मेडल मिले तो चमकने लगे चेहरे
Meerut। कैंपस में रहकर एलएलएम कम्पलीट किया है। अभी गाजियाबाद डिस्ट्रिक कोर्ट में प्रैक्टिस कर रही हूं, क्रिमिनल लॉयर बनना चाहती हूं। हसबैंड सतेंद्र कस्टम सेंटर्ल एक्सरसाइज में हैं और शादी के बाद उन्हीं से मदद मिली है। पति के सहयोग से इस सफलता तक पहुंच पाई हूं। क्रिमिनल लॉयर बनकर निर्दोष लोगों की मदद करूंगी। पेशे की खूबियों से प्रोत्साहन मिला। बचपन से ही अलग थी मैं, मां-बाप को भरोसा हुआ तो लीक से हटकर वकालत की पढ़ाई शुरू की। आज खुश हूं, संतुष्ट हूं। अपने माता-पिता, पति और गुरुजनों की आभारी हूं। उनके आशीर्वाद और प्यार से यह मुकाम हासिल हुआ है।
कुमुदनी शुक्ला, एलएलएम कुलाधिपति रजत पदक विजेता-2014एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज मेरठ से डीएम से टॉप किया। अभी किंग जार्ज मेडिकल कॉलेज लखनऊ में मेडिसन डिपार्टमेंट में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं। उज्जैन मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस किया है। करियर में अब जब 70 इंटरनेशनल पेपर पब्लिश हो चुके हैं। बच्चों को होने वाली थाइराइड व डायबटीज की बीमारियों पर काम किया है। मलेशिया में 2015 में नेशनल अवार्ड मिला है। जिसमें विटामिन डी पर पेपर पब्लिश किया है। गवर्नर के हाथ से मेडल लेना मेरा सपना था। जीवन पर्यन्त समाज की सेवा करूंगा, पेशे के प्रति ईमानदार रहूंगा और गरीब बच्चों का निशुल्क इलाज करूंगा।
डॉ। मनीष गुच, एमबीबीएस, डीएम
कुलाधिपति रजत पदक विजेता गवर्नर के हाथों भूतपूर्व राष्ट्रपति अवार्ड मिला है, यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है। सीसीएसयू से एमफिल स्टेट्स की टॉपर बनने पर सफलता के स्वाद को चखा है। बिटा इनवर्टिट एक्स्पो नेशनल ड्रिस्टीब्यूशन प्रॉपर्टी एंड एप्लीकेशन पर रिसर्च की है। मैं बैंक मैनेजर बनना चाहती हूं। मां-पिता का प्यार, गुरुजनों का आर्शीवाद और मार्गदर्शन ने इस सफलता तक पहुंचाने के लिए सीढ़ी का काम किया है। मेरी अपने साथी छात्रों से अपील है कि वे पढ़ाई के दौरान लक्ष्य को तय करें। आजकल जमाना नंबर वन का है। रीतू गोयल, एमफिल स्टेट्स डॉ। शंकर दयाल शर्मा गोल्ड मेडल विजेता बीएससी एग्रीकल्चर में टॉप किया, घरवालों से लगाकर यार-दोस्त विषय को लेकर टिप्पणी करते थे। भरोसा था और आंखों के सामने एक सपना। कामयाबी हासिल कर देश के किसानों की सेवा करूंगा, नई तकनीकि लाकर किसानों को सुगम और सस्ती खेती के तरीके इजाद करूंगा। किसान का बेटा और जिंदगी भर किसान की मदद करूंगा। सांइसटिस्ट बन किसानों की मदद करूंगा। दिनेश कुमार सैनी, बीएसएसी एग्रीकल्चर, कुलपति स्वर्ण पदक विजेतागर्वनर से मेडल मिलना एक बड़ी उपलब्धि है। मेहनत और लगन से भरोसा था कि अव्वल आऊंगी। परिवार में लोग करते थे कि लड़की होकर एग्रीकल्चर की पढ़ाई कर रही है, तो मेरा कहना था कि लड़के जब होम साइंस की पढ़ाई कर सकते हैं तो मुझे क्या दिक्कत है। बड़ी साइंटिस्ट बनना चाहती हूं। फसल की क्वालिटी पर वर्क करना है, किसानों को कम लागत में बेहतर उत्पादन मिले। इसके लिए नई तकनीकि ईजाद करनी है।
विदुला भारद्वाज, बीएससी एग्रीकल्चर कुलपति गोल्ड मेडल प्राप्त किसान ट्रस्ट पुरस्कार विजेता इस कामयाबी के लिए अपने परिजनों-गुरुजनों की आभारी हूं। परिवार और पहचान वालों में चहेती हूं तो सब पढ़ाई के नए-नए नुख्शे बताते रहते हैं। नंबर वन पर खड़ा होना सपना था। परिजनों के साथ-साथ साथियों का सहयोग रहा। किसी भी लक्ष्य को बड़ा मत मानो, बस बड़ा आंकों और कदम बढ़ा दो, सफलता पक्का मिलेगी। गर्वनर के हाथ से मेडल पाना एक सपने जैसा है, मेरा सपना पूरा हुआ है। एक फूड इंडस्ट्री स्टेबलिश करना है। दीप्ति शर्मा, बीएससी माइक्रोबायोलॉजी, गोल्ड मेडल विनरह्यूमन वेलफेयर पर रिसर्च करनी है। एक बार मेडल मिला है तो अब यह सिलसिला जारी रहेगा। एक बार फिर गवर्नर से मेडल लेना चाहती हूं। इस कामयाबी के लिए गुरुजनों और परिजनों का बड़ा सहयोग रहा है। साथियों से हौसला बढ़ाया और बड़ी कामयाबी हासिल कर ली है। मेरे मां-पिता का सपना पूरा हुआ है।
श्वेता त्यागी, एमएससी बायो कुलपति स्वर्ण पदक विजेता सांइसटिस्ट बनना मेरा सपना है। मैटेरियल साइंस में रिसर्च करनी है। एक ऐसा नया मैटेरियल बनाना चाहती है जो सस्ता व दिखने में बहुत ही खूबसूरत व लाभदायक हो। कामयाबी के लिए सीसीएसयू और शिक्षकों को धन्यवाद देती हूं। उनके मार्गदर्शन के बाद ही सफलता के इस मुकाम तक पहुंची हूं। साथियों से कहना कि कड़ी मेहनत के बिना कामयाबी नहीं मिलती। कभी भी मेहनत से नहीं कतराना चाहिए। ईमानदारी को साथ रखें, सफलता अवश्य मिलेगी। वंदना तोमर, एमएससी फिजिक्स गोल्ड मेडलिस्ट