Lucknow News: पीजीआई में कार्डियालॉजी विभाग के प्रो. नवीन गर्ग के मुताबिक आज के युवा देर रात तक मोबाइल पर समय बिता रहे हैं। वे देर से खाना खाते हैं और देर से ही सुबह उठते हैं। जिससे दिल की बीमारी और मोटापे की समस्या युवाओं में बढ़ रही है।


लखनऊ (ब्यूरो)। बदलती लाइफ स्टाइल के चलते लोगों को नींद न आने की समस्या हो रही है। जिसके कारण आगे चलकर कई तरह की बीमारियां लोगों को अपना शिकार बना रही हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि जब हम सोते हैं तो उसी दौरान हमारे कई अंगों से विषाक्त पदार्थ भी साफ होने लगते हैं। कम नींद की समस्या के चलते इस प्रक्रिया में रुकावट आ रही है। इसका सीधा असर शरीर के अंदरूनी अंगों और त्वचा पर पड़ रहा है। यही नहीं, कम नींद के कारण हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसे में यदि आपको बीमारियों से बचना है तो पर्याप्त नींद लेना बेहद जरूरी है।बीपी हो रहा अप-डाउन


पीजीआई में कार्डियालॉजी विभाग के प्रो। नवीन गर्ग के मुताबिक आज के युवा देर रात तक मोबाइल पर समय बिता रहे हैं। वे देर से खाना खाते हैं और देर से ही सुबह उठते हैं। जिससे दिल की बीमारी और मोटापे की समस्या युवाओं में बढ़ रही है। ओपीडी में आने वाले 18 से 40 वर्ष उम्र के करीब 200 युवाओं पर एक स्टडी की गई, जिससे सामने आय ािक कम नींद या नींद न आने की समस्या के चलते युवा घबराहट, बीपी, कोलेस्ट्राल और हार्ट बीट की समस्या का शिकार हो रहे हैं। इन चीजों से आगे चलकर हार्ट अटैक का भी खतरा बढ़ जाता है।मानसिक रूप से भी हो रही कमजोरकेजीएमयू में मेडिसिन विभाग के डॉ। डी हिमांशु के मुताबिक ठीक से नींद न आने के कई कारण हैं। खराब लाइफ स्टाइल इसमें प्रमुख है। देर रात तक जागने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। जिसके चलते शुगर, बीपी, मोटापा, हार्ट अटैक तो लोगों को हो ही रहा है, साथ ही मानसिक रूप से भी लोग कमजोर हो रहे हैं। शुरुआत में अधिकतर लोग कम नींद आने की प्राब्लम को इगनोर कर देते हैं।नींद पूरी तो कई बीमारियां दूरकेजीएमयू में साइकियाट्रिस्ट डॉ। आदर्श त्रिपाठी ने बताया कि उम्र के हिसाब से पर्याप्त नींद न लेने के चलते कई तरह की मानसिक समस्याएं होती हैं। इंसान हर वक्त थका हुआ महसूस करता है, उसकी मेमोरी कमजोर हो जाती है। मन एकाग्र नहीं रहता है। मेहनत करने की क्षमता कम हो जाना इनमें प्रमुख हैं।किस उम्र में कितना सोना चाहिएउम्र घंटे

3 से 5 साल 10 से 13 घंटे6 से 13 साल 9 से 11 घंटे14 से 17 साल 8 से 10 घंटे18 से 25 साल 7 से 9 घंटे26 से ऊपर 7 से 9 घंटेआजकल देर रात तक मोबाइल पर समय बिताने की आदत बड़ी संख्या में लोगों को हो गई है, जिसके चलते उनकी नींद नहीं पूरी हो पाती है। यही आदत आगे चलकर कई बीमारियों का कारण बन रही है।प्रो। नवीन गर्ग, कार्डियालॉजी डिपार्टमेंट, पीजीआईठीक से नींद न आने के कई कारण हैं। खराब लाइफ स्टाइल इसमें प्रमुख है। देर रात तक टीवी देखने की समस्या अधिकतर परिवारों में सामने आ रही है। इससे लोग हार्ट की बीमारियों का भी शिकार हो रहे हैं।डॉ। डी हिमांशु, मेडिसिन डिपार्टमेंट, केजीएमयू

Posted By: Inextlive