टीके से दूरी, बहाना या मजबूरी
सूत्रों के मुताबिक छुट्टी और आराम न मिलने से टीकाकरण से बच रहे लोग
हेल्थ वर्कर्स और फ्रंट लाइन कोरोना वर्कर्स का नहीं हो पा रहा आंकड़ा पूरा 40.83 प्रतिशत लाभार्थियों ने अभी भी नहीं कराया टीकाकरण Meerut। कोरोना वैक्सीनेशन को बढ़ावा देने की तमाम कवायद के बावजूद लाभार्थियों को आंकड़े में अपेक्षाकृत वृद्धि नहीं हो रही है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक दो चरणों में 40.83 प्रतिशत लोग टीकाकरण में शामिल नहीं हुए हैं। इसकी बड़ी वजह लाभार्थियों को वैक्सीनेशन के लिए छुट्टी और आराम का न मिल पाना है। इसके अलावा पोर्टल पर आ रही तमाम तकनीकी कारण भी कम वैक्सीनेशन की वजह बन रहे हैं। ये है आंकड़ों में स्थितिजिले में अब तक कोरोना वैक्सीनेशन के दो चरण हो चुके हैं। इसके तहत हेल्थ वर्कर्स और फ्रंट लाइन कोरोना योद्धाओं को इसमें शामिल किया गया है। विभाग ने बूस्टर डोज समेत अब तक 48 हजार 779 लाभार्थियों की सूची जारी की है। कुल 11 सत्र आयोजित हुए। बावजूद इसके मात्र 59.17 प्रतिशत यानी 28 हजार 864 लोगों का ही टीकाकरण हो पाया है। दोनों चरणों में शामिल 19915 लोग अभी भी टीकाकरण के लिए नहीं पहुंचे हैं।
रिफ्यूज कर रहे लोगस्वास्थ्य विभाग के मुताबिक कई लाभार्थी वैक्सीनेशन से मना भी कर रहे हैं। कई लोग रिफ्यूज कर चुके हैं। वहीं कुछ लाभार्थी बीमारी और आउट ऑफ स्टेशन की बात कहकर भी वैक्सीनेशन से बच रहे हैं।
छुट्टी न मिलना भी कारण कोरोना वैक्सीनेशन के लिए बड़ी संख्या में लाभार्थी अभी भी छूटे हैं। सूत्रों के मुताबिक लाभार्थियों में टीकाकरण के लिए उत्साह न बन पाने की एक वजह छुट्टी न मिलना है। वैक्सीनेशन के साथ ही लाभार्थियों को तुरंत काम पर लौटना पड़ता है। जबकि ड्यूटी ऑवर्स में दूर से आना या तुरंत ही काम करना इसमें मुश्किल बन रहा है। वैक्सीनेशन लगवाने वालों का कहना है कि इसके बाद आराम भी जरूरी है। मिल रहे नंबर गलत वहीं, स्वास्थ्य विभाग के रजिस्ट्रेशंस में तमाम खामियां भी कम वैक्सीनेशन का कारण बन रही है। इसके तहत जहां कई लोगों के नाम लिस्ट में नहीं हैं वहीं रांग नंबर और डुप्लीकेट नंबर भी काफी हैं। अब तक 15 सौ से ज्यादा लोगों के नंबर गलत पाए जा चुके हैं। ये भी बन रही वजह दूसरी बीमारियां जैसे बीपी, शुगर, हायपरटेंशन आदि गर्भवती महिलाएं पोर्टल पर गलत डाटा फीड होना कई लाभार्थियों का ट्रांसफर एक जगह से दूसरी जगह पर होनाइंटरनेट पर वैक्सीन को लेकर आने वाले रिव्यूज को लेकर भी कुछ लाभार्थी घबरा रहे हैं।
