नगर निगम में फोर्थ क्लास कर रहे मुकदमों की पैरोकारी
- जानकारी के अभाव में नहीं हो रहा मामलों का निस्तारण
- एसीएम-2 ने नगर आयुक्त को पत्र लिखकर दर्ज कराई शिकायत मितेन्द्र गुप्ता Meerut: नगर निगम के प्रशासन में चल रहे मामलों की पैरवी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कर रहे हैं। इस मामले को लेकर एसीएम-2 ने नगर आयुक्त को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है कि मामलों की पैरवी के लिए किसी अधिकारी को भेजें, जिसे नगर निगम के बारे में पूरी जानकारी हो। चल रहे हैं दो दर्जन मामले एसीएम-2 के यहां नगर निगम 25 मामले चल रहे है, जिसकी पैरवी के लिए नगर निगम की ओर से एक अधिकारी आना चाहिए, लेकिन अधिकारी के स्थान पर वहां पर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पहुंचता है। नहीं होती कोई जानकारीएसीएम-2 के यहां जितने भी मामले चल रहे हैं। उनकी पैरवी के लिए आ रहे कर्मचारी को किसी भी मामले की जानकारी नहीं है। उसके संबंध में क्या चीज उपलब्ध करानी है, उसे पता ही नहीं होता।
नहीं निपट रहे मामलेएसीएम ज्योति राय ने नगर आयुक्त को पत्र लिखकर कहा है कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के आने के कारण मामलों का निस्तारण नहीं हो पा रहा है। इसीलिए किसी अधिकारी को भेजें जिससे जल्द से जल्द वादों का निस्तारण किया जा सके।
मामला संज्ञान में आया है। अधिकारियों से मामले के बारे में जानकारी मांगी है। चतुर्थ श्रेणी को कर्मचारी को भेजना गलत है। जिसे मामलों की जानकारी होगी, उसे भेजा जाएगा।
-डीकेएस कुशवाहा नगर आयुक्त नगर आयुक्त को पत्र लिखा है। नगर निगम की ओर से मामले की पैरवी करने के लिए चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी आ रहे हैं, जिन्हें कुछ भी जानकारी नहीं होती। नगर आयुक्त से अधिकारी को भेजने के लिए कहा है। -ज्योति राय, एसीएम-2 ऐसा कोई नियम नहीं है कि किसी विशेष कर्मचारी को ही पैरवी के लिए लगाया जाए। जिन कर्मचारियों को केस की जानकारी होती है, उस कर्मचारी को ही पैरवी के लिए लगाया जाता है। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को भेजना गलत है। -कृष्ण पहल, वरिष्ठ अधिवक्ता