सम्मान करना मेरे लिए गौरव की बात
- पुलिस अधिकारियों समेत करीब 54 पुलिसकर्मियों को डीजीपी ने किया सम्मानित
- सराहनीय और उत्कृष्ट कार्य के लिए किया सम्मानित, टॉप 6 में चार मेरठ को Meerut: सीसीएस यूनिवर्सिटी के सभागार में डीजीपी ने सराहनीय और उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों और अधिकारियों को सम्मानित किया। जोन के टॉप 6 में चार सम्मान मेरठ के नाम रहे। जबकि एक शामली और एक गाजियाबाद के नाम रहा। इस अवसर पर डीजीपी ने कहा कि यह पुलिसकर्मियों के लिए गौरव की बात है, लेकिन इन्हें सम्मानित करना मेरे लिए गौरव की बात है। उन्होंने अन्य पुलिसकर्मियों को इससे प्रेरणा लेकर सीखने को कहा ताकि वे भी इस मंच पर आ सकें और कल को उनको भी सम्मानित किया जा सके। इन मामलों के लिए किया गया सम्मानितइस अवसर पर मेरठ के एसएसपी, एसपी रूरल, एसपी सिटी, एसपी क्राइम समेत 48 पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया गया। जबकि शामली की स्वाट टीम के सचिन और गाजियाबाद के एसओ अभिनव और अशोक सिसोदिया व उनकी टीम को सम्मानित किया गया। मेरठ के पुलिस अधिकारियों व उनकी टीम को अतिशय अपहरण केस, रिंकू हत्या कांड, डॉ। विनोद सिंह से रंगदारी मांगने का मामले का खुलासा और 50 हजार इनामी बदमाश को पकड़ कर अंतर्राज्यीय गैंग का खुलासा करने पर सम्मानित किया गया।
हर जोन में हो सम्मान कार्यक्रम
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जो सम्मानित नहीं हो पाए वे अपने आप को छोटा न महसूस करें। हर कोई किसी न किसी अच्छे कार्य के लिए पहचाना जरूर जाता है। उन्होंने कहा कि इस तरह का सम्मान समारोह हर जाने स्तर पर होना चाहिए। जो भी पुलिसकर्मी सराहनीय कार्य करे उन्हें तुरंत पुरस्कृत करना चाहिए। पुलिसकर्मियों में बहुत क्षमता है इससे उनकी क्षमता और बढ़ेगी। मेस और आवासों का किया निरीक्षण पुलिस लाइंस में डीजीपी ने रंगरूटों के लिए बने मेस का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने किचन देखा और मेनू के हिसाब से जो खाना पका हुआ था उसकी गुणवत्ता जांची। यही नहीं बैरक में बने उनके आवासों के अंदर भी गए। बेडरूम के अलावा उनके बाथरूम की अच्छी तरह जांच की। पानी समेत अन्य बेसिक सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने कंट्रोल रूम का निरीक्षण कर रजिस्टर जांचा। ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों से इसके कार्यप्रणाली को जाना। उन्होंने बेगमपुल पर लगे सीसीटीवी कैमरे की स्थिति मांगी। एसपी सिटी ने बताया कि 4 लगे हैं। इस पर उन्होंने 25 कैमरे लगाने की हिदायत दी। कोतवाली में किया संबोधनशाम को डीजीपी ने कोतवाली थाने का निरीक्षण किया। जहां एफआईआर दर्ज की जाती है उस जगह को देखा और पुलिसकर्मियों से बात भी की। उन्होंने एफआईआर रजिस्टर को भी देखा। यहां पर शहर काजी समेत अन्य लोग भी मौजूद थे। उन्होंने वहां पर उनको संबोधित करते हुए कहा कि गणमान्य लोगों की समझ-बूझ की वजह से ही शहर में शांति बरकरार है।