-बदमाशों ने व्यापारी के सिर से पिस्टल सटाकर मारी गोली

- सुनील के नीचे गिरने के बाद भी मारी कई गोलियां

- पुलिस ने दो बदमाशों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की

- घटना को लेकर केबिल व्यापारियों ने जताई नाराजगी

खरखौदा : लोहियानगर स्थित लिटिल फ्लावर पब्लिक स्कूल के पास रविवार दोपहर प्रतिद्वंदिता में केबल व्यवसाई की गोली मारकर हत्या कर दी। बदमाशों ने व्यवसायी के सिर से पिस्टल सटाकर कई गोलियां चलाई जिनसे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतक के भाई ने प्रतिद्वंदी केबिल व्यवसाई समेत दो के खिलाफ थाने पर रिपोर्ट दर्ज कराई है।

व्यापारी का मर्डर

काजीपुर निवासी सुनील गुर्जर पुत्र आनंद प्रकाश (35) केबल व्यवसाय से जुड़ा होने के साथ रामबाग स्थित रोमी केबिल के यहां जॉब भी करता है। उधर, उसने गांव व लोहियानगर में केबल डिस्ट्रीब्यूशन का कार्य कर रखा था। रविवार चार बजे सुनील गुर्जर लोहियानगर स्थित लिटिल फ्लावर पब्लिक स्कूल के पास केबल सही कर रहा था। उसी समय दो बाइक सवार युवक वहां पहुंचे और सुनील से पहले बात की फिर पिस्टल सिर से सटाकर गोली मार दी। सुनील के जमीन पर गिरने के बाद भी हत्यारोपियों ने उस पर कई गालियां चलाई और उसकी मौत की पुष्टि होने के बाद ही मौके से भागे।

मिल रही थी धमकी

लोगों ने लहूलुहान अवस्था में पड़े सुनील को आनंद हास्पिटल ले गये, जहां उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक के छोटे भाई सतीश ने बताया कि पड़ोसी महक सिंह पुत्र शुक्कन भी केबल व्यवसाय से जुड़ा होने के साथ रंजिश रखता है। कई बार उसके भाई को हत्या की धमकी भी दे चुका था। महक सिंह ने अपने साथी सुनील पुत्र सुरजीत के साथ मिलकर गोली मारकर हत्या की है। एसओ मनोज कुमार घटना स्थल पहुंचे, जहां पिस्टल के कारतूस के खोखे भी बरामद हुए।

पेशेवर थे हत्यारोपी

सुनील की हत्या का अंदाज बताने को काफी था कि हत्यारे पेशवर थे। मृतक के सभी गोलियां सिर व कान के पास मारी। वारदात स्थल के पास ही अक्सर पुलिस पिकेट तैनात रहती है और पुलिस चौकी भी ज्यादा दूर नहीं है। इसके बावजूद बदमाशों ने बिना किसी डर के वारदात को अंजाम दिया। एसओ मनोज ने फोन रिसीव नहीं किया, लेकिन सीओ ने उक्त बात से सहमति जताई।

नहीं की थी कार्रवाई

सुनील व महक सिंह पूर्व में रोमी केबल आपरेटर के यहां नौकरी करते थे। आखिर आमदनी बढ़ाने के लिए काजीपुर में ही केबल का काम शुरू कर दिया। छह माह पहले बटवारे का विवाद हुआ और काम अलग-अगल कर लिए। दो माह पहले महक सिंह ने सुनील पर हमला कर दिया। मामला थाने पहुंचा, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं हुई। मृतक के भाई सतीश ने आरोप लगाया कि पुलिस से कई बार आरोपी से हत्या का अंदेशा जताया, लेकिन पुलिस ने सुनवाई नहीं की। यदि पुलिस समय रहते कार्रवाई कर

बच्चों ने खो दिया पिता

मृतक के पिता विकलांग हैं। सुनील ने ही काम को संभाला था। मृतक के दो बेटे अभिषेक 9 वर्ष व कार्तिक 6 वर्ष हैं। उसकी पत्‍‌नी समेत अन्य का रो-रोकर बुरा हाल था।

Posted By: Inextlive