किसी को नहीं मिल रही मेडिकल किट तो किसी को आधी अधूरी
- होम आईसोलेशन में पेशेंट्स को मेडिकल किट उपलब्ध कराई जाती है
- 20 फीसदी पेशेंट्स को किट ही नहीं मिल रही, बस फोन आता है LUCKNOW(29 April): नहीं मिली मेडिकल किट लालकुआं में रहने वाला एक युवक कोविड पॉजिटिव हैं। उसकी रिपोर्ट आए हुए दस से बारह दिन हो चुके हैं, लेकिन अभी तक स्वास्थ्य विभाग की ओर से उसे कोई भी मेडिकल किट नहीं दी गई हैं। उसके फैमिली मेंबर्स ने ही दवा का इंतजाम किया है। मिली आधी अधूरी दवा रश्मि खंड निवासी एक परिवार के चार सदस्य कोरोना पॉजिटिव हैं। पीडि़त परिवार की मानें तो उन्हें सिर्फ तीन मेडिकल किट ही दी गई हैं और उसमें भी दवाइयां आधी अधूरी हैं जबकि एक को मेडिकल किट ही नहीं दी गई है। बाहर से मंगवाई दवाबटलर पैलेस निवासी एक परिवार के दो सदस्य कोरोना पॉजिटिव हैं। पीडि़त परिवार की मानें तो रिपोर्ट आए हुए तीन से चार दिन हो गए हैं, लेकिन अभी तक उन्हें मेडिकल किट नहीं दी गई है। उन्होंने बाहर से ही दवाइयां परचेज की है।
नहीं मिला कोई रिस्पांसविभूति खंड निवासी एक युवक कोरोना से पीडि़त है। उसका कहना है कि पहले तो तीन से चार दिन तक उसे मेडिकल किट नहीं दी गई और जब दी गई तो उसमें दवाइयां बेहद कम निकलीं। उसने कंप्लेंट की, लेकिन कोई रिस्पांस नहीं मिला।
होम आईसोलेटेड कोरोना पीडि़तों को मेडिकल किट को लेकर खासा परेशान होना पड़ रहा है। आलम यह है कि कई पेशेंट्स को मेडिकल किट नहीं मिली है जबकि कई ऐसे हैं, जिन्हें आधी अधूरी मेडिकल किट दी गई है। इसकी वजह से उन्हें या उनके फैमिली मेंबर्स को मार्केट से दवाइयां परचेज करनी पड़ रही हैं। हैरानी की बात तो यह है कि जिम्मेदारों की ओर से इस दिशा में कोई ध्यान भी नहीं दिया जा रहा है, जिससे हालात और भी ज्यादा खराब होते जा रहे हैं। मेडिकल किट बहुत जरूरी कोविड गाइडलाइंस में साफ है कि होम आईसोलेटेड पेशेंट्स को मेडिकल किट दिया जाना बेहद जरूरी है। मेडिकल किट में वहीं दवाइयां दी जाती हैं, जो कोरोना को हराने में कारगर हैं। सभी होम आईसोलेटेड पेशेंट्स को फ्री में मेडिकल किट दी जाती है, लेकिन जब मेडिकल किट नहीं मिलती है तो पेशेंट या उसके फैमिली मेंबर्स को बाहर मार्केट से दवाइयां लेनी पड़ रही हैं, जो खासी महंगी पड़ती हैं। इसके बावजूद इस व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए कोई कवायद नहीं की जा रही है।तुरंत मिलती है किट
कोविड पॉजिटिव रिपोर्ट आने के तुरंत बाद ही पेशेंट को मेडिकल किट दिए जाने का प्राविधान है, जिससे पेशेंट दवाइयों का सेवन तुरंत शुरू कर सकें और कोरोना को हराने में अपना कदम आगे बढ़ा सकें। पिछले साल जब कोरोना की पहली वेव आई थी तो उस दौरान होम आईसोलेटेड पेशेंट को तत्काल मेडिकल किट उपलब्ध कराई जाती थी, लेकिन दूसरी वेव में ऐसा देखने को नहीं मिल रहा है, जिसकी वजह से पेशेंट्स की मुश्किलें बढ़ रही हैं। अब हुई ये व्यवस्था जिला प्रशासन की ओर से स्पष्ट किया गया है कि होम आईसोलेशन में रह रहे कोविड पेशेंट को मेडिकल किट मिले। इसके लिए भी व्यापक इंतजाम किए गए हैं, जिससे उसे या उसके फैमिली मेंबर्स को दवा लेने के लिए इधर उधर न भटकना पड़े। अगर किसी होम आईसोलेशन पेशेंट को दवा की किट नहीं मिली है तो 0522 45323000 पर कॉल की जा सकती है। उसे तत्काल दवा की किट उपलब्ध कराई जाएगी। किट में ये दवाइयां मिलती हैं 1. आईवरमेक्टीन टेबलेट 2.एजिर्थोमाइसिन टेबलेट 3.डॉक्सी टेबलेट 4.क्रोसीन टेबलेट 5.लिम्सी टेबलेट 6.जिनकोनिया टेबलेट 7.कैल गिरोल सैचेट वर्जनहोम आईसोलेटेड पेशेंट्स को मेडिकल किट तुरंत मिले, इसके लिए व्यवस्था की गई है। अगर किसी को मेडिकल किट नहीं मिली है तो वह कोविड कमांड सेंटर में कॉल करके इसकी जानकारी दे सकता है। उसे तत्काल किट उपलब्ध कराई जाएगी।
अभिषेक प्रकाश, डीएम