- नये चलन ने बढ़ाई एसटीएफ की मुश्किलें

- मुन्ना बजरंगी ने मिलाया अनिल दुजाना से हाथ

LUCKNOW: यूपी के अंडरव‌र्ल्ड में ऐसा पहली बार हो रहा है जब पूर्वी और पश्चिमी उप्र के माफिया आपस में हाथ मिला रहे है। उनके बीच गठबंधन के नये चलन ने यूपी एसटीए के अधिकारियों को भी चिंता में डाल दिया है। एसटीएफ के सूत्रों के मुताबिक इससे कई घटनाओं के खुलासे में खासी दिक्कत आ रही है। यही वजह है कि माफिया मुन्ना बजरंगी के साले पुष्पजीत की हत्या करने वाले शूटरों को पता नहीं चल पा रहा है। घटना अंजाम देने वाले शूटरों की पहचान मुश्किल होने के साथ ही गैंगवार का दायरा बढ़ने की आशंका भी जताई जा रही है। एसटीएफ सर्विलांस के जरिए लगातार ऐसी गतिविधियों पर नजर रख रही है।

जेल में हुई दोस्ती चढ़ी परवान

एसटीएफ के सूत्रों के मुताबिक पश्चिमी उप्र के कुख्यात माफिया अनिल दुजाना और पूवरंचल के माफिया मुन्ना बजरंगी ने आपस में हाथ मिला लिया है। ग्रेटर नोएडा के दुजाना गांव निवासी अनिल दुजाना करीब चार सालों से जेल में है। उस पर दो दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। कोई गवाही देने पर मारा गया तो कोई रंगदारी न देने पर जान से हाथ धो बैठा। वहीं मुन्ना बजरंगी भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या का आरोपी है। पंचायत चुनाव के दौरान उसे सुल्तानपुर से झांसी जेल भेजा गया था। एसटीएफ के सूत्रों के मुताबिक झांसी जेल में बंद एक अपराधी ने मुन्ना बजरंगी की दोस्ती नजदीकी बांदा जेल में बंद अनिल दुजाना से करायी है। इसके बाद दोनों के बीच रेलवे के ठेकों को लेकर कुछ समझौता भी होने की चर्चा है।

बृजेश को सांसद का साथ

वहीं मुन्ना के दुश्मन माने जाने वाले माफिया से एमएलसी बने बृजेश सिंह ने यूपी के एक बाहुबली सांसद का साथ थामा है। इसके पीछे कोयले के नये कारोबार को वजह माना जा रहा है। उक्त सांसद को माफिया डॉन छोटा राजन का करीबी बताया जाता है। बृजेश को एमएलसी चुनाव के दौरान पहले शाहजहांपुर और बाद में सहारनपुर जेल भेजा गया था। एसटीएफ को सूचनाएं मिल रही है कि सहारनपुर जेल में पश्चिमी उप्र के माफिया और अपराधियों की बृजेश से नजदीकी बढ़ रही है। दरअसल मुख्तार और मुन्ना के मुकाबले बृजेश का साम्राज्य यूपी के अलावा बिहार, मुंबई और उड़ीसा तक फैला है। यही वजह है कि मुख्तार गैंग भी अब अपनी ताकत बढ़ाने में जुटा है।

Posted By: Inextlive