनें, आठ एन्टी स्मॉग गन, 40 वाटर स्प्रिंकल मशीनों को 15वें वित्त आयोग से खरीदा गया था। इसके साथ ही अटल उदय वन व अन्य कई वाटिकाओं का निर्माण करा उक्त स्थानों पर लाखों पौधे भी लगाए गए। मेयर ने यह भी बताया कि विगत 5 वर्षों में 1500 से ज्यादा पार्को का सौंदर्यीकरण और ग्रीनरी भी कराई गई। इसके अतिरिक्त शहर के अलग अलग छह स्थानों पर एयर क्वालिटी मॉनीटरिंग स्टेशन का निर्माण कराया गया। जिससे एयर क्वालिटी इंडेक्स की हर समय निगरानी हो रही है। लगातार गिरते एयर क्वालिटी इंडेक्स को सुधारने के लिए 20 करोड़ की लागत से शहर में 22 स्थानों पर एयर प्यूरीफायर भी लगाए गए।

इज ऑफ लिविंग स्टैैंडर्ड बढ़ेगा
एयर क्वालिटी बेहतर होने से इसका सीधा फायदा इज ऑफ लिविंग स्टैैंडर्ड पर भी देखने को मिलेगा। चूंकि पूरे देश में लखनऊ नंबर बना है, ऐसे में अब लोग लखनऊ की तरफ अपना रूख करेंगे। इतना ही नहीं, इंवेस्टर्स समिट में भी इसका फायदा मिल सकता है। बड़े-बड़े उद्योगों के भी लखनऊ में आने का रास्ता साफ हो गया है।

एयर क्वालिटी रहता हाई
राजधानी का एयर क्वालिटी पहले जहां 400 के पार रहता था, वहीं अब यह आंकड़ा 300 के करीब पहुंच गया है, वो भी सिर्फ दो इलाकों में। जबकि अन्य इलाकों गोमतीनगर, पिकनिक स्पॉट रोड, अलीगंज इत्यादि की बात की जाए तो यहां का एक्यू्आई लेवल 200 माइक्रोग्राम प्रति घनमी। के नीचे ही रहता है। वहीं अत्यधिक प्रदूषित माने जाने वाले तालकटोरा और लालबाग एरिया में भी पॉल्यूशन को कंट्रोल करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैैं। राजधानी में सभी ओपन डंपिंग प्वाइंट्स को समाप्त किए जाने से भी पॉल्यूशन लेवल पर और भी असर देखने को मिलेगा।

लखनऊ की जनता को स्वच्छता प्रदान करना और स्वास्थ्य की ङ्क्षचता करना मेरी पहली प्राथमिकता रही है। मैंने लखनऊ को नंबर वन शहर बनाने का वायदा जनता से किया था, आज स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2022 में लखनऊ देशभर में नंबर वन शहर बना है।
संयुक्ता भाटिया, मेयर

Posted By: Inextlive