धरोहरों के आसपास जगमगाएंगी सड़क, रोड भी दिखेंगी चकाचक
लखनऊ (ब्यूरो)। आवास विभाग की ओर से इस योजना को तैयार किया गया है। इस योजना के पहले चरण के लिए लखनऊ समेत एक दर्जन शहरों का चयन किया गया है। योजना के अंतर्गत वही शहर चिन्हित किए गए हैैं, जो ऐतिहासिक इमारतों और धरोहरों के लिए जाने जाते हैैं। इसके साथ ही विशेष उत्पादों के लिए प्रसिद्ध शहरों को भी लिस्ट में जगह दी गई है। तैयार होगा डेवलपमेंट प्लानयोजना के अंतर्गत जो शहर चयनित किए गए हैैं, उनके लिए डेवलपमेंट सिस्टम तैयार किया जाएगा। यह जिम्मेदारी नगर निगम और विकास प्राधिकरण की होगी। विभागों की ओर से दिए जाने वाले डेवलपमेंट प्लान के आधार पर बजट आदि की व्यवस्था की जाएगी फिर डेवलपमेंट की दिशा में कदम आगे बढ़ाए जाएंगे। हर बिंदु पर बनानी होगी रिपोर्ट
जो भी डेवलपमेंट प्लान बनाया जाएगा, वो इन्हीं बिंदुओं के आधार पर बनेगा। जिससे पर्यटकों को सीधे ऐतिहासिक इमारतों और धरोहरों से कनेक्ट किया जा सके। इसके साथ ही अगर किसी ऐतिहासिक इमारत या धरोहर तक पहुंचने के लिए रोड नहीं है तो वहां पर रोड का निर्माण भी कराया जाएगा। इसके साथ ही साफ सफाई पर भी विशेष ध्यान रखा जाएगा।आपस में कनेक्ट किया जाएगा
प्लान की एक और खास बात यह है कि एक तरफ तो ऐतिहासिक इमारतों और धरोहरों को और आकर्षक बनाया जाएगा, वहीं दूसरी तरफ इन्हें आपस में भी कनेक्ट किया जाएगा। जिससे अगर कोई पर्यटक किसी भी ऐतिहासिक इमारत या धरोहर के पास जाए तो उसका ध्यान अन्य ऐतिहासिक इमारतों और धरोहरों की तरफ भी आकर्षित हो। इन्हें भी किया जाएगा डेवलपप्लान में एक खास बात यह भी है कि अगर कोई ऐसी ऐतिहासिक इमारत या धरोहर है, जिसके बारे में लोग जानते नहीं है लेकिन वो खासी महत्वपूर्ण हैैं, तो उनको भी प्लान में शामिल करके डेवलपमेंट कराया जाएगा। जिससे इन्हें भी पर्यटकों से कनेक्ट किया जा सके। इस पर भी होना है कामप्लान में शहर को सुंदर बनाने संबंधी बिंदुओं को भी शामिल किया गया है। हालांकि जो बिंदु शामिल हैैं, उन पर निगम की ओर से काम शुरू भी कर दिया गया है। इन बिंदुओं में मुख्य रूप से प्रमुख मार्गों और चौराहों का सौंदर्यीकरण किया जाना, क्लीन फुटपाथ, प्रॉपर स्ट्रीट लाइट्स, अतिक्रमण मुक्त एरिया आदि शामिल हैैं। इसी कड़ी में निगम की ओर से नियमित रूप से अतिक्रमण के खिलाफ अभियान भी चलाया जा रहा है।
इस तरह बनेगी रिपोर्ट1-ऐतिहासिक इमारतों और धरोहरों की स्थिति2-कनेक्टिंग मार्ग की स्थिति3-पर्यटकों का फुटफॉल
4-डेवलपमेंट के बाद फुटफॉल की स्थिति5-पब्लिक सुविधाओं की स्थिति