मंदिर कमेटी के उपाध्यक्ष के उपाध्यक्ष का शव रखकर लगाया जाम

¨हदू संगठन के लोगों की मांग पर एसएसपी ने लिया एक्शन, एसओ हुए सस्पेड, दारोगा लाइन हाजिर

कांति प्रसाद के तिलक लगाने और भगवा पटका पहनने पर दूसरे संप्रदाय के युवक ने की हत्या

Meerut। भावनपुर के अब्दुलापुर में शिव मंदिर कमेटी के उपाध्यक्ष को दूसरे संप्रदाय के लोगों ने पीट-पीट कर मार डाला। उसका कसूर सिर्फ इतना था कि वह माथे पर तिलक और गले भगवा पटका डालता था। इतना ही नहीं हत्या के बाद आरोपियों ने पीडि़त परिवार की कनपटी पर तमंचा रखकर समझौते के लिए दबाव भी बनाया। जिसके बाद पुलिस ने सिर्फ एक युवक को पकड़कर जेल भेज दिया। पुलिस की लचर व्यवस्था और परिवार को आर्थिक सहायता दिलाने के लिए ¨हदू संगठन के लोग और कैंट विधायक ने बुधवार सुबह शव सड़क पर रखकर धरना दिया। हालांकि शीर्ष अफसरों ने एसओ और एक दारोगा को हटाने का भरोसा दिलाकर शव को उठवाकर अंतिम संस्कार कराया गया। वहीं शाम को कप्तान ने एसओ संजय कुमार और एसएसआई को लाइन हाजिर कर दिया।

ये है मामला

भावनपुर के अब्दुलापुर बाजार में शिव मंदिर की दुकानों में कांति प्रसाद प्रसाद बेचते थे। साथ ही मंदिर की साफ-सफाई के साथ-साथ कमेटी में उपाध्यक्ष भी थे। सोमवार को कांति प्रसाद गंगानगर से बिजली का बिल जमाकर वापस लौट रहे थे। ग्लोबल सिटी के समीप गांव के ही युवक अनस ने उनके माथे पर लगे तिलक और गले में डाले गए भगवा पटके पर टिप्पणी कर दी। कांति प्रसाद ने इसका विरोध किया तो उन्हें इनता पीटा गया कि उपचार के दौरान मंगलवार को अस्पताल में उनकी मौत हो गई।

तमंचे दिखाकर समझौते का जबाव

पुलिस ने मारपीट करने वाले अनस को हत्या एवं धार्मिक टिप्पणी करने के आरोप में जेल भेज दिया। आरोप है कि उसके बाद अनस पक्ष के कुछ लोग कांति प्रसाद के घर पर आए। उन्होंने तमंचा के बल पर पीडि़त परिवार पर समझौते का दबाव बनाया। पीडि़त परिवार ने इस मामले की तहरीर देते हुए आरोप लगाया कि थाने के हिस्ट्रीशीटर नदीम मेवाती के इशारे पर सब कुछ हो रहा था। उसके बाद भी पुलिस ने नदीम मेवाती को गिरफ्तार नहीं किया है।

तीन घंटे लगा रहा जाम

मामले ने बुधवार की सुबह तूल पकड़ लिया। जिसके बाद ¨हदू संगठन के बलराज डूंगर, निमेश वशिष्ठ, युवा मोर्चा के विनस कुमार, मुकेश, अमित शर्मा, गुलवीर और अंकित बंसल समेत काफी लोग अब्दुलापुर चौराहे पर एकत्र हो गए। शव रखकर जाम लगाने के बाद पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उसके बाद कैंट विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल भी मौके पर पहुंच गए। उनकी मांग थी कि कांति प्रसाद के परिवार को धमकी देने वाले आरोपी पकड़े जाए, साथ ही पूरे मामले में अपराधियों को संरक्षण देने वाला नदीम मेवाती भी गिरफ्तार हो। उसके बाद पीडि़त परिवार को आर्थिक सहायता दी जाए। एसओ को सस्पेड तथा एक दारोगा को लाइन हाजिर किया जाए। विधायक ने एसएसपी से फोन पर बातचीत की, जिस पर एसओ और दारोगा को हटाने का भरोसा दिया गया। साथ ही एसीएम अंकित कुमार ने पीडि़त परिवार को सीएम राहत कोष से मदद दिलाने की बात कही। करीब तीन घंटे बाद ¨हदू संगठन के लोगों ने जाम खोला। उसके बाद पुलिस सुरक्षा में कांति प्रसाद के शव का अंतिम संस्कार किया गया।

पुलिस ने धार्मिक टिप्पणी और हत्या के मामले में एक आरोपी को जेल भेज दिया है। साथ ही धमकी देने वाले आरोपियों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर लिया है। परिवार को आर्थिक सहायता मिले, इसके लिए सीएम के समक्ष संस्तुति की गई है। एसओ और एसएसआई को लाइन हाजिर कर दिया गया है।

अजय साहनी, एसएसपी

Posted By: Inextlive