जीएसटी सहज से मिलेगी व्यापारियों को राहत
जीएसटी का पहला ऑफलाइन एप होगा जारी
बिना इंटरनेट व्यापारी कर रहे रिटर्न दाखिल और बिलिंग Meerut। जीएसटी के तहत व्यापारियों को बिलिंग और रिटर्न दाखिल करने में आ रही परेशानियों को कम करने के साथ प्रक्रिया को सरल बनाने के उद्देश्य से वाणिज्यकर विभाग के एक्सपर्ट द्वारा जीएसटी सहज सॉफ्टवेयर तैयार किया जा रहा है। इस सॉफ्टवेयर से व्यापारी आसानी से अपनी बिलिंग कर सकेंगे। ऑफलाइन काम करेगा सॉफ्टवेयर जीएसटी सहज सॉफ्टवेयर की खासियत है कि यह ऑफलाइन काम करने वाला सॉफ्टवेयर होगा। इसके लिए इंटरनेट कनेक्शन की आवश्यकता नही होगी। इसकी प्रक्रिया भी आसान होगी जिसके लिए व्यापारियों को किसी सीए या वकील की आवश्यकता नही पड़ेगी। तीन क्लिक में तैयार होगा बिलइस नए सॉफ्टवेयर में मात्र तीन क्लिक में व्यापारी अपने बिलिंग प्रक्रिया को पूरा कर सकेंगे। इसके माध्यम से जीएसटीआर 1 और जीएसटीआर 2 भी आसानी से तैयार किया जा सकेगा।
जीएसटी सहज केवल एक हेल्पिंग कंप्यूटर सॉफ्टवेयर है जिसकी मदद से व्यापारी अपनी रिटर्न या बिलिंग का काम आसानी से कर सकेंगे। यह व्यापारी अपनी सुविधा अनुसार प्रयोग कर सकता है।
जितेंद्र कुमार, एडिश्नल कमिश्नर सेल टैक्सअभी इस सॉफ्टवेयर की जानकारी व्यापारियों को नही दी गई है। लेकिन यह ऐसा कोई सॉफ्टवेयर व्यापारियों को मिलता है तो इससे लाभ मिलेगा।
मनोज अग्रवाल, दवा व्यापारी इस सॉफ्टवेयर को वाणिज्य विभाग के एक्सपर्ट द्वारा तैयार किया जा रहा है इसलिए इसमें सभी जटिल प्रक्रियाओं को आसान बनाने का प्रयास किया गया है। यह व्यापारियों के लिए लाभप्रद होगा। भंवर सिंह, ऑटो मोबाइल व्यापारी यह सॉफ्टवेयर विभागीय नही है केवल अन्य सॉफ्टवेयर की तरह एक आसान विकल्प उपलब्ध कराएगा। जैसा बाताया जा रहा है कि व्यापारियों के लिए यह जटिल प्रक्रिया को आसान करेगा। विपिन मनोठिया, स्पोटर्स कारोबारी मेरठ। मेरठ टैक्सेशियो एकेडेमिक फोरम पश्चिमी उप्र द्वारा जीएसटी संसोधन के विषय में कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में बार्टर सिस्टम, पैडिंग फार्म, रिर्टन, सर्च वारंट आदि के विषय में जानकारी दी गई। गढ़ रोड स्थित होटल में आयोजित कार्यशाला में फोरम के चेयरमेन एनके अरोड़ा ने डाटा अपलोड के बाद स्वयं की स्क्रीनिंग के महत्व की जानकारी दी। इस दौरान एके जैन, भारत ज्ञान भूषण मनुराशि आदि मौजूद रहे।