छह केंद्रों पर आज से शुरू होगा यूपी बोर्ड का मूल्यांकन
2800 से अधिक परीक्षक करेंगे मूल्यांकन
परीक्षक को देना होगा मूल्यांकन का विवरण Meerut। यूपी बोर्ड हाईस्कूल व इंटर की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में अब मनमानी नहीं चलेगी। बोर्ड प्रशासन अब हर परीक्षक से मूल्यांकन का विवरण लेगा। परीक्षक को लिखकर देना होगा कि जो कॉपियां उसने जांची हैं, उसमें कोई त्रुटि नहीं है। यदि मूल्यांकन में गलती रह गई है तो वह दंड भुगतने को तैयार है। अधिकारियों को निर्देश माध्यमिक शिक्षा परिषद यानि यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिट की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन आज से शुरु होने जा रहा है। मूल्यांकन को लेकर परिषद की ओर से सभी जिलों के शिक्षाधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए है। इसबार मूल्यांकन में कुछ बदलाव भी किए गए है। गलत मूल्यांकन करने पर परीक्षक को डिबार करने, उसके पारिश्रमिक से कटौती करने जैसे निर्देश पहले से हैं। हलफनामा लेंगेइस वर्ष परीक्षकों से हलफनामा लेने के निर्देश जारी किए गए है, जिसके आधार पर परीक्षक पर कार्रवाई की जा सकेगी। इसमें लिखा है कि मैने सारे प्रश्नों का सही से मूल्यांकन किया है और सभी सही उत्तर पर अंक दिए हैं। गलत उत्तर काटकर शून्य अंक दिए हैं। सभी प्रश्नों में दिए अंकों को मुख्य पेज पर लाकर जोड़ा गया है। बोर्ड का मानना है कि इससे परीक्षक गंभीरता के साथ मूल्यांकन कार्य करेंगे और गलतियों की कम गुजाइंश रहेगी।
मेरिट वाले स्कूलों पर नजर बोर्ड ने इस बार उन स्कूलों पर भी ध्यान केंद्रित किया हैं,जहां के छात्र-छात्राएं अक्सर टॉपर रहते हैं। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के मूल्यांकन के दौरान इन स्कूलों पर निगाह रखी जाएगी। जिला विद्यालय निरीक्षक गिरजेश कुमार चौधरी का कहना है कि परिषद की ओर से जारी किए गए निर्देशों अनुसार ही मूल्यांकन कार्य की तैयारी की जा रही है। मूल्यांकन में सख्ती बरतने के निर्देश सभी परीक्षकों को जारी कर दिए गए हैं। इंटरमीडिएट के मूल्यांकन केंद्र केंद्र-शिक्षक राजकीय इंटर कॉलेज, मेरठ-431 राम सहाय इंटर कॉलेज, गढ़ रोड-597 हाईस्कूल के मूल्यांकन केंद्र केंद्र-शिक्षक केके इंटर कॉलेज, दिल्ली रोड-464 सनातन धर्म इंटर कॉलेज, सदर-511 सेंट जोसेफ इंटर कॉलेज, कैंट-376 औचक निरीक्षण होगा शिक्षाधिकारी मूल्यांकन केंद्रों का औचक निरीक्षण करेंगे। परीक्षक ने मूल्यांकन में यदि कोई गलती की तो उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी क्षेत्रिय बोर्ड सचिव चित्रांशु राणा ने कहा कि मूल्यांकन के लिए शिक्षक की ड्यूटी लगा दी गई है।