सबसे सर्द दिन ने थामी जिंदगी की रफ्तार
- पूरे दिन नहीं हुए सूरज के दर्शन, हवा भी रही सर्द
- नौचंदी एक्सप्रेस 7 तो संगम 15 घंटे लेट पहुंची Meerut । मंगलवार को इस साल का सबसे ठंडा दिन रहा। कोहरे ने वाहनों से लेकर लोगों की रफ्तार भी थाम दी। पूरे दिन सूरज के दर्शन नहीं हुए। बीते पांच साल की बात करें तो छह दिसंबर 2013 में सबसे ज्यादा ठंड पड़ी थी। तापमान का अंतर घटा सोमवार की रात न्यूनतम तापमान 10.2 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि मंगलवार को अधिकतम तापमान 15.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिन और रात में तापमान का अंतर छह डिग्री से भी कम रहा। अमूमन दिन और रात में तापमान का अंतर 12 से 15 डिग्री सेल्सिसय का चल रहा था। सर्द-कोहरे की रातमंगलवार को सुबह से छायी धुंध रात में और गहरी हो गई। शाम चार बजे के आसपास सूरज बादलों से चंद मिनटों के लिए निकला, किंतु थोड़ी ही देर में रात जैसा माहौल नजर आने लगा। सड़कों पर लाइट जलाकर वाहन चल रहे थे। कोहरे की वजह से बढ़ी धुंध में पचास मीटर तक दृश्यता नहीं रह गई। रात नौ बजे तक हाइवे पर वाहनों की रफ्तार तिहाई रह गई। बाजार भी घंटों पहले बंद कर दिए गए।
और गिरेगा पारा
मौसम वैज्ञानिक की माने तो अगले तीन दिन ठंड और बढ़ेगी। तापमान में गिरावट आएगी। हवा भी तेज रहेंगी। 6 दिसंबर का तापमान वर्ष पारा 2016 - 10.2 2015 -9.8 2014 -10.8 2013 - 5.5 2012 - 9.7 2011 -10.8 --- पश्रि्वमी विक्षोभ के चलते अगले तीन दिन यही स्थिति बनी रहेगी। तापमान में और गिरावटी आएगी। जिसके कारण ठंड और बढ़ेगी। -डॉ। सुभाष सिंह, मौसम वैज्ञानिक ---------------------- ट्रेने रही लेट कोहरे का मंगलवार को ट्रेनों पर भी असर देखने को मिला। संगम एक्सप्रेस एक बार फिर से 15 घंटे देरी से सिटी स्टेशन पहुंची। वहीं नौचंदी एक्सप्रेस भी सात घंटे की देरी से पहुंची। सबसे बड़ी बात यह थी कि यहां से चलने वाली राज्यरानी एक्सप्रेस बीते दो दिन से देरी से जा रही है। मंगलवार को राज्यरानी साढ़े छह घंटे की देरी से 11:30 बजे मेरठ से गई। ट्रेनों में हो रही देरी से लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।