होम डिलीवरी और जनसेवा को सशर्त पास जारी
-प्रशासन ने सेवा करने वालो को जारी किए पास, सोशल डिस्टेंसिंग अनिवार्य
-होम डिलीवरी के दौरान किसी ने भी नियम तोड़ा तो मुकदमा होगा दर्ज Meerut । पूरे देश में लॉक डाउन जारी है, ऐसे में लोगों को आवश्यक सामान की होम डिलीवरी करने वालो को प्रशासन ने पास जारी किए हैं। पास जारी करते हुए कुछ नियम और शर्त भी पास पर लिखी हुई हैं। जो भी नियमों का उल्लंघन करेगा, उसके खिलाफ मुकदमा भी कायम किया जाएगा और पास भी निरस्त कर दिया जाएगा। गरीब और असहाय लोगों की मदद करने के लिए भी लोगों को पास जारी किए गए हैं मगर इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का खासा याल रखना होगा। जो ऐसा नहीं करेगा तो उसके खिलाफ आईपीसी और सीआरपीसी के तहत कार्रवाई की जाएगी। इन नियमों का करना होगा पालन धारा-144 का पूरी तरह पालन करना होगा।सोशल डिस्टेंसिंग यानि सामाजिक रूप से दूरी का विशेष ध्यान रखना होगा।
वाहन के प्रयोग के दौरान किसी भी प्रतिबंधित वस्तु या सामग्री का प्रयोग नहीं करेंगे। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी द्वारा निरीक्षण की अपेक्षा करने पर उनका पूर्ण सहयोग करेंगे। वाहन पास की मूल प्रति ही मान्य होगी, इसकी फोटो कॉपी या फिर मोबाइल में खींचा हुआ फोटो मान्य नहीं होगा।अनुमति और पास अस्थाई है, जो कि कानूृन एवं शांति व्यवस्था भंग होने की दशा में या शर्तो का अनुपालन न करने की दशा में समाप्त हो जाएगा।
उल्लंघन करने वाले के विरुद्व आईपीसी, सीआरपीसी और मोटर व्हीकल एक्ट की धाराओं में कार्रवाई की जाएगी। जिस क्षेत्र के लिए पास जारी किया गया है, उस क्षेत्र में ही पास मान्य होगा अन्य किसी क्षेत्र में पास मान्य नहीं होगा। नियम और शर्त के साथ पास जारी किए गए हैं, जो नियम का पालन नहीं करेगा, उसका पास कैंसिल कर दिया जाएगा। साथ ही आईपीसी, सीआरपीसी और मोटर व्हीकल एक्ट में कार्रवाई भी की जाएगी। अजय तिवारी, एडीएम सिटी, मेरठ ------ फॉलो नहीं हो रही सोशल डिस्टेंसिंगमेरठ। एक तरफ तो देश के पीएम मोदी से लेकर प्रदेश के सीएम योगी समेत तमाम डॉक्टर्स, पुलिस और पूरा प्रशासनिक अमला सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो करने की हिदायत दे रहा है। वहीं हर रोज सुबह कालोनी हो या मोहल्लों या फिर बाजार, सभी जगह सब्जी और राशन की दुकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग का नियम टूटता साफ देखा जा सकता है। हालांकि पुलिस ऐसी राशन और सब्जी की दुकानों को ड्रोन से चिह्नित करके कार्रवाई कर सकती है, लेकिन ड्रोन फिलहाल पुलिस लाइन में धूल फांक रहा है। जबकि नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हुए बवाल के दौरान ड्रोन से शहरभर में निगरानी की गई थी।
चौराहों तक सीमित फोकस पुलिस हो या प्रशासन सभी का फोकस सड़कों और चौराहों पर आने-जाने वाले लोगों पर है। जबकि कालोनी और मोहल्ले समेत वहां सुबह खुलने वाली राशन की दुकानों और सड़क पर लगने वाली सब्जी और फलों की दुकान पर पीएम की सोशल डिस्टेंसिंग की अपील को लोग नजरअंदाज कर रहे हैं। मगर इस तरफ न तो पुलिस का ध्यान है और न ही प्रशासन का। लोगों की ये लापरवाही लॉक डाउन को पलीता लगाने के साथ ही कोरोना वायरस को फैलाने में मदद कर सकती है। संकरी गलियों में दुकानें खुली लिसाड़ी गेट, कोतवाली, रेलवे रोड एरिया के कुछ मोहल्ले ऐसे हैं, जहां बेहद छोटी-छोटी गलियों में आवश्यक सामानों की दुकानें खुली हुई हैं। यहां सामान खरीदने के लिए लोगों की भारी भीड़ नजारा आम हो चुका है। बावजूद इसके पुलिस इन दुकानों को बंद कराने या सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो कराने में नाकाम साबित हो रही है।सभी कालोनी और मोहल्लों में लगातार लोगों को दुकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो करने के लिए जागरुक किया जा रहा है। घर के बाहर एक से ज्यादा लोगों को खड़े होने से भी मना किया जा रहा है। हमारी पुलिस लगातार चेकिंग अभियान चला रही है। ड्रोन की अभी आवश्यकता हमें नहीं लग रही है। जब आवश्यकता लगेगी तो ड्रोन को भी उड़ाकर हालात का जायजा लिया जाएगा।
डॉ। अखिलेश नारायण सिंह, एसपी सिटी, मेरठ