- चंद कदमों की दूरी पर रेलवे पटरी, दो साल पहले चिनहट में ही की थी पहली वारदात

- बांग्लदेशी व बावरिया गैंग पर पुलिस ने शुरू किया काम, यूपी के लोकल गैंग पर भी नजर

द्यह्वष्द्मठ्ठश्र2@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

रुष्टयहृह्रङ्ख : चिनहट के विकल्प खंड में सीनियर फ्रूड मार्केटिंग इंस्पेक्टर उदय प्रताप सिंह के घर 6 अक्टूबर को डकैती की वारदात अंजाम दिया गया। एक साल में पुलिस कमिश्नरेट में डकैती की चार वारदात को अंजाम दिया गया, जिसमें पुलिस ने तीन घटनाओं में डकैती की एफआईआर दर्ज की है और चौथी चिनहट की घटना को चोरी की रिपोर्ट दर्ज की थी। चिनहट में जिस तरह से बदमाशों ने डकैती की वारदात को अंजाम दिया था, ठीक उसी तरह विभूतिखंड में इंजीनियर के घर डकैती डाली गई। बदमाशों की संख्या, वारदात करने का तरीका, बंधक बनाने में चादर का प्रयोग, बंधक बनाने के बाद फैमिली मेंबर्स को अलग-अलग रखना, डीवीआर और मोबाइल ले जाना समेत कई कामन बातें हैं। इसमें सबसे खास बात यह है कि दोनों वारदात में घटनास्थल से रेलवे ट्रैक चंद कदमों की दूरी पर थे। पुलिस अफसरों ने भी संकेत दिए हैं कि दोनों वारदात एक ही गैंग ने अंजाम दी हैं।

ये हैं चार वजह

रेलवे ट्रैक के आस-पास के मकान को चुनते हैं

बदमाश रेलवे ट्रैक वाले मकान को अपना निशाना बनाते हैं जिस मकान के आस-पास रेलवे ट्रैक हो या फिर रेलवे स्टेशन। माना जाता है कि वह ट्रेन से आकर वारदात को अंजाम देते हैं। फिर रेलवे ट्रैक से होते हुए रेलवे स्टेशन पहुंच कर ट्रेन से ही फरार हो जाते हैं। विकल्प खंड तीन में जिस मकान में वारदात हुई है उससे करीब चार सौ मीटर पर रेलवे ट्रैक है, जो गोमती नगर रेलवे स्टेशन पर जाता है। विभूतिखंड में इंजीनियर के मकान का पिछला हिस्सा रेलवे ट्रैक पर ही खुलता है।

बदमाशों के कपड़े और चेहरा छिपाने का तरीका

विकल्प खंड में जिन बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया उसमें सभी की उम्र 22 से 28 साल की थी। परिजनों के अनुसार सभी ने लोअर टीशर्ट पहन रखी थी। साथ ही सभी ने चेहरे पर नकाब लगा रखा था। वह अक्सर लोअर टीशर्ट में वारदात करता है ताकि फरार होने के समय उन्हें पुलिस मजदूर समझे। वह 7 से 8 की संख्या में वारदात को अंजाम देते हैं। घटना में भी बदमाशों की संख्या 7 से 8 थी।

दोनों घटनाओं में बहाया गया खून

वारदात के दौरान खून बहाने को टोटका मानते हैं। विकल्प खंड में खाद्य व रसद अधिकारी के पूरे परिवार को बंधक बनाकर लूटपाट करने के बाद भी बदमाशों ने भागते समय उदय को धारदार हथियार से घायल कर उनका खून बहाया। अपनी पहचान छिपाने के बाद बदमाश अपने साथ डीवीआर भी ले गए। विभूतिखंड में भी बदमाशों ने भागते समय सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर अपने साथ ले गए।

दीपावली के आस-पास करते हैं वारदात

गैंग खासतौर पर इसी मौसम में वारदात करने के लिए निकलता है। नवंबर से लेकर जनवरी तक वह कई स्टेट में घूम-घूम कर वारदात को अंजाम देता है और फिर अपने ठिकाने की तरफ निकल जाता है। बाकी दिनों में वह चुप्पी साधे रहता है। बदमाशों ने 6 अक्टूबर को चिनहट में सीनियर फ्रूड इंस्पेक्टर के घर में डाका डाला था और ठीक 60 दिन बाद विभूतिखंड इलाके में वारदात को अंजाम दिया।

Posted By: Inextlive