हादसों का सबब बन रहे अवैध कट
- शहर के मुख्य मार्गो पर खुले कट से शहर में लग रहता है जाम
- सिटी को जाम मुक्त करने के लिए कभी बंद कराए थे कट मनोज बेदी मेरठ : शहर के मुख्य सड़क पर डिवाइडर्स के बीच बने अवैध कट मौत को दावत दे रहे हैं। लोग जल्दी जाने के चक्कर में इन अवैध कट से टर्न करने के बाद एक्सीडेंट का शिकार हो रहे हैं। सीओ ट्रैफिक गजेंद्र पाल का कहना है कि कई बार अवैध कटों को बंद कराया गया है, लेकिन पुलिस के हटते ही लोग कट खोल देते हैं। 50 अवैध कट तत्कालीन डीआईजी के। सत्यनारायण ने शहर में हो रही दुर्घटना व जाम से निपटने के लिए बेगमपुल से मोदीनगर तक पांच किमी के अंदर तक के डिवाइडर्स पर बने कट बंद करवा दिए थे। जिससे शहर में जाम लगना बंद हो गया था।अब क्या हुआ
शहर में लोगों ने जल्दी जाने के लिए शहर में बने डिवाइडरों को बीच में तोड़कर अवैध कट बना दिए। उसमें आना जाना शुरू कर दिया। जिससे शहर में जाम लगना शुरू हो गया। कहां हैं अवैध कट बेगमपुल से कुछ ही दूरी पर कैंटोनमेंट बोर्ड अस्पताल के आगे अवैध कट- कैंट ऑफिस से सोतीगंज मोड़ पर अवैध कट
-सोतीगंज से सदर मंडी पर अवैध कट -सदर मंडी से रोडवेज पर अवैध कट -रोडवेज से पीर के पास अवैध कट -पीर के पास से तहसील पर अवैध कट -तहसील से महताब पर अवैध कट -महताब से केसरगंज मोड़ पर अवैध कट -केसर गंज से ईदगाह चौपले पर अवैध कट - ईदगाह चौपले से मेट्रो प्लाजा पर अवैध कट - मेट्रो प्लाजा से शारदा रोड पर अवैध कट -शारदा रोड पर बहादुर मोटर्स मोड़ पर अवैध अवैध - बहादुर मोड़ से माधवपुरम के आगे अवैध कट -माधवपुरम से आगे मंडी के सामने अवैध कट -मेवला फाटक पुल से उतरते हुए अवैध कट जा सकती है जान अवैध कट पर जाने पर वाहन मालिक की जान भी जा सकती है। रोड पर दोनों तरफ से वाहन तेज गति से आते हैं। तेज गति से आ रहे वाहन के सामने जब कोई वाहन सामने आ जाता है तो ब्रेक लगना मुश्किल हो जाता है । कराए जाते हैं कट बंदटीआई सुनील कुमार का कहना है कि शहर में अवैध कट को बंद कराया जाता है, लेकिन भीड़ पुलिस के जाते ही कट को फिर से खोल देती है। दिल्ली रोड मंडी के सामने कई बार कट बंद कराए गए। लेकिन आसामाजिक तत्व उसे तोड़ देकर बीच से रास्ता निकाल देते हैं।
कितने हुए चालान सीओ ट्रैफिक गजेंद्र पाल का कहना है कि डिवाइडर को तोड़कर उसमें कट बनाने पर संबंधित थाने में मुकदमा दर्ज कराया जाता है। लेकिन उसमें वाहन निकालने पर ट्रैफिक पुलिस द्वारा चालान किया जाता है। पिछले चार महीनों में 150 चालान अवैध कट के कारण किया जा चुके हैं। शहर को जाम से मुक्त व एक्सीडेंट की घटना को रोकने के लिए शहर की मुख्य सड़क के बीचों बीच बने डिवाइडरों को एक चौराहे से दूसरे चौराहे तक बंद कराया दिया गया है। जे.रविंद्र एसएसपी मेरठ