जॉब की टेंशन से बिगड़ रही युवा दिलों की धड़कन
- 20 प्रतिशत हार्ट के मरीज 45 वर्ष से कम उम्र के
- 20 हार्ट अटैक के मामले रोज केजीएमयू में - टेंशन और खराब लाइफस्टाइल से युवा हो रहे दिल की बीमारियों का शिकार - राजधानी में हार्ट के जितने भी मरीज आ रहे हैं, उसमें करीब 20 प्रतिशत युवा द्यह्वष्द्मठ्ठश्र2@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठरुष्टयहृह्रङ्ख: एक्टर सिद्धार्थ शुक्ला की 40 वर्ष की उम्र में हार्ट अटैक से मौत ने सभी को चिंतित कर दिया है। लोगों के मन में प्रश्न उठ रहा है कि इतनी कम उम्र में हार्ट की बीमारी कैसे लोगों को अपना शिकार बना रही हैं। जब इस बारे में डॉक्टर्स से बात की गई तो उन्होंने बताया कि युवाओं की बदलती लाइफ स्टाइल और सोशल मीडिया से प्यार उनके दिल पर असर डाल रहा है। आज देश में 45 वर्ष से कम उम्र के करीब 20 प्रतिशत लोगों में दिल से संबंधित बीमारियां देखने को मिल रही हैं। यह काफी चिंताजनक है।
10 फीसद हार्ट अटैक युवाओं मेंपीजीआई के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ। सतेंद्र तिवारी ने बताया कि यहां ओपीडी में आने वाले मरीजों में करीब 15 प्रतिशत की उम्र 45 वर्ष से कम है। युवा वर्ग बदली लाइफ स्टाइल, तनाव, शुगर, बीपी आदि के कारण दिल की बीमारियों का शिकार हो रहा है। स्मोकिंग भी इसका एक बड़ा कारण है। ऐसे में युवाओं को स्मोकिंग से दूरी बनाते हुए अपनी फिटनेस पर ध्यान देना होगा।
जॉब की भी टेंशन केजीएमयू के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ। अक्षय प्रधान ने बताया कि यहां रोज 15 से 20 मामले हार्ट अटैक के आते हैं, जिनमें से एक युवा होता है। ओपीडी में हार्ट के जितने भी मरीज आ रहे हैं, उसमें करीब 20 प्रतिशत की उम्र 30 से 40 वर्ष के बीच है। युवाओं में वॉल्व और दिल की धड़कन की समस्या अधिक देखने को मिल रही है। इसकी एक बड़ी वजह जॉब की टेंशन और स्मोकिंग है। सोशल मीडिया पर अधिक समय बिताने के कारण युवाओं की फिजिकल एक्टिविटीज कम होती जा रही हैं। बाक्स सिर्फ जिम जाने से दिन नहीं होगा मजबूत डॉक्टर्स ने बताया कि कई युवा जो दिल की बीमारियों का शिकार हो जाते हैं, वे कहते हैं कि हम तो जिम भी जाते हैं तो यह बीमारी कैसे हो गई। ऐसे लोगों से डॉक्टर्स कहते हैं कि सिर्फ जिम जाने से दिल मजबूत नहीं होगा। इसके लिए आपको स्मोकिंग बंद करनी होगी और स्टेरॉयड आदि से दूरी बनानी होगी। बाक्स ऐसे दूर करें दिल की टेंशन - स्मोकिंग से दूर रहें - फिजिकल एक्टिविटी करें- डायट पर फोकस करें
- स्ट्रेस से दूर रहें - सोशल मीडिया का कम यूज करें - ड्रग्स का सेवन न करें बाक्स जिम में रखें ध्यान - एयरोबिक एक्सरसाइज ज्यादा जरूरी - मसल्स एक्सरसाइज ज्यादा करने से बचें - स्टेरॉयड से दूर रहें - डॉक्टर से पूछकर ही सप्लीमेंट लें कोट करीब 10 फीसद हार्ट अटैक के केस अब युवाओं में देखने को मिल रहे हैं। खराब लाइफ स्टाइल के कारण युवाओं में दिल की समस्या बढ़ रही है। डॉ। सतेंद्र तिवारी, कॉर्डियोलॉजिस्ट, पीजीआई जॉब की टेंशन, सोशल मीडिया का दबाव आदि कारणों से युवाओं के दिल पर असर हो रहा है। युवाओं को अपनी लाइफस्टाइल बदलनी चाहिए। डॉ। अक्षय प्रधान, कार्डियोलॉजिस्ट, केजीएमयू