पीएचडी में सर्वण आरक्षण के तहत बढ़ सकती है 30 सीटें
- एलयू जल्द पीएचडी एडमिशन की प्रक्रिया दोबारा शुरू होगी
LUCKNOW : लखनऊ यूनिवर्सिटी में इस वर्ष से पीएचडी में करीब 30 सीटें बढ़ाई जाएंगी। आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के स्टूडेंट्स के लिए आरक्षण लागू होने से यह लाभ मिलेगा। वीसी प्रो। आलोक कुमार राय ने बताया कि सीटों की गिनती का काम अंतिम चरण में है। दिसम्बर के पहले सप्ताह में पीएचडी में एडमिशन की प्रक्रिया दोबारा से शुरू कर दी जाएगी। दस से अधिक सीटों पर सर्वण आरक्षणएलयू में बीते दिनों पीएचडी में ईडब्ल्यूएस वर्ग में आरक्षण न दिए जाने के कारण विवाद हुआ था। यूनिवर्सिटी ने आवेदन में विकल्प भरवाने के बाद भी गरीब सवणरें को आरक्षण का लाभ नहीं दिया था। शुरुआती चरण में यूनिवर्सिटी प्रशासन के स्तर पर बचने की कोशिश की गई, लेकिन स्टूडेंट्स की आपत्ति के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने एडमिशन प्रक्रिया को रोक कर कमेटी बनाकर सर्वण आरक्षण देने का निर्णय लिया। वीसी ने बताया कि जिन विभागों में 10 या उससे ज्यादा सीट हैं उनमें ईडब्ल्यूएस वर्ग के स्टूडेंट्स को आरक्षण का लाभ मिलेगा। सीट का ब्योरा जल्द जारी किया जाएगा। करीब 25 से 30 सीट बढ़ने की उम्मीद है।
विभागों में सीटों की स्थितिविभाग खाली सीटें
इकोनॉमिक्स 16 अंग्रेजी 21 हिन्दी 40 पर्शियन 10 दर्शनशास्त्र 16 संस्कृत 10 समाजशास्त्र 40 अप्लाइड इकोनोमिक्स 14 कॉमर्स 21लॉ 38
बॉटनी 19 केमिस्ट्री 23 जियोलॉजी 11 मैथ 15 फिजिक्स 42 स्टैटिक्स 10 जूलॉजी 22 4 दिसंबर को जारी हो सकती है पीजी की नई मेरिटएलयू के पीजी कोर्सेज में एडमिशन के लिए मेरिट जारी करने का लक्ष्य 4 दिसंबर निर्धारित किया गया है। कई विषयों की मेरिट भी तैयार हो गई है। एक से चार दिसंबर के बीच मेरिट लिस्ट जारी की जा सकती है।