फैक्ट फाइल 48779 लोग अब तक हुए सूचीबद्ध बूस्टर डोज मिलाकर 28864 लोगों का अभी तक हुआ टीकाकरण ये है स्थिति 16 जनवरी 2021 694 में से 563 ने वैक्सीन लगवाई 22 जनवरी 3260 में से 2366 लोगों का वैक्सीनेशन 28 जनवरी 6037 लोगों में से 4239 का टीकाकरण 29 जनवरी 4900 लोगों में से 3709 का टीकाकरण 04 फरवरी 3780 लोगों में से 2372 का टीकाकरण 05 फरवरी 3067 लोगों में से 1832 का टीकाकरण 11 फरवरी 5119 लोगों में से 2381 का टीकाकरण 12 फरवरी 4462 लोगों में से 2576 का टीकाकरण 15 फरवरी 8884 लोगों में से 3373 का टीकाकरण 18 फरवरी 6880 लोगों में से 3940 का वैक्सीनेशन 19 फरवरी 1696 लोगों में से 1513 लोगों का टीकाकरण वैक्सीनेशन न करवाने वाले लोगों की काउसंलिंग की जा रही है। जो खामियां सामने आ रही हैं उन्हें भी दूर किया जा रहा है। जागरूकता फैलाने के लिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं। डॉ। प्रवीण गौतम, डीआईओ, मेरठछूटे लोगों के लिए मोपराउंड आज
पहले और दूसरे चरण के तहत जिन लोगों ने कोरोना वैक्सीनेशन नहीं करवाया है, उनके लिए आज एक बार फिर मोपअप राउंड चलेगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने 4569 लोगों को चिन्हि्त किया है। 36 सेशन में हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन लगाई जाएगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने सभी बूथों पर तैयारियां पूरी कर ली है। डीआईओ डॉ। प्रवीण गौतम ने बताया कि तय सेशन में जो लोग नहीं आ पाए हैं। उनके लिए मोपअप राउंड चलेगा। इसके बाद लोगों को फिर मौका नहीं दिया जाएगा। सीएमओ डॉ। अखिलेश मोहन ने बताया कि मोपअप राउंड के तहत उनके लिए टीकाकरण सत्र आयोजित किया जा रहा है, जो अब तक हुई वैक्सीनेशन के दौरान छूट गए हैं। विभाग की ओर से दो चरण पूरे कर लिए गए हैं। ऐसे में जो लोग रह गए हैं उनके लिए मोपराउंड का आयोजन एक और मौके के तौर पर किया जा रहा है। वेस्टेज कम करने पर जोरवैक्सीनेशन को बढ़ाने के लिए जहां एक सेशन में विभाग की ओर से 125 तक लोगों को चिन्हि्त किया जा रहा है। वहीं अब इनकी संख्या बढ़ाकर 180 तक कर दी गई है। डॉ। प्रवीण ने बताया कि इससे वैक्सीन की वेस्टेज को रोकने में काफी मदद मिलेगी।
एक सेंटर पर वैक्सीनेशन डॉ। प्रवीण ने बताया कि अभी तक हुए वैक्सीनेशन के दौरान साइड इफेक्ट के मामले बहुत कम आए हैं। उन्होंने बताया कि एक सेंटर पर एक ही ब्रांड की वैक्सीन लगाई जाएगी। इसके लिए पहले ही एक्शन प्लान तैयार किया जा चुका है। देहात क्षेत्र में कोविशील्ड लगाई जा रही है जबकि शहरी क्षेत्रों में को-वैक्सीन लगाई जा रही है। कोरोना के नौ मरीज मिले जिले में कोरोना संक्रमण के नए मामले एक बार फिर बढ़ने लगे हैं। कई दिनों से एक पर सिमटा आंकड़ा रविवार को 9 पर पहुंच गया। डीएसओ डा। प्रशांत ने बताया कि बीते दो दिन में कुल नए केस 16 हो गए हैं। कांटेक्ट चेन को तोड़ने के लिए टेस्टिंग बढ़ा दी गई है।