50 फीसदी दर्शकों के साथ बड़े सिनेमा हॉल संचालकों को होगा नुकसान

अनलॉक 5 में सिनेमा संचालकों को मिली अधूरी छूट

Meerut। अनलॉक फाइव में केंद्र सरकार ने भले ही सिंगल व मल्टी स्क्रीन सिनेमा को संचालन की अनुमति दे दी हो लेकिन सिनेमा संचालकों को मिली यह राहत अधूरी मानी जा रही है। सबसे पहले 50 प्रतिशत दर्शकों के साथ शो का संचालन ही सिनेमा मालिकों को समझ नही आ रहा है। उनका कहना है कि 50 प्रतिशत दर्शकों के साथ कैसे शो का पूरा खर्च निकालेंगे। वहीं शो के साथ कोविड 19 गाइडलाइन का पालन करना भी किसी परेशानी से कम नहीं है। हालांकि, सिनेमा संचालक छह माह से बंद सिनेमा को खुलने की मिली अनुमति का स्वागत कर रहे हैं। हर परिस्थिति में सिनेमा चालू करने में जुटे हैं।

सिंगल स्क्रीन के बढे़गा खर्च

गौरतलब है कि मल्टीप्लेक्स आने के बाद सिंगल स्क्रीन सिनेमा पहले से ही नुकसान में चल रहे थे। मेरठ के अधिकतर सिंगल स्क्रीन सिनेमा तो बंद हो चुके हैं। ऐसे में अब कोरोना के कारण 50 प्रतिशत दर्शकों के साथ शो को चलाना सिंगल स्क्रीन सिनेमा संचालकों की जेब पर काफी भारी पडेगा। शो में 50 प्रतिशत दर्शक बैठेंगे इससे शो का खर्च तो पूरे के बराबर ही आएगा, लेकिन टिकट आधे बिकेंगे। इससे सिनेमा संचालकों को आíथक नुकसान तो होगा ही साथ ही स्टॉफ के वेतन से लेकर अन्य टैक्स भी जस के तस भुगतान करना होगा।

दूरी मेंटेन करना दिक्कत

नियमानुसार सिनेमा की क्षमता से 50 प्रतिशत दर्शक ही शो में बैठ सकेंगे। ऐसे में सोशल डिस्टेसिंग का पालन कराने के लिए एक सीट छोड़कर एक सीट पर दर्शकों के लिए टिकट जारी किया जाएगा। दर्शक शो शुरु होने से पहले दूर दूर बैठेंगे लेकिन शो शुरु होने के बाद उनको मॉनीटर नही किया जा सकेगा। ऐसे में शो शुरु होने के बाद सोशल डिस्टेंसिंग का दर्शकों से पालन कराना भी संभव नही हो पाएगा। जो लोग अपनी फैमली व बच्चों के साथ सिनेमा देखने आएंगे वे दूर दूर बैठकर सिनेमा देखना पसंद नही करेंगे और ना ही शो के बीच में चेकिंग कर सकेंगे।

सेनेटाइजेशन का बढ़ेगा खर्च

वहीं अनलॉक फाइव में कोविड 19 की गाइडलाइन के अनुसार हर शो के बाद सिनेमा हॉल के अंदर सीट से लेकर सभी एग्जिट और एंट्री पाइंट को सेनेटाइज करना होगा। ऐसे में सिनेमा के अंदर कैंटीन से लेकर वॉशरुम तक को सेनेटाइज करना होगा। सिंगल स्क्रीन सिनेमा में 800 से 900 सीटों को हर शो के बाद सेनेटाइज करने के लिए सिनेमा संचालकों को काफी इंतजाम करने पडे़गे। इसके लिए सिनेमा संचालकों को अपनी जेब से एक्स्ट्रा खर्च करना होगा। ऐसे में संभावना है कि दर्शकों को टिकट के लिए भी अधिक पैसा देना पड़ सकता है। हालांकि अभी सिनेमा संचालकों ने इस संबंध में कोई निर्णय नही लिया है।

'अनुमति से राहत, दिक्कतें कम नहीं'

मेरठ सिनेमा एसो। अध्यक्ष के अध्यक्ष अजय गुप्ता ने बताया कि सिंगल स्क्रीन सिनेमा तो पहले से ही काफी लॉस में चल रहा है। लेकिन छह माह से बंदी के बाद कम से कम सिनेमा शुरु करने की अनुमति मिली यह राहत की बात है। अब 50 प्रतिशत दर्शकों के साथ शो चलाना फायदेमंद तो नही होगा, लेकिन जो खर्च लगातार हो रहे हैं उनको कम कर सकेंगे। बाकि कोविड 19 के नियमों का पालन करने के लिए अभी विचार चल रहा है।

'गाइडलाइन के मुताबिक चलाएंगे शो'

मैग्नम सिनेमा के मैनेजर नितिन पांडेय ने बताया कि सरकार की गाइड लाइन दर्शकों की सुरक्षा के लिए हैं। इनका पूरी तरह पालन कर शो चलाएंगे, ताकि हमारे दर्शक सुरक्षित रहे। बाकि कुछ सुधार की आवश्यकता हैं। जो धीरे-धीरे अपने आप ही सरकार कर देगी।

'सरकार की एसओपी का इंतजार'

वेब सिनेमा के मैनेजर संजीव कुमार ने बताया कि अभी हम स्टेट गर्वमेंट की एसओपी का इंतजार कर रहे हैं। जो भी स्टेट गवर्मेंट की गाइडलाइन जारी होगी उसका पालन होगा। इसके बाद मूवी रिलीज के अनुसार भी दर्शकों की संख्या निर्भर करेगी कि अभी शुरुआत में कितने दर्शक हमें मिलते हैं, लेकिन सिनेमा शुरु हो रहे हैं, यह इससे सिनेमा व्यवसाय भी धीरे-धीरे अपने पुराने स्वरुप में वापस आएगा।

Posted By: Inextlive