स्कूलों में 'आरक्षण' के आधार पर ड्रेस वितरण
सामान्य जाति के 50 हजार बच्चे करेंगे इंतजार
स्कूलों में 'आरक्षण' के आधार पर ड्रेस वितरण - शासन से ड्रेस के लिए आया 3 करोड़ 88 लाख 70 हजार रुपये - फर्स्ट फेज में लड़कियां, एससी और बीपीएल छात्रों को मिलेगी ड्रेस आई एक्सक्लूसिव मीतेंद्र गुप्ता Meerut । बेसिक स्कूल में पढ़ने वाले 50 हजार सामान्य जाति के बच्चों को अभी ड्रेस नहीं मिलेगी। क्योंकि शासनादेश के अनुसार पहले फेज में लड़कियां, एससी और बीपीएल छात्रों को ड्रेस वितरित की जाएगी। इसके लिए शासन की ओर से 3 करोड़ 88 लाख 70 हजार रुपये आ गए हैं। डिमांड पर दूसरी किश्तविभाग की माने तो पहली किश्त आ गई है। इसके लिए शासन ने लड़कियों की संख्या, एससी और बीपीएल छात्रों की संख्या मांगी थी। इस संख्या के हिसाब से ही ड्रेस की धनराशि भेजी गई है। दूसरी किश्त तब आएगी जब विभाग की ओर से डिमांड भेजी जाएगी। विभाग की माने तो हर साल इसी हिसाब से पैसा आता है। पहले लड़कियों, एससी और बीपीएल के छात्रों को ड्रेस वितरित की जाती है। उसके बाद सामान्य जाति के छात्रों को ड्रेस दी जाती है।
तीस तक होना है वितरणड्रेस का वितरण 30 अगस्त तक किया जाना है। विभाग ने धनराशि आवंटित होती ही कागजी कार्रवाई शुरू कर दी है। बीएसए ने खंड स्तर और स्कूल स्तर पर समिति गठित करने के लिए बोल दिया है। समिति के दिशा निर्देश में ड्रेस का वितरण किया जाएगा।
यह है संख्या कुल संख्या- 1 लाख 81 हजार लड़कियां- 92707 एससी स्टूडेंट- 28537 बीपीएल स्टूडेंट- 8324 शेष- 51432 शासन से ड्रेस के लिए 3 करोड़ 88 लाख 70 हजार 400 रुपये आए हैं। पहले फेज में लड़कियां, एससी और बीपीएल छात्रों को ड्रेस वितरित की जाएगी। स्कूल स्तर पर समिति गठित करने के निर्देश दिए हैं। शेष को दूसरी किश्त आने के बाद ड्रेस दी जाएगी। मोहम्मद इकबाल, बेसिक शिक्षा अधिकारी