गुरूजी को अंग्रेजी से डर लगता है
ढूंढे नहीं मिल रहे शिक्षक, कैसे बनेंगे कांवेंट स्कूल
26 फरवरी से 15 मार्च तक बढ़ी डेट 280 शिक्षकों ने ही दिए है अभी तक आवेदन Meerut। कॉन्वेंट स्कूलों की तर्ज पर प्राइमरी स्कूलों को निखारने की शासन की कवायद फिसड्डी साबित हो रही है। वजह जनपद के स्कूलों में तैनात शिक्षक अंग्रेजी में खुद को काबिल नहीं मान रहे है। ऐसे में विभाग के पास निर्धारित पदों से बहुत कम आवेदन आएं हैं। हालांकि विभाग ने आवेदन करने की तिथि भी बढ़ा दी है। यह है स्थिति 13 विकास खंड हैं मेरठ जनपद में 5-5 स्कूल हर खंड में बनाएं जाने हैं। 1 स्कूल में 1 प्रधानाध्यापक व 4 सहायक अध्यापक रखे जाने हैं। 65 स्कूल कुल खोले जाने हैं। 325 शिक्षकों के पद इन स्कूलों के लिए निर्धारित हैं।280 आवेदन बेसिक शिक्षा विभाग के पास कुल आएं हैं।
1 अपै्रल से स्कूल खोले जाने थे। 26 फरवरी आवेदन करने की अंतिम तिथि थी। 15 मार्च तक बढ़ाई गई दूसरे चरण में तिथि इन स्कूलों की मॉनिटरिंग शासन स्तर से होनी है। प्रतिनियुक्ति होने के चलते शिक्षकों का इस योजना में ज्यादा रूझान नहीं बन पा रहा है।शिक्षकों की नियुक्ति अस्थाई रूप से ही होनी है।
अंग्रेजी स्कूलों में कक्षा एक, दो व तीन में इंग्लिश मीडियम में सभी कार्य होगा। 4 व 5 कक्षा में अंग्रेजी व हिंदी दोनों मीडियम लागू होंगे। इन स्कूलों के बनाने के पीछे होनहार गरीब बच्चों को अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा देना है। हमारे पास आवश्यकता से कम आवेदन आएं हैं। हालांकि आवेदन करने की तिथि बढ़ा दी गई हैं। इसके बाद ही इन स्कूलों को लेकर कोई निर्णय लिया जाएगा। सतेंद्र सिंह ढाका, बेसिक शिक्षा अधिकारी, मेरठ