लखनऊ (ब्यूरो)। शादी के बाद सालों तक संतान न होने के कारण कपल्स आईवीएफ सेंटर का रुख कर रहे हैं। पहले इनफर्टिलिटी की समस्या महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलती थी, पर खराब लाइफस्टाइल, अल्कोहल व टोबैको का इस्तेमाल और लैपटाप को गोद में रखकर काम करने की वजह से पुरुषों में भी यह समस्या बढ़ रही है। खासतौर पर युवाओं में हेल्दी स्पर्म और स्पर्म काउंट में तेजी से गिरावट देखी जा रही है, जिसे ओलिगोस्पर्मिया कहा जाता है। यह समस्या आईवीएफ के लिए आने वाले करीब 50 पर्सेंट पुरुषों में देखने को मिल रही है, जो चिंता का विषय है।

50 पर्सेंट तक बढ़ी पुरुषों में समस्या

अजंता हॉस्पिटल एंड आईवीएफ सेंटर की डॉ। गीता खन्ना के मुताबिक, आईवीएफ के लिए आने वाले कपल्स की जब जांच की जाती है, तो पहले करीब 30 पर्सेंट पुरुषों में ही ओलिगोस्पर्मिया की समस्या देखने को मिलती थी। पर अब यह आंकड़ा बढ़कर करीब 50 पर्सेंट तक हो गया है। यह समस्या 20-35 वर्ष की उम्र में देखने को मिल रही है, जिसके कारण शादी के बाद बच्चा कंसीव करने में कपल्स को प्राब्लम आ रही है और उनको आईवीएफ की तरफ बढ़ना पड़ रहा है।

यह होता है ओलिगोस्पर्मिया

डॉ। गीता के मुताबिक, डब्ल्यूएचओ के मानक के अनुसार अगर किसी मेल में स्पर्म काउंट 15 मिलियन प्रति एमएल से नीचे होता है, तो उसको ओलिगोस्पर्मिया कहते हैं। इसका बड़ा कारण लैपटॉप गोद में रखकर काम करना, मोबाइल जेब में रखना, मोटापा, अल्कोहल व टोबैको का इस्तेमाल, इंफेक्शन आदि है। इसके कारण स्पर्म काउंट कम होने के साथ एबनार्मिलिटी भी देखने को मिलती है, यानि स्पर्म का नार्मल शेप की जगह बड़ा या छोटा सिर होना, दो सिर या दो पूंछ होना या पूंछ गायब हो जाना आदि होता है। केजीएमयू के क्वीन मेरी में इनफर्टिलिटी क्लीनिक की हेड डॉ। अंजु अग्रवाल ने बताया कि युवाओं में ओलिगोस्पर्मिया की समस्या लगातार बढ़ रही है। हर माह क्लीनिक में करीब 20-25 पुरुष इस समस्या के होते हैं।

कोविड के बाद असर ज्यादा

एक्सपर्ट्स की माने तो कोविड के बाद इस तरह की समस्या ज्यादा देखने को मिल रही है। पहले जिनको बच्चा हो चुका है, कोविड के बाद उनको बच्चा कंसीव करने में समस्या आ रही है। क्योंकि बाद में कंसीव न कर पाने पर जब स्पर्म काउंट किया जाता है तो वो कम निकलता है। हालांकि, यह कोविड इफेक्ट है या नहीं, इसको लेकर कुछ श्योर होकर नहीं कहा जा सकता। इसके लिए रिसर्च की जरूरत है।

ये हैं कुछ बड़ी वजहें

- खराब लाइफस्टाइल

- अल्कोहल व टोबैका का इस्तेमाल

- इंफेक्शन

- पेस्टीसाइड युक्त खाना

- गर्म वातावरण में काम

- बचपन में ट्रामा हो गया हो

- जेनेटिक कारण

- मोटापा

- 14-15 साल की उम्र में मम्प्स होने पर भी होता है

- डायबिटीज

- क्रोनिक दवा के कारण

ऐसे करें अपना बचाव

- मोटापा कम करें

- अल्कोहल व टोबैको न लें

- मेडेटेरेरियन फूड खाएं

- एक्सरसाइज करें

पहले के मुकाबले युवाओं में यह समस्या बढ़ती जा रही है। खराब लाइफस्टाइल इसकी बड़ी वजह है। कोविड के बाद मामले ज्यादा देखने को मिल रहे हैं।

- डॉ। गीता खन्ना, अजंता इंफर्टिलिटी क्लीनिक

ओलिगोस्पर्मिया की समस्या युवाओं में बढ़ रही है, जिसके कारण कपल्स को कंसीव करने में दिक्कत आ रही है। इसको लेकर जागरूकता की जरूरत है।

- डॉ। अंजु अग्रवाल, क्वीन मेरी