खुद पता करें, कितने मिले गैस सिलेंडर?
- ट्रांसपेरेंसी पोर्टल से लोगों को मिलेगी जानकारी
- पेट्रोलियम मंत्रालय ने लोगों को दी बड़ी राहत MeerutU : अब आप पूरी तरह से निश्चित हो जाइए। क्योंकि आपका गैस सिलेंडर से संबंधित कोई गड़बड़ नहीं होगी। आपको आपके घर सभी गैस सिलेंडर मिलेंगे। राहत की बात ये होगी कि गोदाम से निकले रसोई गैस सिलेंडर का ब्यौरा अब आपकी आंखों के सामने होगा। पेट्रोलियम मंत्रालय ने उपभोक्ताओं को राहत देते हुए वितरकों पर नकेल कस दी है। ट्रांसपेरेंसी पोर्टल के जरिए उपभोक्ता जान सकेंगे कि उन्हें कितने सिलेंडर कब-कब मिले? ट्रांसपेरेंसी पोर्टल से मिलेगी जानकारीरसोई गैस वितरण में पारदर्शिता के लिए नित नए प्रयास हो रहे हैं। बुकिंग पर वितरकों का एकाधिकार हटाने के साथ ही उपभोक्ता तक सीधी पहुंच के लिए इंडेन ऑयल तेल कंपनी ने इंट्रेक्टिव वॉयस रिकॉर्ड सिस्टम आईवीआरएस को लागू कर दिया। इससे उपभोक्ता अपने फोन से सीधे तौर पर कंप्यूटराइज्ड बुकिंग करा सकते हैं। विक्रेताओं का बुकिंग में दखल काफी हद तक खत्म कर दिया गया है। वहीं अब पेट्रोलियम मंत्रालय ने भी उपभोक्ताओं को राहत दी है। पेट्रोलियम मंत्रालय और तेल कंपनियों की ओर से 'ट्रांसपेरेंसी पोर्टल' जारी किया गया है। इसके अंतर्गत अब उपभोक्ता अपनी गैस एजेंसी, अपना उपभोक्ता नंबर व आवश्यक जानकारी फीड कर जान सकेंगे कि उन्हें कब-कब सिलेंडर मिला।
कसी जाएगी नकेल अभी तक आम शिकायत थी कि वितरक गैस बुकिंग में खेल करते हैं। वहीं बुकिंग के बाद गोदाम से निकला सिलेंडर हॉकर ठिकाने लगा देते हैं। उपभोक्ता जब एजेंसी पर संपर्क करते हैं तो पता चलता है कि कई दिन पहले सिलेंडर भेजा जा चुका है। परेशान उपभोक्ता कोई वाजिब सुबूत न हो पाने के कारण वितरक से विनती ही करता था। इससे कालाबाजारी का बाजार भी गरम रहता था। नई व्यवस्था से फर्जी बुकिंग और कालाबाजारी पर भी नकेल कसी जाएगी। ट्रांसपेरेंसी पोर्टल पर उपभोक्ता अपनी रसोई गैस संबंधी जानकारी ले सकता है। मंत्रालय व गैस एजेंसियों की वेबसाइट पर इसे अटैच किया गया है। - नमो जैन, अध्यक्ष मेरठ एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन