यूपी बोर्ड के सेंटर बनाने की प्रक्रिया में राजकीय व एडेड स्कूलों पीछे
- यूपी बोर्ड एग्जाम के लिए सेंटर बनाने को भेजी गई डिटेल में कई स्कूलों में मिली संसाधनों की कमी
- परिषद ने ऐसे स्कूलों की स्थिति जल्द ठीक कराने को लेकर डीआईओएस से कहा LUCKNOW : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद यूपी बोर्ड के हाईस्कूल और इंटर के एग्जाम की तैयारियां शुरू हो गई हैं। इस बार ऑनलाइन एग्जाम सेंटर बनाए जाएंगे। राजकीय और सहायता प्राप्त स्कूलों को सेंटर बनाने की तैयारी चल रही है। हालांकि शासन के मंसूबों पर पानी फिरता नजर आ रहा है क्योंकि तमाम राजकीय और सहायता प्राप्त स्कूलों में नकल विहीन एग्जाम करोन के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध नहीं हैं, या उनकी बहुत कमी है। इनमें से कई स्कूल ऐसे भी हैं जिनमें पिछले तीन साल से बोर्ड के एग्जाम कराए जा रहे हैं। स्कूलों ने खड़े कर दिए हाथनकल विहीन एग्जाम कराने के लिए शासन ने एग्जाम सेंटर के हर कमरे में दो-दो सीसीटीवी कैमरे, वायस रिकॉर्डर, वेबकास्टिंग के लिए राउटर और इंटरनेट कनेक्शन अनिवार्य रूप से लेने को कहा था। फिलहाल जो स्थिति है, उसमें तमाम राजकीय और सहायता प्राप्त स्कूलों में यह नहीं हैं या कम हैं। कई स्कूल तो इन चीजों के लिए हाथ भी खड़े कर चुके हैं।
कई स्कूलों की स्थिति खराबशासन की ओर से सेंटर निर्धारण के लिए कहा गया है कि इस काम में राजकीय और सहायता प्राप्त स्कूलों को वरीयता दी जाए, लेकिन कुछ राजकीय और सहायता प्राप्त स्कूलों ने कमियां दूर करने की जगह हाथ खड़े कर दिए हैं। वहीं सूत्रों का कहना है कि बोर्ड को भेजे गए ऑनलाइन डाटा में राजधानी के कई गवर्नमेंट और एडेड स्कूलों में संसाधनों की मौजूदा स्थिति काफी खराब है। ऐसे में डीआईओएस ने इन स्कूलों को इंफ्रास्ट्रक्चर जल्द ठीक करने को कहा है।
बाक्स यह है स्कूलों की स्थिति जनता इंटर कॉलेज, मलिहाबाद- सीसीटीवी और वायस रिकॉर्डर नहीं हैं। सिर्फ 13 कमरों में एक-एक सीसीटीवी कैमरा है। राउटर नहीं है और इंटरनेट भी नहीं है। कुम्हरावां इंटर कॉलेज- 13 कमरों में सिर्फ एक ओर ही हैं वायस रिकॉर्डर और सीसीटीवी कैमरे। श्री गांधी आदर्श विद्यालय, अमांवा- सहायता प्राप्त इस स्कूल में 12 कमरों में दोनों ओर वायस रिकॉर्डर और सीसीटीवी कैमरे हैं लेकिन यहां न राउटर है और ना ही इंटरनेट कनेक्शन। म्यूनिसिपल गर्ल्स इंटर कॉलेज- सहायता प्राप्त इस स्कूल में अधिकतर कमरों में कैमरे और वायस रिकॉर्डर नहीं है। इंटरनेट कनेक्शन और राउटर भी नहीं हैं। बाक्स सेंटर बनने के लिए ये चीजें जरूरी- हर कमरे में दो-दो सीसीटीवी
- हर कमरे में जरूरी है वायस रिकॉर्डर
- वेबकास्टिंग के लिए राउटर होना जरूरी है - स्कूल में इंटरनेट कनेक्शन होना चाहिए कोट अभी स्कूलों ने जो डाटा फिल किया है, उसे देखा जा रहा है। जल्द सभी राजकीय एवं एडेड स्कूलों में बोर्ड एग्जाम के मानक पूरे कर लिए जाएंगे। डॉ। मुकेश कुमार सिंह, डीआईओएस