कोरोना की मुसीबत से मजबूत हुआ हेल्थ सेक्टर
सुविधाएं बढ़ने के साथ आपदा से लड़ने का कौशल भी बढ़ा
10 महीने में बदली तस्वीर, सिमटने लगे मरीज Meerut। कोरोना वायरस महामारी ने पूरी दुनिया को ऐसा दंश दिया है जिसे भुलाना शायद ही संभव हो, लेकिन इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि महामारी ने हेल्थ सेक्टर को मजबूत बनाने में अह्म योगदान दिया है। तमाम चुनौतियाें से लड़ने के लिए मेडिकल फैसिलिटीज दुरूस्त हुई हैं वहीं इलाज और रहन-सहन को लेकर भी तमाम बदलाव देखने में आए हैं। आपदा से निपटने का कौशल भी इस महामारी के दौरान लोगों ने सीखा है। मजबूत हुआ हेल्थ सेक्टरकोरोना वायरस से लड़ते हुए हेल्थ सेक्टर में कई नए आयाम स्थापित हुए हैं। मरीजों के इलाज से लेकर इंफ्रास्ट्रक्चर तक का विस्तार हुआ। अस्पतालों में व्यवस्था दुरूस्त हुई। वेंटीलेटर मशीनें, हाई फ्लो नेजल ऑक्सीजन सप्लाई, टेस्टिंग, जांच मशीनों से लेकर बेड, वार्ड, टेस्टिंग किट की सुविधाओं का इजाफा हुआ। वेस्ट यूपी में इलाज के लिए हायर सेंटर माने जाने वाले मेरठ में तेजी से व्यवस्थाएं बदली। जैसे-जैसे कोरोना की रफ्तार थम रही है इन व्यवस्थाओं का प्रयोग अब दूसरी बीमारियों के मरीजों पर करने की योजना तैयार हो रही है।
डिजास्टर मैनेजमेंट में कौशलकोरोना वायरस से निपटना आसान नहीं था। अदृश्य दुश्मन की तरह आए इस वायरस की वजह से आज डॉक्टर्स, पैरामेडिकल स्टॉफ महामारी से निपटने में निपुण हो गए हैं। वायरस से चलते तमाम ट्रेनिंग्स, तैयारियों और नई-नई रिसर्च ने डॉक्टर्स को डिजास्टर मैनेजमेंट में निपुण किया है। पिछले 100 सालों में इस तरह की बीमारी का अनुभव किसी के पास नहीं था।
मेडिकल कॉलेज ने संभाला पूरा मंडल वायरस ने एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज को बीमारी के रूप में आने वाली आपदाओं के लिए तैयार किया है। यहां बने सुपर स्पेशलिटी विंग में कोविड-19 का लेवल-3 अस्पताल बनाया गया। 200 बेड के इस अस्पताल ने न केवल मेरठ बल्कि आसपास के करीब 14 जिलों के मरीजों को संभाला। वहीं जिले की माइक्रोबॉयलॉजी लैब की कैपेसिटी इस वायरस ने बढ़ाई। मेरठ मंडल के जिलों की टेस्टिंग यहां हुई। मेडिकल कॉलेज 27 मार्च 2020 से 31 दिसंबर 2020 महीना- एडमिशन, डिस्चार्ज,मौतें अप्रैल- 88-65-7 मई-149-112-24 जून- 332-212-99 जुलाई-266-216-44 अगस्त-345-255-60 सितंबर-627-442-152 अक्टूबर-270-186-71 नवंबर-388-300-67 31 दिसंबर तक-155-189-20 2657 मरीज एडमिट हुए 14 सौ पुरुष रहे, 1253 महिलाएं एडमिट हुई ऐसे बढ़ी इलाज की सुविधाएं कोविड-19 फैसिलिटी- कुल बेड एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज-250 एनसीआर मेडिकल कॉलेज- 300 धनसिंह कोतवाल होमगार्ड ट्रेनिंग सेंटर, पांचली- 200आनंद अस्पताल- 100
संतोष अस्पताल- 100 न्यूटिमा अस्पताल- 30 आईआईएमटी गंगानगर- 30 लोकप्रिय अस्पताल- 70 प्राइवेट मेडिकल कॉलेज- 400 आर्मी अस्पताल- 200 अन्य अस्पताल- 60 कुल बेड 1740- 1575- 7