वाराणसी (ब्यूरो)। जिले में कोरोना फिर रफ्तार पकड़ रहा है। पिछले दस दिनों में लगभग डेढ़ सौ कोरोना के नए मरीज मिल चुके हैं और इन आंकड़ों में लगातार इजाफा भी हो रहा है। मंगलवार को ही 34 नए मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। संक्रमण के बढ़ते ग्राफ को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, एयरपोर्ट के साथ ही अस्पताल जाने वाले लोगों से कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले दस दिनों कोरोना के 158 केस मिल चुके हैं। हालांकि राहत की बात यह है कि इस समय जिन लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो रही है, उनमें कोरोना संक्रमण का ज्यादा प्रभाव नहीं दिख रहा है.
जिले में कोविड के आंकड़े
जिले में अब तक 34 लाख 97 हजार 112 लोगों ने प्रथम डोज लगवाई है। दूसरी डोज महज 31 लाख 355 ने लगाई है, जबकि सतर्कता डोज अभी 93 हजार 256 ने लगवाई है। अब तक कुल 66 लाख 90 हजार 723 ने डोज लगाई है। टीकाकरण के प्रति लोगों को अधिक जागरूक करने की जरूरत है। स्वास्थ्य विभाग भी इस समय टीकाकरण को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहा है, जिसकी वजह से आए दिन मरीज सामने आ रहे है। विशेष अभियान चलाकर 100 प्रतिशत टीका का लक्ष्य पूरा नहीं किया गया तो इसी तरह मरीज आते रहेंगे.
डीडीयू में भर्ती मरीज का नहीं था संज्ञान
बता दें कि एक सप्ताह पहले डीडीयू में एक कोरोना का मरीज भी भर्ती कराया गया था, लेकिन विभाग की ओर से जारी आंकड़ों में मरीज की जानकारी नहीं दी गई थी। हालांकि डीडीयू में भर्ती मरीज का इलाज अब भी चल रहा है।
वैक्सीन के आंकड़े
पुरुष लाभार्थी - 3444502
महिला लाभार्थी - 3149716
थर्ड जेंडर - 3239
दस दिनों के मरीज के आंकड़े
2 अगस्त 2022 - 34
1 अगस्त 2022 - 16
31 जुलाई 2022 - 07
30 जुलाई 2022 - 14
29 जुलाई 2022 - 19
28 जुलाई 2022 - 15
27 जुलाई 2022 - 15
26 जुलाई 2022 - 11
25 जुलाई 2022 - 14
24 जुलाई 2022 - 13
लोगों से सतर्क रहने की अपील
सीएमओ संदीप चौधरी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की तरफ से लोगों से अपील की गई है कि लोग सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क व साफ सफाई रखें ताकि कोरोना से बचा जा सके। बढ़ते मामले को देखते हुए सभी को सतर्कता बरतनी होगी। उन्होंने कहा कि विभाग की तरफ से सभी को अलर्ट कर दिया गया है। जांच का दायरा बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अभी जो भी लोग संक्रमित पाए गए हैं, उन्हें अस्पताल में एडमिट नहीं होना पड़ा है। सभी का इलाज घर में ही चल रहा है.