आयुष विंग बंद होने से नहीं दी जा सकी मरीजों को दवाइयों

विभाग की लापरवाही बनी बड़ा कारण, रखे-रखे दवाइयां हो गई एक्सपायर

Meerut। दस महीने से भी ज्यादा समय से बंद पड़े जिला अस्पताल के आयुष विंग में दवाइयां अलमारी में रखे-रखे एक्सपायर हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की वजह से हजारों रुपये की दवाइयां कोरोना की भेंट चढ़ गई है। जबकि नए वित्तीय वर्ष की दवाइयां भी अभी तक नहीं खरीदी गई है। ऐसे में मरीजों के सामने बड़ी दिक्कत खड़ी हो सकती है।

ये है मामला

जिला अस्पताल में चल रहे आयुष विंग में यूनानी, आयुर्वेदिक और होम्योपैथी के अलग-अलग क्लीनिक है। कोरोना काल से पहले यहां हर महीने सैकड़ो मरीज आते हैं। सबसे ज्यादा मरीज यूनानी विंग में ही आते हैं। कोरोना काल में डॉक्टर्स की ड्यूटी कोविड कैंप में लगने की वजह से यहां चलने वाली रुटिन ओपीडी ठप हो गई। ऐसे में दवाइयों का पुराना स्टॉक स्टोर में ही रह गया है। अक्टूबर से यहां होम्योपैथ और जनवरी में आयुर्वेद क्लीनिक शुरू हो गए थे लेकिन यूनानी क्लीनिक बंद ही रहा। जिसकी वजह से दवाइयां मरीजों को दी ही नहीं जा सकी है।

परेशान होकर लौट रहे मरीज

कोरोना काल के बाद जहां लगभग सभी ओपीडी खुल चुकी है। वहीं आयुष विंग में बनी यूनानी क्लीनिक की ओपीडी अभी तक भी नहीं चल पाई है। मरीज यहां आकर बैरंग लौट रहे हैं। यूनानी के मरीज अधिक होने की वजह से समस्या लगातार बनी हुई है। जबकि होम्योपैथ क्लीनिक यहां सितंबर से शुरू हो गया था। इस दौरान करीब 900 मरीज यहां आ चुके हैं। जबकि आयुर्वेद क्लीनिक भी 18 जनवरी से शुरू हो चुका है।

ये है स्थिति

एनएचएम प्रोग्राम के तहत जिले में स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत आयुष विंग के लिए 31 डॉक्टर्स तैनात हैं। इसमें से 4 क्लीनिक जिले भर में यूनानी के हैं। इसमें एक क्लीनिक जिला अस्पताल में, दो भूड़ बराल और एक सरुरपुर में है। प्रोग्राम के तहत हर क्लीनिक के लिए 50 हजार रुपये का बजट आता है। यूनानी क्लीनिक के लिए कुल 2 लाख रुपये का बजट मिलता है। जबकि आयुर्वेद के कुल 20 क्लीनिक हैं इनके लिए कुल 10 लाख का बजट आवंटित होता है। वहीं होम्योपैथी के 7 क्लीनिक के लिए 3.5 लाख का बजट आता है।

यूनानी क्लीनिक अप्रैल से बंद पड़ा हुआ है। हर महीने हजार से ज्यादा मरीज आते हैं। दवाइयों का स्टॉक भी इसी हिसाब से था। क्लीनिक बंद हो गए और कोरोना टेस्टिंग में ड्यूटी होने की वजह से ओपीडी शुरू नहीं हो पाई है।

डॉ। अनीस अहमद, यूनानी क्लीनिक इंचार्ज

Posted By: Inextlive